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खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
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अरुण जी आपके पुत्र और उमाशंकर जी आपकी पुत्री दोनों बच्चों को मेरा भी ढेरों आशीर्वाद.

भतीजे और भतीजी को जन्म दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं.

शादी कि वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई ,Many many happy returns of the day Respected Ambarish ji .

यह दिन किसी के जीवन में पूर्णता के जीने का संयोग और सुफल लाता है. आपके स्वर में मैं भी स्वर-लहरियाँ पिरोता शुभकामनाएँ गा रहा हूँ, आदरणीया राजेशकुमारीजी.

    हिंदी साहित्य विशेष कर नवगीत के क्षेत्र में गत पांच दशक से सक्रिय  पंडित श्रीकृष्ण तिवारी का विगत २ ८ अप्रैल २ ० १ ३ को निधन हो गया वे ७ ४ वर्ष के थे और कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे । सम्पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ काशी के मणिकर्णिका घाट पर २ ९ अप्रैल को हुई  अंत्येष्टि में शहर के साहित्यकार और उनके चाहने वाले बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।  

       वो हम बनारस के लिखने पढने वालो के सच्चे अर्थों में अगुआ थे  । काशी के इस प्रतिनिधि का जाना बहुत बड़ी क्षति है । पंडित जी के साथ कई कई आयोजनों में , मंचों , गोष्ठियों में और आकाशवाणी में बिताये पल बार बार कौंध - कचोट - स्मरण आ रहे हैं , मन व्यथित है !

  

उनकी रचनाएँ कालजयी है 'सन्नाटे की झील '   'कालचक्र'   .."भीलों ने बाँट लिए वन , राजा को खबर तक नहीं " अपातकाल के दौरान चर्चित गीत था जिसने उन्हें बड़ी प्रसिद्धि दी । अभी कुछ माह पहले ही वो काव्य पाठ के लिए भारत सरकार की और से लन्दन भी गए थे और हिंदी गौरव सम्मान तो कुछ दिन पहले राज्य सरकार की और से मिला था । 

      विनम्र श्रद्धांजलि एक महान साहित्य सेवी को !!! 

यही एक सत्य है बाकी सब मिथ्या, आने वाले को एक न एक दिन जाना ही पड़ता है, पंडित जी हमारे बीच नहीं रहे किन्तु उनकी साहित्यिक कृतियाँ उन्हें अमर कर गईं । ईश्वर आपकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें और आपके चाहने वालों को इस आपार दुःख को सहन करने की शक्ति । विनम्र श्रद्धांजलि !!! 

परम श्रद्धेय श्री कृष्ण तिवारी जी को भाव भीनी श्रद्धांजलि | ऐसे कालजयी रचनाकार का जाना सम्पूर्ण जगत की साहित्यिक क्षति है

साहित्य क्षेत्र में एक और क्षति, भगवान्, पंडित श्री कृष्ण तिवारी जी की आत्मा को शांति प्रदान करे हमारी भी उनको विनम्र श्रद्धांजली |

माँ शारदे की असीम कृपा से मुझे दिनांक ०६ जून २०१३ को पुत्र रत्न की प्रप्ति हुई है समूचा परिवार हर्षित है और अपने इस ओ बी ओ परिवार को अवगत कराते हुए बड़ी प्रसन्नता हो रही है
आप सभी से आशीर्वाद का आकांक्षी

बहुत-बहुत हार्दिक बधाई प्रिय संदीप हमारा आशीर्वाद इस नन्हे मुन्ने को । 

आदरणीय...संदीप भाई, बहुत बहुत शुभकामनाऐं आपको, नन्हे मुन्ने बच्चे के पिता बनने पर ! "ईश्वर" आपके परिवार को स्वस्थ एवं खुश रखे....

आपको पुत्र-रत्न की प्राप्ति पर अनेकानेक बधाइयाँ, संदीपभाई.  देर से ही सही, सूचित कर इस मंच पर अपने आह्लाद को साझा करने के लिए धन्यवाद.

शुभम्

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