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Posted on March 5, 2018 at 10:16pm — 2 Comments
Posted on October 5, 2017 at 1:30pm — 5 Comments
एक ख्वाहिश पूरी कर दे तू इबादत के बगैर
वो आ कर गले लगा ले मेरी इजाजत के बगैर
ऐ खुदा हुस्न और दौलत तो तेरी कुदरत है
मैं मानूँ अगर वो अपना ले मुझे इनके बगैर
बोल कर इज़हार क्यों करूँ अपने इश्क़ का
मैं मानूँ अगर वो जान जाये इशारे किए बगैर
यूँ तो आदत नही किसी को देखूं मुड़ कर
पर दिल करता है देखूं तुझे पलकें गिरे बगैर
शौक लगा उसी दिन मुहब्बत का मुझे यारों
दिल खो गया था जिस दिन खोये बगैर
कोई उम्मीद,दिलासा दे दे मुलाकात…
ContinuePosted on October 1, 2017 at 10:26pm — 4 Comments
ये क्यूँ और कैसे हो गया
हद में रहकर भी बेहद हो गया
था कभी जो नज़रों और ख्वाबों में,
ना जाने अब क्यूँ ओझल हो गया
चाहूँ मैं उसको जितना ज्यादा
वो दूर क्यूँ मुझसे उतना हो गया
ये क्यूँ और कैसे हो गया
हद में रहकर भी बेहद हो गया
सोचा भूल जाऊँ अब उसे मैं
पर वो क्यूँ मेरी रूह में बस गया
लौट-लौट कर आती हैं यादें तेरी
क्यूँ हर लम्हा मेरा तेरे नाम हो गया
पाना क्यूँ…
ContinuePosted on September 25, 2017 at 10:06pm — 7 Comments
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