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Tilak Raj Kapoor
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Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"पहले-पहले प्यार की विफलता को आप ने ग़ज़ल की सफ़लता बना लिया। बधाई हो।"
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"वाह क्या खूबसूरत दोहा कहा।   आपका हार्दिक आभार। "
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"दोहे पर दोहे के माध्यम से बात। वाह सीमा जी।   आपका हार्दिक आभार सीमा जी।"
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"दोहे पर दोहे के माध्यम से बात। वाह मिथिलेश भाई  आपका हार्दिक आभार जी। दोनों दोहे छोड़ दिये हैं मंच की मुहब्बतों के हवाले। "
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"आपका हार्दिक आभार कल्पना जी।"
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"दो दोहों के माध्यम से मेरी प्रस्तुति जग ने पूछा कौन था, पहला पहला प्यारयाद मुझे फिर आ गया मां का बचा उधार। आंखों आंखों में चला दो हृदयों में प्यार,बदलो कुछ अंदाज तुम कहो नया कुछ यार। मौलिक एवं अप्रकाशित"
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"आप पर मां सरस्वती की विशेष कृपा है दोहा सृजन में।  मामूली सुझाव है कहन की दृष्टि से कितना गहरा था नशा, गहरा रहा खुमार|     जीवन भर घुलता रहा, पहला-पहला प्यार|| को देखें इसमें भूतकाल के था से मुक्ति पायी जा सकती है रग-रग…"
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"धामी जी आपके दोह अच्छे हैं लेकिन मुझे लगता है कि बांकी से आपका आशय बाकी से हैैऔर टंकण त्रुटि हुई है।  "
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"बहुत खूबसूरत रही रचना। वाह। "
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-151
"एकाएक एक दृष्य देखकर इतने विस्तार से विगत में जाकर अपने पहले प्यार से संबंध स्थापित करना, अद्भुत रहा।  "
May 14
Tilak Raj Kapoor replied to योगराज प्रभाकर's discussion लघुकथा विधा : तेवर और कलेवर
"अतिउत्तम आलेख। विशेषकर अंत में प्रस्तुत सरॉंश।"
May 13
Tilak Raj Kapoor is attending मिथिलेश वामनकर's event

ओबीओ साहित्योत्सव, भोपाल, 2023 at Hotel Reva Regency, Zone-1 MP Nagar, Bhopal

May 7, 2023 from 11am to 7pm
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार भोपाल इकाई के वार्षिक समारोह "ओबीओ साहित्योत्सव" में आप सादर आमंत्रित हैं।See More
May 6
Devesh Kumar replied to Tilak Raj Kapoor's discussion ग़ज़ल-संक्षिप्‍त आधार जानकारी-7 in the group ग़ज़ल की कक्षा
"वाह , बेहतरीन जानकारी।"
Nov 10, 2022
Tilak Raj Kapoor updated their profile
Jun 28, 2020
Tilak Raj Kapoor is now friends with Krishnasingh Pela and Rajesh Jaiswara 'राज जौनपुरी'
Jun 28, 2020
Rachna Bhatia replied to Tilak Raj Kapoor's discussion ग़ज़ल-संक्षिप्‍त आधार जानकारी-4 in the group ग़ज़ल की कक्षा
"सभी को प्रणाम   एक शंका का निवारण करें  क्या बदलने और अपने काफिया क्या दोष युक्त है?  जिंदगी चाल अपनी बदलने लगी बाद मुद्दत गले आज अपने लगी"
Apr 27, 2019

Profile Information

Gender
Male
City State
Bhopal, MP
Native Place
Bhopal
Profession
State Govt. Service

Comment Wall (36 comments)

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At 1:02pm on July 26, 2015, Santlal Karun said…

आदरणीय, सादर अभिवादन ! जन्म-दिन पर सहृदय शुभ कामनाएँ !

At 1:30am on July 26, 2015,
सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर
said…

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें....

At 12:42pm on July 20, 2015, Ravi Shukla said…

आदरणीय तिलक जी

सादर प्रणाम

ग्रजल की कक्षा में आपके लेख पढ़ रहा हूॅं बहुत सी जानकारी मिली आभार

10 आलेख के बाद मुझे और पोस्‍ट दिखाई नही दी

क्‍या वे कक्षा में उपलब्‍ध है या नही

और भी जानकारी चाहता हॅूं क्‍योंकि बह्र के बारे में अभी भी मैं मुतमईन नहीं हूँ इसकी मुझे और जानने की जरूरत है  । साथ ही कुछ आलेख में आपने जुज आदि का भी जिक्र किया था उसके बारे में भी जानना है । आशा है मार्ग दर्शन मिलेगा तो शौक को सहारा मिलेगा ।

सादर ।

At 7:43pm on January 11, 2015, Rahul Dangi Panchal said…
आदरणीय तिलक राज जी आप वे जानकारी मुझे भी भेजने का कष्ट करें तो बडी मेहरबानी होगी जो जानकारी आपने आदरणीय मिथिलेश जी को भेजने की बात की है! सादर!
मेरी ई मेल आई डी है
" panchal92rahul@gmail.com"
आपने कहा था!
"मिथिलेश जी
आप अपना ई-मेल आई डी मुझे भेज दें। मैं आपको एकजाई सभी बह्र और उनकी मुज़ाहिफ़ शक्‍लें भेज देता हूँ। "
At 9:21pm on July 26, 2014,
सदस्य टीम प्रबंधन
Rana Pratap Singh
said…


At 7:33pm on April 24, 2014, Sushil Sarna said…

आदरणीय तिलक राज जी , नमस्कार -ये आपसे मेरे प्रथम परिचय है - सर ग़ज़ल विधा में मात्राओं का वर्गीकरण मेरी समझ में नहीं आ रहा - ग़ज़ल लिखता हूँ लेकिन मात्रा भार में पिछड़ जाता हूँ - हिन्दी में लघु और गुरु समझ में आती है लेकिन ग़ज़ल में ?? आपसे अनुरोध है की मेरी प्रेषित ग़ज़ल जो निम्न प्रकार से है उसकी मात्रा/अरकान से समझा देंगे तो आपकी कृपा होगी -

आबाद हैं तन्हाईयाँ ..तेरी यादों की महक से
वो गयी न ज़बीं से .मैंने देखा बहुत बहक के
कब तलक रोकें भला बेशर्मी बहते अश्कों की
छुप सके न तीरगी में अक्स उनकी महक के
सुर्ख आँखें कह रही हैं ....बेकरारी इंतज़ार की
लो आरिज़ों पे रुक गए ..छुपे दर्द यूँ पलक के
ज़िंदा हैं हम अब तलक..... आप ही के वास्ते
रूह वरना जानती है ......सब रास्ते फलक के
बस गया है नफ़स में ....अहसास वो आपका
देखा न एक बार भी ......आपने हमें पलट के
सुशील सरना
मौलिक एवं अप्रकाशित

At 8:50am on October 7, 2013, Abhinav Arun said…

हार्दिक स्वागत और सादर प्रणाम आदरणीय ! स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त हो यही कामना है !!

At 9:03am on July 26, 2013, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…

जन्म दिन की हार्दिक शुभ कामनाए | प्रभु आपको नए आयाम स्थापित करने दिनोदिन प्रगति का 

मार्ग प्रशस्त करने में सक्षमता प्रदान करे |

At 3:30pm on June 29, 2013, Dr Babban Jee said…

परम आदरणीय निकोर एवं कपूर साहेब ........दरअसल आपने मुझे अपने अनुगृहीत किया अपनी जमात में जगह देकर / आपका आशीर्वाद बना रहे , यही एक छोटी सी चाहत है/ श्रधा के साथ

At 3:12pm on June 29, 2013, Dr Babban Jee said…

परम आदरणीय निकोर एवं कपूर साहेब ........दरअसल आपने मुझे अपने अनुगृहीत किया अपनी जमात में जगह देकर / आपका आशीर्वाद बना रहे , यही एक छोटी सी चाहत है/ श्रधा के साथ

 
 
 

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