For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

साथियों,
"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग -1) अत्यधिक डाटा दबाव के कारण पृष्ठ जम्प आदि की शिकायत प्राप्त हो रही है जिसके कारण "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग -2) तैयार किया गया है, अनुरोध है कि कृपया भाग -1 में केवल टिप्पणियों को पोस्ट करें एवं अपनी ग़ज़ल भाग -2 में पोस्ट करें.....

कृपया मुशायरे सम्बंधित अधिक जानकारी एवं मुशायरा भाग 2 में प्रवेश हेतु नीचे दी गयी लिंक क्लिक करें 

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग -2)

Views: 26073

Replies are closed for this discussion.

Replies to This Discussion

उम्दा ग़ज़ल हुई है आदरणीय इंजी. गणेश जी "बाग़ी" साहब। दिल से ढेर सारी बधाई स्वीकार कीजिए। पिछल्लू बहुत ग़ज़ब के हैं... हा हा हा... सादर।

बहुत बहुत आभार आदरणीय महेंद्र कुमार जी.

ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद पेश करता हूँ गणेश जी ,ग्रुप पे आप पहले शख्श है जिनसे बात हुई बहुत अच्छा लगा |

//ग्रुप पे आप पहले शख्श है जिनसे बात हुई बहुत अच्छा लगा//

हिन्दू धर्म के अनुसार गणेश को प्रथम देव कहा गया है और आपको उनसे ही बात हो गयी हा हा हा हा हा हा हा हा :-)))))))))

आपका बहुत आभार जनाब अनीस शेख साहब।

भाई गणेश बागी जी, यह 100 वें तरही मुशायरे का कमाल कह लें या फिर आ० समर कबीर साहिब के प्रोत्साहन का परिणाम जिसने हमारे कई पुराने "गिरधारी" शीत निद्रा से जाग उठे हैं। आपकी ग़ज़ल मुददतों बाद पढ़ी, आनंद आया। आपकी पूँछ.......... मेरा मतलब है कि ग़ज़ल के पिछलग्गू गज़ब हुए हैं। मेरी दिली बधाई स्वीकार करें। 

आदरणीय गुरुदेव, यह आप और समर साहब का प्रोत्साहन और आदेश ही था कि कुछ बन गया और मेरी ग़ज़ल की उपस्थिति दर्ज़ हो सकी और हुज़ूर बड़े गिरधारी तो आप ही हैं आप जो न कराएं :-))))

इस प्यार और आशीर्वाद हेतु दिल से आभारी हूँ। 

भाई गणॆश जी बाग़ी, ढेर दिन प गजलियवले बाड़s .. बड़हन बधाई..

आ तवना प पुछल्ला .. सॉरी.. पिछल्लू .. कमाल के कहन .. हा हा हा हा ..

बबुआ के मामा के सुनावे के नइखे नू.. ;-))) 

ओ बी ओ का हुआ असर ऐसा
शेर कहना तो आ गया है मुझे  ... भाई, ई तहरे ना हमनियो के कहल्का हs. 

मंच के क़ामयाबी कपारा चढ़ल उफान प बा. तरही मुशायरा के एह ऐतिहासिक घडी में तहरा से गर्वीला आ खुशकिस्मत मनई केहू नइखे. 

बेर-बेर बधाई आ दिल से शुभकामना, गनेश भाई..

आजु दिल से अवाज उपटल बा. 

जय-जय.. शुभ-शुभ.. 

"ज़बान-ए-यार मन तुर्की"

:-))))

बहुत बहुत आभार आदरणीय सौरभ भईया, दिल खोल के दिल से टिप्पणीआये हैं. सच में बहुत दिन बाद आनंद दुबाला भईल बा. फेनु से आभार आ परनाम।

आद० बागी जी अच्छी ग़ज़ल हुई है सच में ये ओबीओ का ही असर है .और पुछल्ले तो ..हाहाहा :))))))बहुत बहुत बधाई आपको 

तरही मुशाइरे की गोल्डन जुबली की मुबारकबाद अलग से .

आभार और प्रणाम आदरणीया राजेश कुमारी जी, सच तो यही है कि आज हम जो भी है अपने ओ बी ओ के कारण ही हैं. उत्साहवर्धन करती टिप्पणी हेतु पुनः आपका धन्यवाद।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा दशम -. . . . . शाश्वत सत्य
"आदरणीय शिज्जू शकूर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । आपके द्वारा  इंगित…"
1 hour ago
Mayank Kumar Dwivedi commented on Mayank Kumar Dwivedi's blog post ग़ज़ल
"सादर प्रणाम आप सभी सम्मानित श्रेष्ठ मनीषियों को 🙏 धन्यवाद sir जी मै कोशिश करुँगा आगे से ध्यान रखूँ…"
2 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Sushil Sarna's blog post दोहा दशम -. . . . . शाश्वत सत्य
"आदरणीय सुशील सरना सर, सर्वप्रथम दोहावली के लिए बधाई, जा वन पर केंद्रित अच्छे दोहे हुए हैं। एक-दो…"
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय सुशील सरना जी उत्सावर्धक शब्दों के लिए आपका बहुत शुक्रिया"
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय निलेश भाई, ग़ज़ल को समय देने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया। आपके फोन का इंतज़ार है।"
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"मोहतरम अमीरुद्दीन अमीर 'बागपतवी' साहिब बहुत शुक्रिया। उस शे'र में 'उतरना'…"
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय सौरभ सर,ग़ज़ल पर विस्तृत टिप्पणी एवं सुझावों के लिए हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया हमेशा…"
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय गिरिराज भंडारी जी, ग़ज़ल को समय देने एवं उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए आपका हार्दिक आभार"
5 hours ago
Sushil Sarna posted blog posts
6 hours ago
Nilesh Shevgaonkar posted a blog post

ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा

आँखों की बीनाई जैसा वो चेहरा पुरवाई जैसा. . तेरा होना क्यूँ लगता है गर्मी में अमराई जैसा. . तेरे…See More
6 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय सौरभ सर, मैं इस क़ाबिल तो नहीं... ये आपकी ज़र्रा नवाज़ी है। सादर। "
22 hours ago
Sushil Sarna commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय जी  इस दिलकश ग़ज़ल के लिए दिल से मुबारकबाद सर"
22 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service