For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बाल साहित्य Discussions (213)

← Back to बाल साहित्य
Discussions Replies Latest Activity

FAIRY AND LITTLE KIDS....

ONCE UPON A TIME, A FAIREY PRINCESS OF HEAVEN THOUGHT TO BLESS THE HEALTHIEST CHILD AT KID’S SCHOOL WITH HEAVENLY BLESSINGS AND LOTS OF GIF…

Started by Dr. Prachi Singh

2 Apr 6, 2012
Reply by Dr. Prachi Singh

ईश्वर की महिमा

प्रस्तुत कविता कक्षा-7 की मेरी छात्रा रितू पाठक ने लिखा है,मैं इस कविता को उसकी अनुमति से यहां पोस्ट कर रहा हूं।उसकी बाल-सुलभ जिज्ञासा,आकां…

Started by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

2 Mar 3, 2012
Reply by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

ईश्वर की महिमा

प्रस्तुत कविता कक्षा-7 की मेरी छात्रा रितू पाठक ने लिखा है,मैं इस कविता को उसकी अनुमति से यहां पोस्ट कर रहा हूं।उसकी बाल-सुलभ जिज्ञासा,आकां…

Started by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

2 Mar 3, 2012
Reply by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

सदस्य कार्यकारिणी

बुरा ना मानो होली है (बाल गीत)

हल्ला- गुल्ला ,हंसी-ठिठौली  करती आई  टोली है  रंग अबीर से  सब जन खेलो  बुरा ना मानो होली है | स्नेह प्रेम का पर्व है ये तो  एक ही प्रीत की…

Started by rajesh kumari

4 Mar 1, 2012
Reply by rajesh kumari

मेरे पापा

मेरे पापा बड़े सयाने। बाजार गए थे टॉफी लाने॥ टॉफी-वॉफी कुछ न लाए। हाथ झुलाते वापस आए॥ तब मैं उनसे यों कुछ रूठा। मुंह फुलाकर घर में बैठा॥ फिर…

Started by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

2 Feb 24, 2012
Reply by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

बचपन मेरा भाग गया है

डूब गया बचपन प्यारा सा डिम हो गयी किलकारी गुड्डे-गुड्डी टूट गए सब फट गई टोपी जरतारी बचपन मेरा भाग गया है क्योंकि जमाना कम्प्यूटर का आ गया ह…

Started by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

4 Feb 24, 2012
Reply by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

अजब दशहरा

गजब दशहरा आया रे अजब दशहरा आया रे नयी नयी खुशिया लाया रे देख दशहरा आया रे ......चहु ओर है धूम मची शोर मचे है गली गली बच्चो के संग बूढों काअ…

Started by Yogyata Mishra

2 Feb 22, 2012
Reply by Yogyata Mishra

सदस्य टीम प्रबंधन

झंडा-गीत --- बाल-गीत/ सौरभ

हम झंडा लेकर हाथों में उत्साह भरे हो जाते हैं .. .   यह झंडा मानो जान भरा यह झंडा जानो शान भरा यह झंडा एक निशान सही फहराता  है पर मान भरा  …

Started by Saurabh Pandey

4 Jan 27, 2012
Reply by दुष्यंत सेवक

मेरा कैलेंडर

जनवरी फरवरी ठंडी रानी, अपने रंग दिखाती है गजक, खजूर और मूंगफली, हमको बहुत ही भाती है मार्च अप्रैल लेकर आते गर्मी हलकी हलकी रंग बिरंगे बर्फ…

Started by दुष्यंत सेवक

0 Jan 27, 2012

छोटी सी कहानी

राधा का बाल मन रुआंसा हुआ जा रहा था! उसने दादीमाँ से टीटू भैया की चुगली कर दी थी! "दादी माँ ,टीटू भैया मेरे भैया को मार रहे हैं अन्दर कमरे…

Started by Nutan Vyas

3 Jan 20, 2012
Reply by Deepak Sharma Kuluvi

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
12 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
12 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

अच्छा लगता है गम को तन्हाई मेंमिलना आकर तू हमको तन्हाई में।१।*दीप तले क्यों बैठ गया साथी आकर क्या…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार। यह रदीफ कई महीनो से दिमाग…"
yesterday
PHOOL SINGH posted a blog post

यथार्थवाद और जीवन

यथार्थवाद और जीवनवास्तविक होना स्वाभाविक और प्रशंसनीय है, परंतु जरूरत से अधिक वास्तविकता अक्सर…See More
Tuesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"शुक्रिया आदरणीय। कसावट हमेशा आवश्यक नहीं। अनावश्यक अथवा दोहराए गए शब्द या भाव या वाक्य या वाक्यांश…"
Monday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"हार्दिक धन्यवाद आदरणीया प्रतिभा पाण्डेय जी।"
Monday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"परिवार के विघटन  उसके कारणों और परिणामों पर आपकी कलम अच्छी चली है आदरणीया रक्षित सिंह जी…"
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"आ. प्रतिभा बहन, सादर अभिवादन।सुंदर और समसामयिक लघुकथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
Monday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"आदाब। प्रदत्त विषय को एक दिलचस्प आयाम देते हुए इस उम्दा कथानक और रचना हेतु हार्दिक बधाई आदरणीया…"
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service