For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

DR. HIRDESH CHAUDHARY
  • Female
  • Agra,UP
  • India
Share on Facebook MySpace

DR. HIRDESH CHAUDHARY's Friends

  • Seema Singh
  • Dr.Shalini Agam
  • atul kushwah
  • savitamishra
  • रमेश कुमार चौहान
  • Madan Mohan saxena
  • Savitri Rathore
  • vijay nikore
  • Dr.Prachi Singh
  • Poonam Matia
  • AVINASH S BAGDE
  • Tilak Raj Kapoor
  • Anita Maurya
  • Saurabh Pandey

DR. HIRDESH CHAUDHARY's Groups

 

DR. HIRDESH CHAUDHARY's Page

Latest Activity

Dr.Shalini Agam and DR. HIRDESH CHAUDHARY are now friends
Jan 8, 2021
Samar kabeer commented on DR. HIRDESH CHAUDHARY's blog post बृज क्षेत्र का सावन और उसका सौंदर्य
"मुहतरमा डॉ हृदेश चौधरी जी आदाब,अच्छी रचना हुई है,बधाई स्वीकार करें । कृपया रचना के साथ उसकी विधा भी लिख दिया करें ।"
Jul 25, 2019
DR. HIRDESH CHAUDHARY posted a blog post

बृज क्षेत्र का सावन और उसका सौंदर्य

मदमस्त चलती हवाएं और कार में एफएम पर मल्हार सुनकर, पास बैठी मेरी सखी साथ में गाना गाने लगती है "सावन के झूलों ने मुझको बुलाया, मैं परदेशी घर वापस आया" गाते गाते उसका स्वर धीमा होता गया और फिर अचानक वो खामोश हो गयी, उसको खामोश देखकर मुझसे पूंछे बिना नही रहा गया। फिर वो पुरानी यादों में खोई हुई सी मुझसे कहती है कि कहाँ गुम हो गए सावन में पड़ने वाले झूले, एक समय था जब सावन माह के आरम्भ होते ही घर के आंगन में लगे पेड़ पर झूले पड़ जाते थे और किशोरिया गाने लगती थी.. कच्ची नीम की निबौरी, सावन जल्दी आइयों…See More
Jul 22, 2019
JAWAHAR LAL SINGH commented on DR. HIRDESH CHAUDHARY's blog post मन नहीं करता
"बहुत सुन्दर समसामयिक रचना, बधाई स्वीकारे आदरणीया डॉ. हृदेश चौधरी जी! "
Jul 10, 2019
vijay nikore commented on DR. HIRDESH CHAUDHARY's blog post मन नहीं करता
"सुन्दर रचना के लिए बधाई, आदरणीया हृदेश जी।"
Jul 10, 2019
Samar kabeer commented on DR. HIRDESH CHAUDHARY's blog post मन नहीं करता
"मुहतरमा  डॉ हृदेश चौधरी जी आदाब,बढ़िया रचना हुुुई है,बधाई लेें ।"
Jul 3, 2019
प्रदीप देवीशरण भट्ट commented on DR. HIRDESH CHAUDHARY's blog post मन नहीं करता
"भावपुर्ण अभिव्य्क्ति के लिए बधाई"
Jul 3, 2019
TEJ VEER SINGH commented on DR. HIRDESH CHAUDHARY's blog post मन नहीं करता
"हार्दिक बधाई आदरणीय डॉ हृदेश चौधरी जी।लाज़वाब रचना।"
Jul 3, 2019
DR. HIRDESH CHAUDHARY posted a blog post

मन नहीं करता

हर पन्ने पे होंगीं बलात्कार की खबरें,इसलिए अखबार पढ़ने का मन नही करता।परिवार की जड़ें उखड़ कर वृद्धाश्रम में आ गईं,अब बच्चों को संस्कारी कहने का मन नही करता।नंगी सड़क पे बचाओ बचाओ पूरे दिन चिल्लाता रहा,फिर भी उसपे विश्वास करने का मन नही करता।शरीर के इंच इंच पे, मैं राष्ट्रभक्त हूँ गुदवा रखा था,फिर भी उसकी राष्ट्रभक्ति पढ़ने का मन नही करता।कोई मोब्लिंचिंग तो कोई चमकी में मरा होगा इसलिए,अब सुबह जल्दी उठकर सूरज देखने का मन नही करता।सीमाओं से आते हैं हर रोज शहीदों के ताबूत,परिजनों का ये दर्द अब और सहने…See More
Jul 3, 2019

Profile Information

Gender
Female
City State
AGRA UP
Native Place
AGRA
Profession
GENERAL SECRETARY , AARADHANA (www.aaradhanagroup.com)
About me
EDUCATIONIST, SOCIAL SERVICE & WRITER

DR. HIRDESH CHAUDHARY's Photos

  • Add Photos
  • View All

DR. HIRDESH CHAUDHARY's Blog

बृज क्षेत्र का सावन और उसका सौंदर्य

मदमस्त चलती हवाएं और कार में एफएम पर मल्हार सुनकर, पास बैठी मेरी सखी साथ में गाना गाने लगती है "सावन के झूलों ने मुझको बुलाया, मैं परदेशी घर वापस आया" गाते गाते उसका स्वर धीमा होता गया और फिर अचानक वो खामोश हो गयी, उसको खामोश देखकर मुझसे पूंछे बिना नही रहा गया। फिर वो पुरानी यादों में खोई हुई सी मुझसे कहती है कि कहाँ गुम हो गए सावन में पड़ने वाले झूले, एक समय था जब सावन माह के आरम्भ होते ही घर के आंगन में लगे पेड़ पर झूले पड़ जाते थे और किशोरिया गाने लगती थी..

कच्ची नीम की निबौरी, सावन…

Continue

Posted on July 22, 2019 at 10:00pm — 1 Comment

मन नहीं करता

हर पन्ने पे होंगीं बलात्कार की खबरें,

इसलिए अखबार पढ़ने का मन नही करता।

परिवार की जड़ें उखड़ कर वृद्धाश्रम में आ गईं,

अब बच्चों को संस्कारी कहने का मन नही करता।

नंगी सड़क पे बचाओ बचाओ पूरे दिन चिल्लाता रहा,

फिर भी उसपे विश्वास करने का मन नही करता।

शरीर के इंच इंच पे, मैं राष्ट्रभक्त हूँ गुदवा रखा था,

फिर भी उसकी राष्ट्रभक्ति पढ़ने का मन नही करता।

कोई मोब्लिंचिंग तो कोई चमकी में मरा होगा इसलिए,

अब सुबह जल्दी…

Continue

Posted on July 3, 2019 at 8:14am — 4 Comments

गणतंत्र की आस में तरसता घुमंतू समाज

सड़क किनारे पसरी घोर निराशा और उस निराशा में डूबी हुयी जिंदगियां, चिथड़ों में लिपटे हुए बच्चे, टूटी फूटी झोपड़ियों में सुलगते चूल्हे और उसी सड़क पर सरकार के नुमाइंदों की सरपट दौड़ती चमकती कारों में चर्चा गरम हो रही होती है डिजिटल इंडिया की, पर उन नेताओं को सड़क की जिंदगी बसर करती इस  कौम की  बदहाल  तस्वीर नज़र नहीं आती. जो कि इनके छदम दावों को धूल धूसरित करती है माना कि जीवन अनवरत संघर्ष का नाम है, जिसका कर्म है सदैव चलते रहना, आगे बढ़ते रहना. किन्तु…

Continue

Posted on January 25, 2016 at 12:30pm — 6 Comments

ये कैसा कन्या पूजन

एक हाथ से कन्या पूजन दूजे हाथ से कन्या हनन

माँ को खुश करने का कैसा है ये आयोजन

धन वैभव की चाहत में सुख संपत्ति के आगत में

मनाते सभी त्यौहार लक्ष्मी जी के स्वागत में

पर ये कैसा अनर्थ जो गृहलक्ष्मी पर भारी

घर अस्पताल में चलती इस लक्ष्मी पर आरी

माँ की ममता बेबस और निष्ठुर पिता का साया

उस घर में बेटी का जन्म क्यूँ न किसी को भाया

कैसी स्वार्थी कैसी निर्दयी ये दुनिया की मंडी

जहाँ बेबस है शक्ति स्वरूपा दुर्गा काली और चंडी

जिन हाथों से डाली जाती है…

Continue

Posted on October 15, 2015 at 10:00pm — 1 Comment

Comment Wall (1 comment)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 8:24am on January 17, 2014,
सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी
said…

आदरणीया , क्षमा चाहता हूँ  , नाम से भ्रमित हो गया था , भविष्य मेव ध्यान रखूंगा ॥

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"आ. प्रतिभा बहन अभिवादन व हार्दिक आभार।"
yesterday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार. सादर "
yesterday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"हार्दिक आभार आदरणीय भाई लक्षमण धामी जी. सादर "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। दोहों पर उपस्थिति और प्रशंसा के लिए आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"आ. प्रतिभा बहन, सादर अभिवादन। सुन्दर गीत हुआ है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
" आदरणीय अशोक जी उत्साहवर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार "
yesterday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"  कोई  बे-रंग  रह नहीं सकता होता  ऐसा कमाल  होली का...वाह.. इस सुन्दर…"
yesterday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"बहुत सुन्दर दोहावली.. हार्दिक बधाई आदरणीय "
yesterday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"बहुत सुन्दर दोहावली..हार्दिक बधाई आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी"
yesterday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"सुन्दर होली गीत के लिये हार्दिक बधाई आदरणीय "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। बहुत अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-161
"आदरणीय भाई लक्षमण धामी जी सादर, उत्तम दोहावली रच दी है आपने. हार्दिक बधाई स्वीकारें. सादर "
yesterday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service