For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Vinay Kull's Comments

Comment Wall (201 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 4:56pm on January 2, 2012, Atendra Kumar Singh "Ravi" said…

Aapki OBO par sakriyata ko NAMAN karte hue ATENDRA KUMAR SINGH'RAVI' ki taraf se bahut bahut Badhai......................................................

At 2:13pm on January 2, 2012, Admin said…

आदरणीय श्री विनय कुल जी , "महीने का सक्रिय सदस्य" पुरस्कार प्राप्त होने पर आपको बधाई , कृपया पुरस्कार की राशि चेक द्वारा प्राप्त करने हेतु चेक किस नाम से काटा जाय व् किस पते पर भेजा जाय कृपया इस admin@openbooksonline.com मेल पर उपलब्ध कराने की कृपा हो |

एडमिन

At 10:16pm on January 1, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आदरणीय विनय कूल जी, आपको  ई-पत्रिका, ओबीओ, की ओर से नव वर्ष के प्रथम माह जनवरी में अबतक के आपके सकारात्मक सहयोग को सम्मानित करते हुए सर्वाधिक सक्रिय सदस्य चयनित किये जाने पर मेरी हार्दिक बधाइयाँ.

आपकी विशिष्ट रचनाधर्मिता और उत्साहजनक संलग्नता इस मंच के सभी सदस्यों के लिये उत्प्रेरणा तथा यथेष्ठ उदाहरण साबित हो. 

सादर

At 9:57pm on January 1, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय श्री विनय कूल जी

सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में
आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य"
(Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
गणेश जी "बागी"

संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक 
ओपन बुक्स ऑनलाइन

At 2:47pm on January 1, 2012, Abhinav Arun said…

सही कहा कुछ ले दे ही पास करा देते बहुत बढ़िया कार्टून बधाई और नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय श्री विनय कुल जी ओ बी ओ पर यह वर्ष यूं ही सृजनशील सफ़र तय करता रहे !!

At 11:41pm on December 26, 2011, वीनस केसरी said…

विनय जी आप का बनाया हर चित्र कमाल होता है
मेरी ओर से विशेष बधाई स्वीकार करें

"चुनाव की घोषणा" कार्टून ने लाजवाब कर दिया

At 10:42am on December 26, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

गरम गरम पानी से नहाना चाहिये .. वाह वाह ! क्या ही सोच और क्या ही प्रस्तुतिकरण !!

दूसरी ओर , चुनाव की घोषणा पर सटीक अभिव्यक्ति के लिये सादर बधाई.  सही कहा आपने, जब सारा कुछ निर्ममता की हद तक वन-साइडेड हो जाय तो दूसरे पक्ष को चुनाव काल के सभी नारे और सारी बयानबाजी ’भौं-भौं’ ही लगती हैं. 

 

At 9:51am on December 23, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

लोकपाल मसौदे की जिस तरह से धज्जियाँ उड़ी हैं उसका निरुपण करता कार्टून बन पड़ा है.  इस विशिष्ट कार्टून के लिये आपका सादर धन्यवाद.

At 8:19am on December 23, 2011, Abhinav Arun said…

पहला नया कार्टून लोकपाल पर बहुत अच्छा है | सती वाले कांसेप्ट से बचना श्रेयस्कर होता | इस प्रथा पर संवेधानिक रोक है | ज़िक्र से इसके प्रोत्साहन का खतरा भी होता है ! 

At 10:13am on December 20, 2011, Deepak Sharma Kuluvi said…

bahut badiya ji

At 1:52pm on December 16, 2011, Abhinav Arun said…

शुभ विवाह वाला व्यंग्य चित्र बहुत बढ़िया है | हार्दिक बधाई ! खरमॉस  से पहले लगन के दौरान आता तो और अच्छा था |

At 1:35pm on December 12, 2011, Abhinav Arun said…

श्री विनय जी आपका अन्ना हजारे जी के अनशन पर केन्द्रित व्यंग्य चित्र अपने आप में बहुत कुछ कह जाता है | मन भा रहे इन चित्रों को प्रस्तुत कर हम सबको धन्य किया आपने | हार्दिक आभार और साधुवाद !!

At 9:23am on December 9, 2011, Er. Ambarish Srivastava said…

आदरणीय विनय जी ! आपके सम सामयिक कार्टून हमारी सामाजिक विसंगतियों पर कठोर प्रहार करते हुए शोभायमान हो रहे हैं ! इस सत्प्रयास  के लिए कोटि-कोटि बधाई स्वीकार करने की कृपा करें ! सादर : अम्बरीष श्रीवास्तव

At 1:23am on December 9, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

सामयिक घटनाओं पर पर आपकी चित्रात्मक प्रतिक्रिया बरबस मुँह से वाह निकलने का बेजोड़ कारण हो जाता है. .. आपके कार्टूनों पर आपको सादर बधाई, विनय भाई जी.

 

At 10:25pm on November 28, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आपके कार्टून दिल के बहुत करीब होते हैं. इनके विषय अपेक्षा के अनुरूप मौजूँ और आपकी कथन सटीक हुआ करती है. ..

आपकी त्वरित सोच को मेरा सादर नमस्कार .. .  आपका सहयोग बना रहे.

 

At 7:48pm on November 28, 2011, Abhinav Arun said…

कुल जी आप "ओ बी ओ भूषण" हैं और आपके कार्टून "हास्य व्यंग्य रत्न " इन रत्नों की शानदार जगमगाहट भरी प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई !! "पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली" वाला  कार्टून बहुत बहुत पसंद आया वाह !!

At 3:45pm on November 7, 2011, Abhinav Arun said…

ओ बी ओ के मुख पृष्ठ पर आपके कार्टून aur bheetar ke panne par foto बहुत मन भा रहे हैं विनय कुल जी !! इनसे इस मंच को पूर्णता मिली है चार चाँद लगे है | हार्दिक बधाई !!

At 2:44pm on October 21, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

कहना न होगा, कार्टूनों के कारण समचार-पत्रों की परिभाषा बदल गयी तथा उनके प्रति पाठकों का नजरिया भी बदल गया.  एक अदद कार्टून विषयगत समाचार के सैकड़ों पक्ष उजागर कर देता है. जिसे बाँधने में एक लेखक को हज़ारों हज़ार शाब्दिक ज़द्दोजहद से गुजरना पड़ता है.

विनयजी, आज के इस कार्टून पर मेरी सादर बधाइयाँ स्वीकारें. आपने ओबीओ के मंच को जो आयाम दिया है उससे हम सभी अभिभूत हैं. ओबीओ से आपका जुड़ना साहित्य-कर्म विकास को नयी ऊँचाइयाँ देगा.. इसी आशा के साथ.

सादर

At 12:48pm on October 18, 2011, Abhinav Arun said…
आदरणीय श्री विनय ji स्वागत है आपका इस मंच पर !! आपकी सक्रियता और आपके योगदान से ओ बी ओ और समृद्ध होगा !!! आपके हास्य चित्र यहाँ भी देखने को मिलेंगे और साथ ही साथी आपकी बहुयामी प्रतिभा से लाभान्वित होंगे !! हार्दिक शुभकामनाएं !! 
At 11:28pm on October 17, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

भाई विनयजी, आप की सदस्यता ओबीओ की पहचान को नये आयाम दे. .. आपका इस मंच से जुड़ना ओबीओ की गति को त्वरित करे. 

विश्वास है, आपके कार्टून हमारे दैनिक-प्रयास को आधारभूत संबल दें.

 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
Tuesday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Sunday
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Sunday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Saturday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service