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धार्मिक साहित्य Discussions (167)

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वंदना माँ शारदे से घनाक्षरी छंद के रूप में

वंदना माँ शारदे से घनाक्षरी छंद के रूप में मचा ऐसा कोहराम, बढ़ रहा पाप काम आग लगी धाम धाम, मेरी माता शारदे करते हैं तेरे नाम, फालतू के ताम…

Started by SANDEEP KUMAR PATEL

0 Oct 19, 2012

(आ फड़ लै मेरी बाहँ)

आ फड़ लै मेरी बाहँ  मैया जी अस्सी बड़े नमाणे कुछ गल्ल कर दस्स मैनूं मैया जी तू सबदियाँ जाणे आ फड़ लै मेरी बाहँ----------- (1) तेरी ही यादा…

Started by Deepak Sharma Kuluvi

0 Sep 20, 2012

तेरा शुक्रिया है

तेरा शुक्रिया है मेरी माँ से मुझको बहुत कुछ मिला है  तेरा शुक्रिया है,तेरा शुक्रिया है -2 (1) यह माँ ही तो बच्चों को लोरी सुनाती यह माँ ही…

Started by Deepak Sharma Kuluvi

0 Sep 19, 2012

दो रिद्धि सिद्धि देवा हे बुद्धि के दाता गणेश

आप सभी मित्रों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं हे दुखभंजन गौरीनंदन हे प्रथमेश महादुःख गंजन हे लम्बोदर प्रभू गजानन हे गणेश दे…

Started by SANDEEP KUMAR PATEL

0 Sep 19, 2012

साईं भजन करना रहम

करना रहम   साईं करना रहम बाबा करना रहम-2 तेरी रहमत के जलवे कभी हो न कम साईं करना रहम बाबा करना र------ (1) अपने भक्तों के दुःख भी उठाता है…

Started by Deepak Sharma Kuluvi

0 Sep 3, 2012

भगवान

भगवान (भ + ग + व + अ + न ) भ - भूमि, धरती ग - गगन , आकाश , व - वायु , हवा , अ - आग अग्नि न - नीर , जल पानी ये पाँच तत्व से शरीर बना हैं, ये…

Started by Rash Bihari Ravi

3 Aug 2, 2012
Reply by Rash Bihari Ravi

अबोध बाल जान के कृपा करो कृपा करो

क्षमा क्षमा क्षमा प्रभू मुझे करो क्षमा प्रभू शरण पड़ा दया करो दुखी खड़ा क्षमा प्रभू महेश नील कंठ हे दयानिधी क्षमा करो प्रभू अक्षम्य पाप भी क…

Started by SANDEEP KUMAR PATEL

1 Jul 24, 2012
Reply by Dr.Prachi Singh

गुरु व्रह्म्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरा । गुरु साक्षात् परम व्र्हम्म तसमई श्री गुरवे नम:

गुरु  व्रह्म्मा गुरु विष्णु  गुरु देवो महेश्वरा । गुरु साक्षात् परम व्र्हम्म तसमई श्री गुरवे नम: अर्थात गुरु को व्रह्मा कहा गया है की ज…

Started by Mukesh Kumar Saxena

3 Jul 15, 2012
Reply by Rakesh Gupta

"ईश्वर " ( 1)

"ईश्वर " ( 1) क्या निंदा या करे  प्रशंसा जिसको तू ना जाने कोटि-कोटि ले जन्म अरे हे ! मानव ! तू ईश्वर पहचाने ! -----------------------------…

Started by SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR

13 Jul 14, 2012
Reply by Dr.Prachi Singh

सदस्य टीम प्रबंधन

कृष्णा हाइकू

कृष्णा हाइकू ********************* १. पिया साँवरा . वंशी रसीली धुन . मन बाँवरा .   २. कान्हा दीवानी . वो महलों की रानी . एकै कहानी .   ३. म…

Started by Dr.Prachi Singh

2 Jul 11, 2012
Reply by Dr.Prachi Singh

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लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
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"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
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"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
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"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। सुंदर, सार्थक और वर्मतमान राजनीनीतिक परिप्रेक्ष में समसामयिक रचना हुई…"
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२१२/२१२/२१२/२१२ ****** घाव की बानगी  जब  पुरानी पड़ी याद फिर दुश्मनी की दिलानी पड़ी।१। * झूठ उसका न…See More
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