For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Tapan Dubey
  • Male
  • Telangana, Hyderabad
  • India
Share on Facebook MySpace

Tapan Dubey's Friends

  • Ratnesh Raman Pathak
  • Er. Ganesh Jee "Bagi"
  • Admin
 

Tapan Dubey's Page

Latest Activity

Tapan Dubey commented on मनोज अहसास's blog post अहसास की ग़ज़ल:मनोज अहसास
"वाह वाह मनोज भाई बहुत खूब। बधाई।"
Jan 16, 2023
Tapan Dubey commented on Samar kabeer's blog post तरही ग़ज़ल
"समर सर बड़ी अच्छी गजल हुईं है। बड़ा अच्छा लगा पड़ कर। बहुत बहुत बधाई।"
Jan 16, 2023
Tapan Dubey commented on Zaif's blog post ग़ज़ल (ज़ैफ़)
"ज़ैफ़ भाई बहुत अच्छी गजल हुई है। पड़ कर बड़ा अच्छा लगा बहुत बहुत बधाई।"
Jan 16, 2023
Tapan Dubey commented on Rachna Bhatia's blog post सदा - क्यों नहीं देते
"बहुत खूब रचना जी, बड़ी अच्छी गजल हुई है। बधाई।"
Jan 16, 2023
Tapan Dubey commented on AMAN SINHA's blog post उम्मीद
"बहुत खूब अमन जी , बड़ी अच्छी रचना हुई है , बहुत बहुत बधाई।"
Dec 23, 2022
Tapan Dubey commented on Anjuman Mansury 'Arzoo''s blog post ग़ज़ल - ये बर्फीली हवाएंँ तेज़ तूफ़ाँ ये मिज़ाजी ठंड
" बहुत बहुत बधाई गजल की जानकारी तो मुझे बहुत कम है पर आज बहुत समय बाद ओबीओ पर लौटा हूँ और बड़ा अच्छा लगा आपकी गजल पड़ कर , हर शेर लाजवाब है खासतौर पर अलावों की न थी कोई कमी उसको........... और सुनो ! क्या तुम अभी भी पहले जैसे ही बिताते हो......…"
Dec 18, 2022
Tapan Dubey commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल
"ग़मों को एक चहरा चाहिए थाउन्हें भी भा गई सूरत हमारीहमारे लब भले चुप हो गये 'ब्रज'कहे हर अनकही सूरत हमारी क्या बात है वाह वाह आदरणीय बृजेश जी "
Dec 18, 2022
Tapan Dubey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-146
"वाह लक्ष्मण जी बहुत समय बात आज ओबीओ पर लोटा हूँ। आपकी रचना पड़ कर बड़ा अच्छा लगा। बहुत बहुत बधाई।"
Dec 18, 2022
Tapan Dubey joined Admin's group
Thumbnail

ग़ज़ल की कक्षा

इस समूह मे ग़ज़ल की कक्षा आदरणीय श्री तिलक राज कपूर द्वारा आयोजित की जाएगी, जो सदस्य सीखने के इच्‍छुक है वो यह ग्रुप ज्वाइन कर लें |धन्यवाद |See More
Nov 27, 2022
Tapan Dubey joined Admin's group
Thumbnail

सुझाव एवं शिकायत

Open Books से सम्बंधित किसी प्रकार का सुझाव या शिकायत यहाँ लिख सकते है , आप के सुझाव और शिकायत पर Team Admin जरूर विचार करेगी .....See More
Nov 27, 2022
Tapan Dubey joined Admin's group
Thumbnail

चित्र से काव्य तक

"ओ बी ओ चित्र से काव्य तक छंदोंत्सव" में भाग लेने हेतु सदस्य इस समूह को ज्वाइन कर ले |See More
Nov 27, 2022
Tapan Dubey updated their profile
Nov 27, 2022

Profile Information

Gender
Male
City State
Hyderabad
Native Place
Indore
Profession
IT ( Technical Lead)
About me
शिवमंगल सिंह सुमन जी के कुछ पंक्ति याद आ रही है तुम पूछ रहे मेरा परिचय , तुम पूछ रहे मेरा निश्चय , मैं क्या जानू इस जगती में अभिशाप रूप हूँ या वर हूँ में तो पथ का कंकर पत्थर हूँ पिछले १२ वर्षो से आई टी कंपनी में कार्यररत हूँ. गजल ,कविता आदि सुनने का शोक मुझे बचपन से था , थोड़ा बहुत लिख लेता हूँ। इस मंच से ये उम्मीद जगी है की शायद जिसे में ढूंढ रहा था अपने भीतर वो तपन कही मिल जाए।

Comment Wall

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

  • No comments yet!
 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, पोस्ट पर आने एवं अपने विचारों से मार्ग दर्शन के लिए हार्दिक आभार।"
7 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। पति-पत्नी संबंधों में यकायक तनाव आने और कोर्ट-कचहरी तक जाकर‌ वापस सकारात्मक…"
9 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदाब। सोशल मीडियाई मित्रता के चलन के एक पहलू को उजागर करती सांकेतिक तंजदार रचना हेतु हार्दिक बधाई…"
10 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार।‌ रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर रचना के संदेश पर समीक्षात्मक टिप्पणी और…"
10 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदाब।‌ रचना पटल पर समय देकर रचना के मर्म पर समीक्षात्मक टिप्पणी और प्रोत्साहन हेतु हार्दिक…"
10 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, आपकी लघु कथा हम भारतीयों की विदेश में रहने वालों के प्रति जो…"
10 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय मनन कुमार जी, आपने इतनी संक्षेप में बात को प्रसतुत कर सारी कहानी बता दी। इसे कहते हे बात…"
10 hours ago
AMAN SINHA and रौशन जसवाल विक्षिप्‍त are now friends
10 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय मिथलेश वामनकर जी, प्रेत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
10 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय Dayaram Methani जी, लघुकथा का बहुत बढ़िया प्रयास हुआ है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
12 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"क्या बात है! ये लघुकथा तो सीधी सादी लगती है, लेकिन अंदर का 'चटाक' इतना जोरदार है कि कान…"
13 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय Sheikh Shahzad Usmani जी, अपने शीर्षक को सार्थक करती बहुत बढ़िया लघुकथा है। यह…"
13 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service