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खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
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हार्दिक धन्यवाद प्रिय महिमा श्री जी 

जब नदी के दो छोर मिले

तब ही सुन्दर फूल  खिले

बधाई देते हम चाह रहे

सुगंध सदा मिलती रहे |  ३७वे सुनहरे पलों पर हार्दिक बधाई 

आ० लक्ष्मण प्रसाद जी, आपकी शुभकामनायें ह्रदय से स्वीकार. 

आ. राजेश दी, शादी की ३७ वीं सालगिरह पर हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभ कामनाएँ

आ० सत्यनारायण भाई जी, हार्दिक धन्यवाद आपकी बधाई दिल से स्वीकार. 

आदरणीया राजेश कुमारी जी शादी की साल गिरह मुबारक हो ..........

हार्दिक धन्यवाद आ० नादिर खान जी 

आदरणीया राजेश कुमारी जी , शादी की सैंतीसवीं साल गिरह पर आपको मेरे और मेरे परिवार की ओर से दिली बधाइयाँ ॥

हार्दिक धन्यवाद आ० गिरिराज जी 

आप सब दोस्तों की दुआएं और भगवान् की असीम कृपा से कल मेरी दुनिया उजड़ते -उजड़ते बची ,कल १२ बजे ओफ्फिस से आते वक़्त बहुत भयंकर एक्सीडेंट हुआ मेरे पतिदेव का,काफी भयंकर चोट आई कितु आज खतरे से बाहर हैं.आप सभी की शुभकामनाओं की दिल से ऋणी हो गई हूँ  

ईश्वर आपको हर बला से सुरक्षित रखे। 

आपकी शुभकामना हेतु हार्दिक धन्यवाद 

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