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Ram Ashery
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Ram Ashery's blog post मुझे कुछ कहना है
"आ. भाई राम आश्रय जी, सादर अभिवादन। सुंदर रचना हुइ है । हार्दिक बधाई।"
Sep 15, 2021
Samar kabeer commented on Ram Ashery's blog post मुझे कुछ कहना है
"जनाब राम आश्रय जी आदाब, सुंदर प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।"
Sep 14, 2021
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मुझे कुछ कहना है

अब चुप नहीं रहना, मुझे कुछ कहना हैबहुत सहा जीवन में, अब जुल्म से लडनाजुल्म अत्याचार को सहने वालादोषियों का उत्साह बढाने वालासंघर्ष से बच कर भागने वालामौत सभी की निश्चित, फिर क्यों डरनाबीर नहीं वह कायर, मुझे कुछ कहना हैकथनी करनी का भेद समझनाझूठ को सब के सम्मुख रखनासच का डट कर सामना करनाझूठों को उजागर करना,सच से न डरनाअब चुप नहीं रहना मुझे कुछ कहना हैछल कपट से जीवन भर लडनादोषियों के विरूध संघर्ष करनासच के लिए जीवन भर लडनाप्रेम भावना रखना आपस में न लडनामुझे कुछ कहना है अब चुप नहीं रहना ॥नंद किशोर…See More
Sep 12, 2021
Ram Ashery commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post हम तो हल के दास ओ राजा-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"अति सुंदर अभिव्यक्ति बहुत बहुत बधाई स्वीकार हो"
May 20, 2021
Ram Ashery posted a blog post

हम होगें कामयाब

आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब मन में रख विश्वास, महामारी से जंग जीत जायेगें कुदरत के सिद्धांतों पर जब हम चलना सीख जायेगें जीवन में हम जैसा फल बोयेगें वैसा ही फल खायेगें आज नहीं तो कल,लोग अपनी गलती समझ जायेगें आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब ॥ छल कपट राग द्वेश छोड जब जीना सीख जायेगें लालच त्याग कर, दूसरों के दुख को समझ पायेगें जिस दिन हम अपनी कमजोरी को ताकत बनायेगें तभी कोरोना पर अपनी विजय का जश्न मनायेगें आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब ॥ आस्तीन में पल रहे शत्रुओं…See More
May 17, 2021
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हम होगें कामयाब

लेन देन जगत में, कुदरत रखे सब हिसाब । मिलता न कुछ मुफ्त में, हम हो कामयाब ॥ अपने आतीत से सीख लें, पलटकर देख लो इतिहास मुसीबतों से कुछ सबक ले, रख सुखी भविश्य की आस । हर बाधा की दिशा मोड दो, कर जीवन में सतत प्रयास । विपत्ती में धैर्य से निर्णय लें, ह्र्दय जगे सफलता की आस । मन में जगा विश्वास, आंखों से देखे ख्वाब ! टूटे न मन से आस, लोग होगें कामयाब !! वक्त रहते आज तू संवार ले, कल तेरा होगा न उपहास । दुख में हिम्मत हार मत, कल सूरज देगा प्रकाश.। करूणा मैत्री को छोड मत, विजय आ गयी अब पास । सुख…See More
May 15, 2021
Ram Ashery commented on Ram Ashery's blog post जिंदगी का सफर
"मेरे उत्साह वर्धन के लिए आपको सहृदय आभार स्वीकार हो । "
Nov 25, 2020
Samar kabeer commented on Ram Ashery's blog post जिंदगी का सफर
"जनाब राम आश्रय जी आदाब,सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें ।"
Nov 25, 2020
Ram Ashery posted a blog post

जिंदगी का सफर

हमारा आज और कल एक सिक्के के दो पहलू हैं सुनहरे कल के लिए आज की बलि मत चढ़ा दो माना की आज ज़िंदगी कठिन है पर जीना जरूरी है उसके लिए अपने  भविष्य को बचाना है तिनके का सहारा लेकर हमें जाना है उस पार ।  हिम्मत न हार तूफान से टकरा अपने कल के लिए कठिन संघर्ष कर आया भयंकर तूफान खतरे में जग जहान है आशा की पतवार है किश्ती नदी मझधार है हिम्मत न हार हमें जाना है उस पार । मंजिल  पर दूर तक कोई नजर नहीं आता छोटा है तो क्या हुआ,पर  रिश्ता निभाता है इस भंयकर तूफान में कोई रास्ता दिखाता है  हौसला बुलंद रख विजय…See More
Nov 23, 2020
Ram Ashery commented on गिरधारी सिंह गहलोत 'तुरंत ''s blog post छुड़ाना है कभी मुमकिन बशर का ग़म से दामन क्या ? (७० )
"अति सुंदर रचना के लिए आपको बहुत बहित बधाई स्वीकार हो "
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Ram Ashery commented on रवि भसीन 'शाहिद''s blog post कोई हो ही नहीं सकता (ग़ज़ल)
"आपको बहुत बहुत बधाई अपने बिलकुल सही लिखा आज  के इस सियासत के युग में यह अक्षर सह सही है   "
Mar 2, 2020
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"आपका बहुत बहुत आभार"
Oct 11, 2019
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Oct 10, 2019
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Ram Ashery commented on Sushil Sarna's blog post बेसुरी खाँसी ....
"अपने अंतरात्मा की आवाज को बहुत ही अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया है आपको इस सुंदर रचना के लिए बधाई स्वीकार हो ।   "
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Ram Ashery commented on Ram Ashery's blog post कागज की नाव
"आपको मेरी हौसला अफजाई के लिए तहेदिल से आभार । "
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Profile Information

Gender
Male
City State
surat
Native Place
Allahabad
Profession
service
About me
i am working in the institution as a teacher

क्यारी देखी फूल बिन ,माली हुआ उदास ।

कह दी मन की बात सब, जा पेड़ों के पास ॥

हिन्दी को समृद्धि करन हित, मन में जागी आस ।

गाँव गली हर शहर तक ,करना अथक प्रयास ॥

कदम बढ़ाओ सड़क पर ,मन में रख कर विश्वाश ।

मिली सफलता एक दिन ,सबकी पूरी आश ॥

सूरज चमके अम्बर में , करे तिमिर का नाश ।

अज्ञानता का भय मिटे, फैले जगत प्रकाश ॥

चंदा दमकी आसमान  ,गई जगत में छाय ।

हिन्दी पहुंची जन जन में, तब बाधा मिट जाय ॥

हिन्दी हमारी ताज अब, सबको रख कर पास ।

फूटा भांडा ढोंग का ,हुआ तिमिर का नाश ॥

घनी अंधेरी राह में जब राह न दिखती होय ।

हिन्दी साथ में तब चली, राह सुगम तब होय ॥

जब हिन्दी में बात करें, तो गर्व का अनुभव होय ।

गाँव शहर परदेश में , माथा नीच न होय ॥

पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण, चहुं दिश हिन्दी आज ।

जाति धर्म के बंधन मिटे, आयी समता आज ॥  

दूध और पानी की तरह ,मिल गए सभी समाज  ॥

पर्वत सोहे न भाल बिन, नदी बहे बिन नीर ।

देश न सोहे हिन्दी बिन , जीवन रहित शरीर ॥

ध्वज फहराए विश्व में, नभ तक जाए छाय ।

ममता जागे हृदय में , हिन्दी सभी अपनाय ॥

 मौलिक एवं प्रकाशित 

 

      

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मुझे कुछ कहना है

अब चुप नहीं रहना, मुझे कुछ कहना है

बहुत सहा जीवन में, अब जुल्म से लडना

जुल्म अत्याचार को सहने वाला

दोषियों का उत्साह बढाने वाला

संघर्ष से बच कर भागने वाला

मौत सभी की निश्चित, फिर क्यों डरना

बीर नहीं वह कायर, मुझे कुछ कहना है

कथनी करनी का भेद समझना

झूठ को सब के सम्मुख रखना

सच का डट कर सामना करना

झूठों को उजागर करना,सच से न डरना

अब चुप नहीं रहना मुझे कुछ कहना है

छल कपट से जीवन भर लडना

दोषियों के विरूध संघर्ष करना

सच के लिए जीवन… Continue

Posted on September 11, 2021 at 9:30pm — 2 Comments

हम होगें कामयाब

आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब

मन में रख विश्वास, महामारी से जंग जीत जायेगें

कुदरत के सिद्धांतों पर जब हम चलना सीख जायेगें

जीवन में हम जैसा फल बोयेगें वैसा ही फल खायेगें

आज नहीं तो कल,लोग अपनी गलती समझ जायेगें

आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब ॥

छल कपट राग द्वेश छोड जब जीना सीख जायेगें

लालच त्याग कर, दूसरों के दुख को समझ पायेगें

जिस दिन हम अपनी कमजोरी को ताकत बनायेगें

तभी कोरोना पर अपनी विजय का जश्न मनायेगें

आज अपने मकसद को…

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Posted on May 16, 2021 at 8:30am

हम होगें कामयाब

लेन देन जगत में, कुदरत रखे सब हिसाब ।

मिलता न कुछ मुफ्त में, हम हो कामयाब ॥

अपने आतीत से सीख लें,

पलटकर देख लो इतिहास

मुसीबतों से कुछ सबक ले,

रख सुखी भविश्य की आस ।

हर बाधा की दिशा मोड दो,

कर जीवन में सतत प्रयास ।

विपत्ती में धैर्य से निर्णय लें,

ह्र्दय जगे सफलता की आस ।

मन में जगा विश्वास, आंखों से देखे ख्वाब !

टूटे न मन से आस, लोग होगें कामयाब !!

वक्त रहते आज तू संवार ले,

कल तेरा होगा न उपहास ।

दुख में हिम्मत हार…

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Posted on May 15, 2021 at 9:30am

जिंदगी का सफर

हमारा आज और कल एक सिक्के के दो पहलू हैं 

सुनहरे कल के लिए आज की बलि मत चढ़ा दो 

माना की आज ज़िंदगी कठिन है पर जीना जरूरी है 

उसके लिए अपने  भविष्य को बचाना है 

तिनके का सहारा लेकर हमें जाना है उस पार ।  

हिम्मत न हार तूफान से टकरा 

अपने कल के लिए कठिन संघर्ष कर 

आया भयंकर तूफान खतरे में जग जहान है 

आशा की पतवार है किश्ती नदी मझधार है 

हिम्मत न हार हमें जाना है उस पार । 

मंजिल  पर दूर तक कोई नजर नहीं आता 

छोटा है तो…

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Posted on November 21, 2020 at 3:00pm — 2 Comments

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At 10:27pm on January 17, 2015,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय रामाश्रय जी, महोत्सव में आप अपनी रचना मुख्य पृष्ठ पर महोत्सव बैनर को क्लीक कर पोस्ट कर सकते हैं . 

 
 
 

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