आदरणीय साथिओ,
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"समय-समय की बात है।; -नही,सबक लेने की।" बहुत ख़ूब! प्रदत्त विषय पर बढ़िया लघुकथा है आदरणीय मनन जी. मेरी तरफ से हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.
बहुत अच्छी लघुकथा हुई है आदरणीय मनन कुमार जी | हार्दिक बधाई आपको |
हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार जी। वर्तमान राजनैतिक हालात को तीखे अंदाज़ से विश्लेषित करती लाज़वाब लघुकथा ।
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