For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

धार्मिक साहित्य Discussions (166)

← Back to धार्मिक साहित्य
Discussions Replies Latest Activity

तुम्ही हो खेवइयाँ सबकी

दरबार सजा भक्तो से माँ, दर्शन आस जगाऊ मै। तेरे बिन माँ कौन सहारा, तुझमे आश्रय पाऊ मै। डूब रही पतवार हमारी, माया के भवसागर में। मोह पाश में…

Started by नाथ सोनांचली

1 Aug 28, 2017
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

सदस्य टीम प्रबंधन

मकर-संक्रान्ति पर विशेष

  भारत वस्तुतः गाँवों का देश है. यहाँ के गाँव प्रकृति और प्राकृतिक परिवर्त्तनों से अधिक प्रभावित होते हैं, बनिस्पत अन्य भौतिक कारणों से. च…

Started by Saurabh Pandey

31 May 4, 2016
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

गणेश वंदन (त्रिभंगी छंद)

हे गौरी नंदन, प्रभु सुख कंदन, हे विघ्न हरण, भगवंता ।गजबदन विनायक, शुभ मति दायक, हे प्रथम पूज्य, इक दंता ।।हे आदि अनंता, प्रिय भगवंता, रिद्…

Started by रमेश कुमार चौहान

0 Aug 13, 2015

दोहा -वंशी

दोहा -----मुरली धर मुरली बजा , गोकुल होत अधीर। राधा रानी चल पड़ीं , पहुँचत यमुना तीर । । भौरे फुस फुस कर रहे , फूलों डारे कान । राधा रानी आ…

Started by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA

0 Jul 14, 2015

शिव की पूजा करले प्राणी

शिव की पूजा करले प्राणी  शिव ही सृष्टि निर्माता है शिव लेते है उसी भाव को भाव जो मन में आता है |   सती, पार्वती, गौरी, माता शिव  के  हर  दम…

Started by sakhi singh

0 Dec 10, 2014

आये न श्याम !

                  आये न श्याम  !     कैसे करूं मनुहार                                  सखी, थके नैना पंथ निहार                             …

Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

0 Nov 3, 2014

माँ के चरणों में - २

छन्न पैकैंया छन्न पकैंया जाना है बड़ी दूर |चलते-चलते पांव थक गये, मंजिल है बड़ी दूर || छन्न पैकैंया छन्न पकैंया, माँ बैठी चोटी पर |दर्शन को त…

Started by Meena Pathak

2 Oct 6, 2014
Reply by Meena Pathak

नव दुर्गा

नव दुर्गा भक्ति नवधा से समाहित, शुद्ध हो आराधना।  योग शुभ नवरात्रि मन की, पूर्ण करता कामना। ।  माँ बड़ी कल्याणकारी, यह जगत अवधारना।  आज आओ…

Started by Satyanarayan Singh

0 Oct 2, 2014

सदस्य कार्यकारिणी

नवरात्रे दोहे

दिव्य स्वरूपी संस्थिता ,इष्ट अलौकिक शक्ति|  शारदीय नवरात्र में ,शैल सुता की भक्ति||   ब्रह्मलोक संचालिका ,ब्रह्मचारिणी मात्र| ध्यान ज्ञान आ…

Started by rajesh kumari

0 Oct 1, 2014

जयतु मातु

द्रुतविलम्बित छंद।।।,  ऽ।।,  ऽ।।,  ऽ। ऽ.................................जयतु मातु दया सुख दायनीभगत वत्सल शोक विनाशनीजगत मातु दया तुम कीजिये…

Started by रमेश कुमार चौहान

0 Sep 30, 2014

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
Tuesday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Apr 29
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Apr 28
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Apr 28
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Apr 27
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Apr 27
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Apr 27

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service