For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74359

Reply to This

Replies to This Discussion

विनम्र श्रद्धांजलि। ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे।

एक अच्छे रचनाकार एवं एक अच्छे व्यक्ति के असमय चले जाने से अत्यंत दुख हुआ ।  ईश्वर उनके आत्मा को शांति प्रदान करे ।

संजय भाई ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार का एक अहम हिस्सा हैं (थे मैं अभी भी नहीं कह पा रहा हूँ) आप कार्यकारिणी सदस्य के रूप में अपनी सेवा देते रहे, मुझसे अक्सर बात फोन पर होती थी, "आदरणीय गणेश भईया प्रणाम" इसी के साथ आप बात प्रारंभ करते थे, ओ बी ओ पर आपका अंतिम वाक्य था, 


"नई भूमि अंबर नया, विस्तारित हो ज्ञान। ओबीओ पाता रहे, नित्य नवल उत्थान"

ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें । 
सादर श्रधांजलि !!!

अत्‍यंत दु:खद सूचना है यह। ओपन बुक्‍स ऑनलाईन ने एक सक्रिय सदस्‍य खोया है। ईश्‍वर उनकी आत्‍मा को स्‍वर्ग में स्‍थान दे। उनके परिजनों के लिये मेरी हार्दिक संवेदनायें।

अत्यंत दुखद ...इश्वर का क्रूर कृत्य ....अविश्वसनीय ...इश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को सहनशक्ति !!

आदरनीय योगराज भाई , अभी एक झटके से उबर भी नही पाये हैं ठीक से , और ये दूसरा दुखद समाचार , असहनीय है । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें , और प्रिय जनो को अपार दुख सहने की शक्ति दे ।

बेहद दुखद समाचार...... उनको श्रधांजलि ! 

अविश्वसनीय और मर्माहत कर दिया इस खबर ने। दुख की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिवार को हिम्मत दे। 

हे ईश्वर! दिवंगत आत्मा को शांति दे, परिवारजन को दुख से लडने की क्षमता प्रदान कर

ओह्ह्ह्ह अत्यंत दुखद ...ये क्या हो रहा है ??? विश्वास ही नहीं हो रहा कि अभी एक दुःख से उबर भी नहीं पाए थे कि अचानक ये दूसरा ,ईश्वर संजय हबीब जी की  आत्मा को शांति दे परिवार वालों को ये आघात को सहने की  शक्ति दे ...ॐ शांति शान्ति .

किसी परिजन का यूँ साथ छोड़ जाना, उस पीड़ा की कल्पना भी मुश्किल है. पर जीवन की गति को स्वीकार करना ही पड़ता है.. ईश्वर शोक संतृप्त परिवार को धैर्य प्रदान करें.

 अन्तर्मन  को वेधने वाले इस समाचार से बहुत दुख पहुंचा है,अचानक  एक और स्वजन के बिछड्ने से विस्मित हो गई हूँ! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति दें।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। सादर।"
6 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी आपने प्रदत्त विषय पर बहुत बढ़िया गजल कही है। गजल के प्रत्येक शेर पर हार्दिक…"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"गजल**किसी दीप का मन अगर हम गुनेंगेअँधेरों    को   हरने  उजाला …"
7 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"आ. भाई भिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर उत्तम रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
8 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"दीपोत्सव क्या निश्चित है हार सदा निर्बोध तमस की? दीप जलाकर जीत ज्ञान की हो जाएगी? क्या इतने भर से…"
20 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"धन्यवाद आदरणीय "
23 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"ओबीओ लाइव महा उत्सव अंक 179 में स्वागत है।"
23 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179
"स्वागतम"
23 hours ago
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 172

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' left a comment for मिथिलेश वामनकर
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए हार्दिक आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post साथ करवाचौथ का त्यौहार करके-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार।"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post साथ करवाचौथ का त्यौहार करके-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, करवा चौथ के अवसर पर क्या ही खूब ग़ज़ल कही है। इस बेहतरीन प्रस्तुति पर…"
Thursday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service