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MAHIMA SHREE's Comments

Comment Wall (40 comments)

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At 3:29pm on April 6, 2012, Er. Ambarish Srivastava said…

"निजत्व की खातिर" को  माह की सर्वश्रेष्ठ रचना के रूप में चुने जाने के लिए  बहुत-बहुत बधाई महिमा जी ! शुभकामनायें  !

At 2:56pm on April 6, 2012, RAJEEV KUMAR JHA said…

महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना के लिए पुरष्कृत होने पर बधाई ! महिमा जी. आपकी रचना प्रवाह सतत जारी  रहे,यही कामना है.

At 11:59am on April 5, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

निजत्व की खातिर पोस्ट  सर्व श्रेष्ठ रचना घोषित करने पर हार्दिक बधाई महिमा जी शुभकामनायें और आशीर्वाद स्वीकार करें आप इसी तरह बुलंदियों को छूती रहें 

At 11:00am on April 5, 2012, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी said…
निजत्व के खातिर को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने पर बहन महिमा श्री आपको कोटिश: बधाई।हम आशा करते है निकट भविष्य में हमें आपकी और भी उकृष्ट रचनाएं पढ़ने को मिलेंगी।
सादर
At 10:52am on April 5, 2012, Abhinav Arun said…

निजत्व की खातिर को महीने की श्रेष्ठ रचना चुने जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं आदरणीया महिमा श्री जी !!

At 10:38am on April 5, 2012, Arun Sri said…

"निजत्व की खातिर" के लिए बहुत बहुत बधाई महिमा जी ! शुभकामनाए !

At 10:32am on April 5, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय महिमा श्री जी,

सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "निजत्व की खातिर" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना (Best Creation of the Month) पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |

आपको पुरस्कार राशि रु ५५१ और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु) तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर

admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगी |
धन्यवाद,
आपका
गणेश जी "बागी"

संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक 
ओपन बुक्स ऑनलाइन

At 12:27pm on March 28, 2012, दुष्यंत सेवक said…

हार्दिक धन्यवाद... ओ बी ओ की संगत का असर है. :)

At 10:18pm on March 26, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

dhanyvad snehi mahima ji. 

At 6:52pm on March 16, 2012, RAJEEV KUMAR JHA said…

धन्यवाद ! महिमा जी.

At 10:12am on March 16, 2012, RAJEEV KUMAR JHA said…

बहुत सुन्दर कवितायेँ लिखी हैं,महिमा जी.बस अभी-अभी पढ़ा है.

At 6:07am on March 15, 2012, JAWAHAR LAL SINGH said…

महिमा जी, सादर अभिवादन!
आपके द्वारा लिखी सभी कवितायें एक से बढकर एक है!

At 3:43pm on March 14, 2012, राकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी' said…

JI dhanyvaad.

At 4:24pm on March 3, 2012, संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी' said…

सराहना के लिए आभारी हूँ| आपको मेरा गीत और आवाज़ पसंद आई उसके लिए शुक्रिया|

At 10:39pm on March 2, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

महिमाजी,  अपनी किसी रचना पर की प्रतिक्रिया या टिप्पणी के प्रत्युत्तर में अपनी बात उस प्रतिक्रिया या टिप्पणी के नीचे बने Reply बटन को क्लिक कर के किया करें. इस तरह से प्रत्युत्तर की सीमा रचना के परिप्रेक्ष्य में ही होगी.

आशा है, आप मेरे कहे का आशय समझ रही होंगीं.

सधन्यवाद.

At 7:42pm on March 2, 2012, संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी' said…

प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद महिमा जी| आपकी इसी मज़मून पर लिखी कविता देखना बहुत अच्छा लगेगा| जब समय मिले तो कृपया साझा करें|

At 10:39pm on March 1, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

 जीती रहिये, आशीर्वाद हमेशा रहेगा . मेरा काम लोगों के जीवन में खुशियाँ लाने का ही है.

नाराज होने की क्या बात है. मेहनत करिए, नाम रोशन कीजिये  
At 4:55pm on March 1, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

mukti bandhan ke upay batayen

ant samaya main praan na chatpatyen

sundar bhaav. badhai.

hindi main kahan kaese likhen. boss ji 

At 4:23pm on March 1, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

param aadarniyaa mahima jii, saadar abhivadan 

jahaj ka kaptan sabhi yatriyon ke surakshit hone ke uprant hi jahaj chodta hai. sinior to hain hi aap, aap ko 100 saal likhna hai. ham to kaafi doori tai karke manjil ke karib aa gaye hain. khoob badhiya likhen. 

naam roshan kren apna bhi aur hamare saath saath bharat ka bhi. 

jeete rahiye. kushwaha. 

At 8:21am on March 1, 2012, Admin said…

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