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ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार भोपाल के तत्वावधान में 15 अप्रैल 2018 को ‘ओबीओ साहित्योत्सव 2018’ का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए स्मारिका ‘शब्दशिल्पी’ के प्रकाशन का निर्णय लिया गया है. ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सदस्यों से  स्मारिका ‘शब्दशिल्पी’ में प्रकाशनार्थ रचनाएँ आमंत्रित की जाती हैं.

तुकांत कविता, अतुकांत आधुनिक कविता, हास्य कविता, गीत-नवगीत, ग़ज़ल, नज़्म, हाइकू, सॉनेट, व्यंग्य काव्य, मुक्तक, शास्त्रीय-छंद (दोहा, चौपाई, कुंडलिया, कवित्त, सवैया, हरिगीतिका आदि) और लघुकथा विधाओं में से किसी एक विधा में केवल तीन रचनाएँ प्रेषित करनी हैं. कहानी, निबंध, व्यंग्य, आलेख, शोध-पत्र, समीक्षा, यात्रावृत, रेखाचित्र, संस्मरण, साक्षात्कार विधा में से किसी एक विधा में केवल एक रचना (शब्द संख्या अधिकतम 2000)प्रेषित कर सकते हैं.

रचनाएँ केवल यूनिकोड मंगल फॉण्ट में ही भेजें. ओपन बुक्स ऑनलाइन में प्रकाशित रचनाओं की लिंक भेजी जा सकती हैं. पीडीएफ या इमेज के रूप में प्राप्त रचनाएँ अस्वीकृत कर दी जाएगी. समस्त रचनाएँ दिनांक 15 मार्च 2018 तक ई-मेल obosub2018@gmail.com पर भेजने का कष्ट करें.

संपादक
'शब्दशिल्पी'

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मुहतरम जनाब मिथिलेश साहिब, ओ बी ओ साहित्योत्सव 2018 के लिए बहुत बहुत मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं। "शब्द शिल्पी" के प्रकाशन का इरादा आपकी साहित्य के प्रति प्रेम को ज़ाहिर कर रहा है , बहुत बहुत बधाई ।

हार्दिक धन्यवाद आपका. सादर 

 

आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सादर प्रणाम, इस आयोजन के लिए आपको सर्वप्रथम बहुत बहुत बधाई एवं सफलता के लिए शुभकामनाएं। मैं निर्धारित रचनाओं को निर्धारित तिथि तक अवशय प्रेषित कर दूंगा। इस कदम के लिए आपको बहुत बहुत बधाई।

हार्दिक धन्यवाद आपका. सादर 

हार्दिक बधाई आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी।उत्तम विचार।आपकी सफ़लता हेतु शुभ कामनायें।

आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सादर प्रणाम, अति उत्तम विचार |इसकी सफलता के मेरी ओर से ढेरों शुभकामनायें !

सादर !

प्रिय मिथिलेश जी ,
शब्दशिल्पी के शुभ आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं। एक साधारण सा प्रश्न है , क्या इसमें प्रकाशनार्थ वह रचनाएं भी भेजी जा सकती हैं जो पूर्व में ओ बी ओ पर प्रकाशित हो चुकी है अथवा केवल नवीन और अप्रकाशित रचनाएं ही ?
आपके उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी।
सादर।

भवदीय

डॉ. विजय शंकर

ओपन बुक्स ऑनलाइन में प्रकाशित रचनाएँ या रचनाओं की लिंक भेजी जा सकती हैं. 

बहुत बहुत बधाई,जनाब मिथिलेश वामनकर साहिब ।

हार्दिक धन्यवाद. 

आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सादर प्रणाम। ओ बी ओ साहित्योत्सव 2018 के आयोजन के लिए बहुत बहुत बधाई ।

हार्दिक धन्यवाद 

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