For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74463

Reply to This

Replies to This Discussion

आ० सौरभ भाई जी, जन्म दिवस की अशेष शुभकामनाएँ स्वीकार करें। आप यशस्वी हों शतायु हों।
.
जीवेत शरद: शतम् शतम्,सुदिनं सुदिनं जन्मदिनम्! 
भवतु मंगलम् विजयीभव सर्वदा, जन्मदिनस्य हार्दिक शुभेच्छा:।

दोस्तो आदाब,

तक़रीबन एक माह से मेरी तबीअत ठीक नहीं चल रही है साँस पर ज़ोर था, आज फिर तबीअत ख़राब हुई तो डॉक्टर ने एक्सरे करवाया उसने बताया कि 80 प्रतिशत नमुनिया आकर जा चुका है, अब सिर्फ़ 20 प्रतिशत बचा है, दवा चल रही है,और आप सब की दुआएँ भी चाहिए ।

इसी कारण से मंच पर आना नहीं हो पा रहा है ।

मोहतरम समर साहब, आप शीघ्र स्वस्थ हों, हम सबकी दुआएं आपके साथ है ।

आप बहुत जल्द सेहतयाब होंगे। हमारी दुआएँ आपके साथ हैं।

मुहतरम आपकी सेहत और सलामती के लिए दुआगो हूँ। आप जल्द शिफ़ायाब हों। 

हमारी दुआऍं आपके साथ हैं सर। आपको कुछ नहीं होगा। 

आप शीघ्र स्वस्थ हों ईश्वर से ये ही प्रार्थना है

दोस्तो आदाब,

आज सुब्ह 10 बजे मेरी दाईं आँख का ऑपरेशन होना है, इस कारण से 25 दिन तक मंच पर हाज़िर नहीं हो सकूँगा, आप सबसे दुआ की दरख़्वास्त है ।

आदरणीय समर साहब, आपकी आँखों का ऑपरेशन पूर्णतय: सफल हो. आप शीघ्र स्वास्थ्य लाभ कर दुगुने उत्साह से मंच पर तत्पर हों, यही कामना है.

हार्दिक शुभकामनाएँ. 

भाई सौरभ जी आदाब,

ऑपरेशन के बाद भी मेरी समस्या जैसी पहले थी वही आज भी है,बल्कि एक दो समस्याएँ और पैदा हो गईं, मसलन बाईं आँख में पढ़ने लिखने से पानी आ जाता है, 26 मार्च को इंदौर जाकर तीन बड़े डॉक्टरों को दिखाया उन्होंने कई जाँचें करने के बाद बताया कि ब्लेक ग्लूकोमा और बढ़ गया है और इसका इलाज किसी के पास नहीं है, आँख में पानी आ जाने के लिए दवा दी है, जो ले रहा हूँ, इसके बावजूद अब ओबीओ पर पहले की तरह सक्रिय रहने का प्रयास रहेगा,आपकी शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद ।

आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन।  ईश्वर की कृपा से आप शीघ्र पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर लौटें। आपका आपरेशन सफल हो यही कामना है। 

हार्दिक धन्यवाद भाई लक्ष्मण धामी जी ।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई महेंद्र जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल से मंच का शुभारम्भ करने के लिए हार्दिक बधाई।"
1 hour ago
Jaihind Raipuri joined Admin's group
Thumbnail

आंचलिक साहित्य

यहाँ पर आंचलिक साहित्य की रचनाओं को लिखा जा सकता है |See More
2 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया इस जगमगाती शह्र की हर शाम है…"
2 hours ago
Vikas replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"विकास जोशी 'वाहिद' तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ…"
2 hours ago
Tasdiq Ahmed Khan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल जो दे गया है मुझको दग़ा याद आ गयाशब होते ही वो जान ए अदा याद आ गया कैसे क़रार आए दिल ए…"
4 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221 2121 1221 212 बर्बाद ज़िंदगी का मज़ा हमसे पूछिए दुश्मन से दोस्ती का मज़ा हमसे पूछिए १ पाते…"
4 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेंद्र जी, ग़ज़ल की बधाई स्वीकार कीजिए"
6 hours ago
Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। वो शोख़ सी निगाहें औ'…"
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गयामानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१।*तम से घिरे थे लोग दिवस ढल गया…"
8 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221    2121    1221    212    किस को बताऊँ दोस्त  मैं…"
8 hours ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"सुनते हैं उसको मेरा पता याद आ गया क्या फिर से कोई काम नया याद आ गया जो कुछ भी मेरे साथ हुआ याद ही…"
15 hours ago
Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।प्रस्तुत…See More
15 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service