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खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

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बहुत बहुत बधाई आदरणीय समर कबीर भाई।

बहुत शुक्रिय: बहना कल्पना भट्ट जी ।

बहुत शुक्रिय: जनाब अशोक रक्ताले साहिब ।

आदरणीय समर कबीर सर् सादर नमस्कार।सर्, हार्दिक बधाई स्वीकार करें।

बहुत शुक्रिय: रचना भाटिया जी ।

ओ बी ओ के संस्थापक एवं संचालन समीति द्वारा आ. भाई समर जी को तरही मुशायरा- 149 से  'मंच संचालक' होने का सम्मान प्रदान किये जाने के लिए बहुत-बहुत बधाईयाँ। 

बहुत शुक्रिय: भाई लक्ष्मण धामी जी ।

आदरणीय समर कबीर साहब को इस सम्मान/जिम्मेदारी के लिये हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ। 

बहुत शुक्रिय: मुहतरमा प्रतिभा पाण्डेय जी ।

आदाब। ओपनबुक्सॉनलाइनडॉटकॉम के संस्थापक एवं संचालन समीति द्वारा मुहतरम जनाब समर कबीर साहिब को तरही मुशायरा- 149 से समूह का 'मंच संचालक' होने का सम्मान प्रदान किये जाने के लिए तहे दिल से बहुत-मुबारकबाद और शुभकामनाएं। 

बहुत शुक्रिय: भाई शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी ।

ओ बी ओ के संस्थापक एवं संचालन समिति द्वारा आ. भाई समर कबीर साहब जी को तरही मुशायरा- 149 से  'मंच संचालक' होने का सम्मान प्रदान किये जाने के लिए बहुत-बहुत बधाइयाँ। 

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