For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74310

Reply to This

Replies to This Discussion

अत्यंंत ही दुखदायी समाचार मिला है. श्री कलीम उल्ला खान साहब की इस असामयिक मृत्यु पर हृदय अवनत श्रद्धांजलि ! परमपिता परमेश्वर और जगत नियंता उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे. आदरणीय समर भाई की इस पारिवारिक क्षति में हमसभी साथ हैं. 

ॐ शान्ति.

विनम्र श्रद्धांजली 

आदरनीय समर भाई जी के साले साहब स्व. श्री कलीम उल्ला खान साहब की आत्मा को ईश्वर शान्ति प्रदान करे व उनके आत्मीय जनो को दुख  सहने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रृद्धांजलि अर्पित करता हूँ ।

ओह ! श्री समर करीब के साले साहब श्री कलीम उल्ला खान साहब की सारंगपुर (म.प्र.)में ट्रैक्टर पलटने की दुर्घटना में हुईअसामयिक मृत्यु पर ईश्वर से प्रार्थना है स्व. श्री कलीम उल्ला खान साहब की आत्मा को शान्ति प्रदान करे व उनके परिवार को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें. विनम्र श्रृद्धांजलि. ॐ शान्ति. शान्ति !

विनम्र श्रद्धांजलि ।

जगत नियंता उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें, हमारी विनम्र श्रद्धांजली ! जगत नियंता उनके परिवार को यह यह दुःख सहने की असीम शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति

बहुत ही दुखद समाचार , ईश्वर से प्रार्थना है कि परिवार को यह दुख सहने की क्षमता दें, और श्री कलीम उल्ला खान साहब की दिवंगत आत्मा को असीम शान्ति दें।

भावभीनी श्रद्धांजलि

विनम्र श्रद्धांजली

दुखद समाचार। प्रभु से प्रार्थना है कि वह परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे और कलीम उल्ला खान साहब की आत्मा को शान्ति प्रदान करे। ॐ शान्ति. शान्ति !

आदरणीय समर कबीर साहब , इस दुःख की घड़ी में विनम्र शृद्धांजलि।

दोस्तों , आज २४ दिसम्बर-२०१६ के राजस्थान पत्रिका के मालवीय नगर पृष्ठ पर मेरी रचना '' व्यथित मन '' का प्रकाशन हुआ है। आप सब के आशीर्वाद के लिए उसकी छाया प्रति प्रस्तुत है :

Attachments:

 आदरणीय सुशील सरना जी आपकी रचना राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित हुई है यह समाचार ओ बी ओ परिवार के लिए गौरव का विषय है हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरणीय. कविता के भाव भी बहुत उन्नत है सादर बधाई 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय तमाम जी, आपने भी सर्वथा उचित बातें कीं। मैं अवश्य ही साहित्य को और अच्छे ढंग से पढ़ने का…"
1 hour ago
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय सौरभ जी सह सम्मान मैं यह कहना चाहूँगा की आपको साहित्य को और अच्छे से पढ़ने और समझने की…"
3 hours ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह मुकरियाँ .... जीवन तो है अजब पहेली सपनों से ये हरदम खेली इसको कोई समझ न पाया ऐ सखि साजन? ना सखि…"
3 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"मुकरियाँ +++++++++ (१ ) जीवन में उलझन ही उलझन। दिखता नहीं कहीं अपनापन॥ गया तभी से है सूनापन। क्या…"
9 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"  कह मुकरियां :       (1) क्या बढ़िया सुकून मिलता था शायद  वो  मिजाज…"
11 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"रात दिवस केवल भरमाए। सपनों में भी खूब सताए। उसके कारण पीड़ित मन। क्या सखि साजन! नहीं उलझन। सोच समझ…"
16 hours ago
Aazi Tamaam posted blog posts
yesterday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई लक्ष्मण सिंह 'मुसाफिर' साहब! हार्दिक बधाई आपको !"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय मिथिलेश भाई, रचनाओं पर आपकी आमद रचनाकर्म के प्रति आश्वस्त करती है.  लिखा-कहा समीचीन और…"
Wednesday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय सौरभ सर, गाली की रदीफ और ये काफिया। क्या ही खूब ग़ज़ल कही है। इस शानदार प्रस्तुति हेतु…"
Tuesday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .इसरार

दोहा पंचक. . . .  इसरारलब से लब का फासला, दिल को नहीं कबूल ।उल्फत में चलते नहीं, अश्कों भरे उसूल…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सौरभ सर, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। आयोजन में सहभागिता को प्राथमिकता देते…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service