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Shyam Bihari Shyamal
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Shyam Bihari Shyamal's Discussions

'कामायनी' के 75 साल पर मौन क्‍यों

हिन्‍दी भाषा के अद्वितीय महाकाव्‍य 'कामायनी' का महत्‍व सर्वज्ञात है। यह अनमोल कृति हमारी भाषा ही नहीं, अब तो विश्‍व साहित्‍य की एक अनमोल उपलब्घि के रूप में समादृत है। इस महान कृति के 75 साल पूरे होने…Continue

Tags: बेपरवाह, ?, इतने, क्‍यों, हिन्‍दी

Started Jun 18, 2012

नियम में 'अपवाद' को जगह मिले
28 Replies

ओबीओ पर 'अप्रकाशित' वाला नियम उचित है किंतु मेरे विचार से कोपयोगी सामग्री को इसमें कुछ छूट मिलनी चाहिए। जो सामग्री हमारे साहित्‍य की गौरव-गरिमा में अभिवृद्धि करने के उद्देश्‍य से तैयार की गई हो उसकी…Continue

Started this discussion. Last reply by Er. Ambarish Srivastava Feb 7, 2012.

आलोचना के प्रति रुचि में कमी क्‍यों
1 Reply

कविता, कहानी और लघुकथा आदि विधाओं में नये रचनाकारों का आगमन लगातार दिख रहा है। यहां ओबीओ पर भी नये रचनाकारों की सक्रियता प्रसन्‍नता से भर रही है किन्‍तु इसके बरक्‍स आलोचना में नवागमन लगभग नगण्‍य है।…Continue

Tags: नहीं, क्‍यों, नवागमन, के, आलोचना

Started this discussion. Last reply by Abhinav Arun Dec 10, 2011.

सम्‍पूर्ण रचना है विनय कुल का हर कार्टून
5 Replies

विनय कुल का हर कार्टून सम्‍पूर्ण रचना है। पल भर में पाठक को अपने प्रभाव में समेट लेने वाली कृतियां। इनकी प्रभावान्विति असंदिग्‍ध और प्रत्‍यक्ष है। कार्टून सामने आते ही चेहरे पर कभी इकहरी भी तो कभी…Continue

Tags: हो, पहल, की, मूल्‍यांकन

Started this discussion. Last reply by Vinay Kull Jul 21, 2012.

 

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कवि‍ताएं 00 श्‍याम बि‍हारी श्‍यामल

नदी - 1

नदी ने जब-जब चाहा

गीत गाना

रेत हुई



कंठ…

Continue

Posted on November 28, 2011 at 5:51am

महाकवि‍ जानकी वल्‍लभ शास्‍त्री की याद

महाकवि‍ जानकी वल्‍लभ शास्‍त्री की याद 

संस्‍मरण 0 श्‍याम बि‍हारी श्‍यामल…



Continue

Posted on November 26, 2011 at 6:30am — 4 Comments

कवि ताक रहा है फूल

कवि ताक रहा है फूल 

 

श्याम बिहारी श्यामल



अँटा पड़ा है

मटमैला आँचल सदी का

क्षत-विक्षत लाशों से

तब्दील हो रहे हैं

तेज़ी से…

Continue

Posted on November 25, 2011 at 6:00am — 20 Comments

Comment Wall (12 comments)

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At 4:35pm on October 3, 2012, Manmohan kaana said…

sawagat h shyam ji 

At 10:07pm on January 29, 2012, प्रमोद वाजपेयी said…

आपका स्वागत है श्यामलजी.......

At 10:20am on January 20, 2012, आशीष यादव said…
जन्मदिन की हार्दिक बधाई
At 4:05am on December 14, 2011, Shanno Aggarwal said…

श्यामल जी, आपका बहुत स्वागत है और आपकी सुंदर रचना 'कवि ताक रहा है फूल' के लिये आपको बहुत बधाई ! 

At 7:40am on December 6, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आपका हार्दिक स्वागत है, भाई श्यामलजी. आपकी उक्त रचना ’कवि ताक रहा फूल’ ने हर पाठक का ध्यान खींचा है. अपने विशिष्ट कथ्य और इंगित करते शिल्प के कारण वह एक अद्भुत रचना बन गयी है. 
सधन्यवाद. .

At 8:36pm on December 5, 2011, AVINASH S BAGDE said…

तख़्त के शैतान को
इसी का बहुत ग़म है !...kya bat hai Shyamal ji.

At 8:35pm on December 5, 2011, AVINASH S BAGDE said…

 ’कवि ताक रहा है फूल’ को इस माह की सर्वश्रेष्ठ रचना चयनित होने पर श्याम बिहारी श्यामलज़ी मेरी हार्दिक बधाइयाँ.

At 11:57am on December 5, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आपकी रचना ’कवि ताक रहा है फूल’ को इस माह की सर्वश्रेष्ठ रचना चयनित होने पर मेरी हार्दिक बधाइयाँ.

आपकी संलग्नता उदाहरण हो.

सधन्यवाद.

At 11:02am on December 5, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय श्री श्याम बिहारी श्यामल जी,

सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "कवि ताक रहा है फूल" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना (Best Creation of the Month) के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है |
इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे,धन्यवाद,
आपका
गणेश जी "बागी"

संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन

At 10:42am on November 17, 2011, shambhu nath said…

dhanyavaad sir.

 
 
 

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