For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

योगराज प्रभाकर's Comments

Comment Wall (85 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 11:59am on February 17, 2014, Santlal Karun said…

आदरणीय प्रभाकर जी, 

मैंने वांछित व्याकरणिक सुधार देख लिया है, हार्दिक आभार !

At 8:21am on February 17, 2014, Santlal Karun said…

आदरणीय योगराज प्रभाकर जी,

                'सामाजिक सरोकार' के अंतर्गत पोस्ट मेरे आलेख 'लैंगिक-यौनिक विकलांगता : राज्य और समाज का कर्तव्य' में एक वाक्य अंत में परिवर्तन के समय अशुद्ध चला गया है | अतएव निवेदन है कि लेख के दूसरे अनुच्छेद में  "इस मुद्दे पर संसद के रहनुमाई का आख़िरी चौखट अब और प्रभावशाली हो गया  है |" की जगह "इस मुद्दे पर संसद की रहनुमाई की आख़िरी चौखट अब और प्रभावशाली हो गई है |" कर देने की कृपा करें |

                अनुगृहीत होऊँगा |

                                                                              संतलाल करुण 

At 10:22am on January 21, 2014, vijay nikore said…

परम आदरणीय योगराज जी,

 

अभी कुछ दिन हुए आपने अपना मूल्यवान समय मेरी रचनाओं को दिया, और १ नहीं, २ नहीं, मेरी २२ रचनाएँ पढ़ीं और उन पर प्रतिक्रिया भी दी.... इस प्रकार आपने मुझको जो विशेष स्थान दिया है, और मान दिया है, मैं उसके लिए हृदयतल से आभारी हूँ। यह आपका ओ बी ओ सदस्यों के प्रति स्नेह अनूठा है, अत: इस स्नेह को नमन और आपको नमन।

 

आशा है, आपका स्नेह ऐसे ही मिलता रहेगा, और मेरी ओर से प्रयास में कमी नहीं होगी।

 

सादर और सस्नेह,

विजय निकोर

At 6:28pm on January 13, 2014,
सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी
said…

आदरणीय योगराज भाई , मित्रता स्वीकार करने के लिये आपका बहुत शुक्रिया ॥

At 8:26pm on November 18, 2013, MAHIMA SHREE said…

परम आदरणीय योगराज सर .. आपको जन्म दिवस की ढेरो बधाई ..... और शुभकामनाएं

"जीवेद् शरद: शतम्"...... यही मंगलकामना है ....

At 9:45am on November 18, 2013, बृजेश नीरज said…

आपको जन्म दिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!

आप जियो हजारों साल, साल के दिन हों पचास हज़ार!

At 1:19am on November 18, 2013, जितेन्द्र पस्टारिया said…

आदरणीय योगराज जी, जन्मदिन की आपको हृदय से शुभकामनाये..

सादर!

At 1:11am on November 18, 2013,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आदरणीय योगराजभाईसाहब, आजके दिन की सत्विकता को आप इसी तरह जीयें जैसे उसे अबतक जीते रहे हैं... जन्मदिन की अनेकानेक शुभकामनाएँ

शुभम्

--सौरभ

At 9:51am on November 12, 2013, डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव said…

आदरणीय प्रभाकर जी

इनबॉक्स में आपका सन्देश मिला,  आभारी हूँ

मैं अभी नया सदस्य बना हूँ  तौर तरीके सीख रहा हूँ  त्रुटिया  हो जाती हैं  बिलम्ब हो जाता है  पर फिर  भी हम एक परिवार हैं  मैं सदैव  मौलिक एवं अप्रकाशित ही भेजता हूँ  कभी अंकित करने में भूल हो सकती  है  जैसे हृदयाग्नि  शीर्षक कविता के साथ हुआ  मैंने संशोधन पोस्ट  किया था शायद मिला हो

आपसे ऐसे ही स्नेह और मार्ग दर्शन  की  कामना करता हूँ I  आपको और आपकी लेखनी को शत शत प्रणाम I

At 1:15am on October 19, 2013, Pankaj Mishra said…

आदरणीय योगराज सर,,,आपका बहुत बहुत धन्यवाद् मार्गदर्शन के लिये. ...
आशा है इश बाल कवि को भी एक मंच मिलेगा ..

At 5:27pm on October 7, 2013, विजय मिश्र said…

योगराज जी , अनेक शुभाकांक्षाएं और शुभाशंसायें !

सन्दर्भ को निचोड़ कर अगर इस सम्मानित इ-पत्रिका तक ले आऊँ तो निश्चित रूप से आपका यह आमन्त्रण मेरे लिए धन्य होने की बात है . कृतज्ञता से अभिभूत हूँ . नवरात्र की हर्दिक शुभकामनाएँ और माँ भगवती से सबों के कल्याण की कामना भी .

At 9:40am on December 31, 2012, कुमार गौरव अजीतेन्दु said…

आदरणीय योगराज सर, आपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ......

At 10:33pm on December 3, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आपकी हार्दिक शुभकामनाएँ मेरे सिर-माथे, आदरणीय योगराजभाईजी.

At 3:22pm on November 18, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
said…

जन्मदिवस की सादर हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय योगराज प्रभाकर जी.

At 1:52pm on November 18, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…
इ-पत्रिका का मान बढे, योगराज सरताज
प्रभाकर  गुरु बने बढे, मिला प्यार का हाथ                
साठ पार फिर भी मिला, यह भी सुन्दर योग
प्रभु उनको शतायु करे, रहे हर वक्त निरोग ।
सपरिवार जन्म दिन की हार्दिक शुम्ब कामनाए -लक्ष्मण लडीवाला     
At 10:53am on November 18, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

स्वस्त्यस्तु ते कुशलमस्तु चिरायुरस्तु
विद्या विवेक कृतिकौशल सिद्धिरस्तु
ऐश्वर्यम्स्तु बलमस्तु राष्ट्रभक्तिः सदाऽस्तु
वंशः सदैव भवता हि सुदीप्तोऽस्तु ॥

आदरणीय योगराजभाईजी, आपको जन्मदिन की सादर बधाइयाँ व हार्दिक शुभकामनाएँ !!!

At 10:38am on November 18, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

जन्म दिन की हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरणीय गुरुदेव, ईश्वर से प्रार्थना है कि आपको स्वस्थ और लम्बी उम्र प्रदान करें ताकि आपका आशीर्वाद आजीवन मिलता रहे |

At 9:33am on October 2, 2012, कुमार गौरव अजीतेन्दु said…
आदरणीय योगराज सर...आपने जो सम्मान दिया उसके लिए आपका और पूरे ओबीओ परिवार का बहुत-बहुत धन्यवाद...
At 10:42pm on August 29, 2012, सूबे सिंह सुजान said…

sir, bhut khoob

At 11:49am on June 4, 2012, UMASHANKER MISHRA said…

योगिराज जी आज आपकी रचना से रूबरू होने का सौभाग्य मिला

लघु कथा में सच का सामना समाया हुवा है उत्तम कोटि का व्यंग है

हिंदी के प्रति आपकी आत्मीयता के सामने हम नतमस्तक हैं आभार आपका

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"ग़ज़ल~2122 1212 22/112 इस तकल्लुफ़ में अब रखा क्या है हाल-ए-दिल कह दे सोचता क्या है ये झिझक कैसी ये…"
1 hour ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"स्वागतम"
1 hour ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .

दोहा पंचक  . . . .( अपवाद के चलते उर्दू शब्दों में नुक्ते नहीं लगाये गये  )टूटे प्यालों में नहीं,…See More
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर updated their profile
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार.. बहुत बहुत धन्यवाद.. सादर "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय। "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आपका हार्दिक आभार, आदरणीय"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पांडेय सर, बहुत दिनों बाद छंद का प्रयास किया है। आपको यह प्रयास पसंद आया, जानकर खुशी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय आदरणीय चेतन प्रकाशजी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त चित्र पर बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करती मार्मिक प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service