आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान जी. सादर आभार.
वाक़ई गज़ब की कल्पनाशीलता ने कथा को अद्भुत मुक़ाम दे दिया।इस बढ़िया सृजन हेतु हार्दिक बधाई आ.महेंद्र जी।
बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया जानकी वाही जी. हृदय से आभारी हूँ. सादर.
आद0 महेंद्र जी सादर अभिवादन। बढिया लघुकथा कही आपने। इस प्रस्तुति पर मेरी बधाई स्वीकार कीजिये
हार्दिक आभार आदरणीय सुरेन्द्र जी. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.
आपकी कल्पनाशीलता मुग्ध करती है आदरणीय महेंद्र जी , कथा ने कुछ विस्तार अधिक ले लिया फिर भी अंत तक बांधे रखती है हार्दिक बधाई
हृदय से आभारी हूँ आदरणीया प्रतिभा मैम. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.
बहुत-बहुत शुक्रिया। तो आप इसे किस श्रेणी में रख रहे हैं ? लघुकथा में ही न!
रचना पर आपकी उपस्थिति और मूल्यवान टिप्पणी के लिए हृदय से आभारी हूँ आदरणीय वीरेंदर वीर मेहता जी. बहुत-बहुत धन्यवाद. सादर.
कल्पना को बख़ूबी उकेरती कथा के लिये बधाई आद० महेंद्र कुमार जी ।
बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीया नीता मैम. हार्दिक आभार. सादर.
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |