For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74214

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीय  अलबेला जी 

विश्वाश नहीं होता 

विनम्र श्रदांजली 

भुलाना चाहे  भी कोई ना तुम्हें भुला पायेगा 

जो लिखा जो गाया आपने संसार भुला न पायेगा 

सादर 

हम सब परमात्मा से प्रार्थना करता हूँ, उनकी दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करे एवं उनके पारिवारिक सदस्यों को इस विषम पर‍िस्थित में संयम प्रदान करे

रियली शोकिंग न्यूज़ है, यकीन करना मुश्किल हो रहा है । ईश्वर उनके परिजनों को सब्र की तौफीक दे ।

व्यक्तिगत परिचय नहीं था लेकिन ओ.बी.ओ. की पारिवारिक सभाओं में प्राय: अलबेला जी की गूंज मुझे और कुंती को आकर्षित करती थी. इस प्रकार अलबेले अंदाज़ में उनका चले जाना ......!! हमारी श्रद्धांजलि.

दुखद समाचार! ईश्वर अलबेला जी की आत्मा को शांति दें l 

अभी कुछ देर पहले एक दुखद सूचना प्राप्त हुई है कि हमारे एक वरिष्ठ साथी नौजवान ऊर्जस्वी कवि भाई संजय मिश्रा हबीब जी का एक सड़क दुर्घटना में देहांत हो.गया है. इस हौलनाक खबर से हम सब सकते में हैं, न कुछ समझ ही आ रहा है. भरे मन से केवल यही प्रार्थना कर सकता हूँ की ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे... उन्हें अपने फरिश्तों में सहेज कर रखे.और उनके परिजनो को इस असीम दुःख को सहने की शक्ति दे.

कुछ समझ ही नहीं आ रहा 

इस तरह एक आत्मीय साथी का अचानक हम सबको छोड़ कर चले जाना...  यकीन नहीं होता 

ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे..अनके स्वजनों, परिवार जनों को इस शून्यता को सह पाने का संबल दे.

आह बहुत ही दुखद समाचार विश्वास ही नहीं हो रहा है, अश्रुपूरित श्रधांजलि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें परिवारजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.

अरे! विश्वास नहीं हो रहा!

पहले अलबेला जी और अब हबीब जी!

इस सदमे से उबरना कठिन होगा!

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!

यह पीड़ादायक समाचार सुन कर मन बहुत उदास है। भगवान  हबीब जी की आत्मा को शांति दें और

उनके परिवार को शक्ति दें।

ये दुखद समाचार जानने के बाद कुछ देर के लिये तो मैं स्तब्ध था कुछ कहते ही नही बना। पहले आदरणीय अल्बेला जी फिर आदरणीय संजय भाई, उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि,

ह्रदय विदारक .......... ! अत्यंत दुखद.......!
नहीं स्वीकारने योग्य!
काल की नियति दुखद है!

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"ग़ज़ल आ गया है वक्त अब सबको बदलना चाहिये। मेहनत से जिन्दगी में रंग भरना चाहिये। -मेहनतकश की नहीं…"
8 minutes ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"अभी तो तात्कालिक सरल हल यही है कि इसी ग़ज़ल के किसी भी अन्य शेर की द्वितीय पंक्ति को गिरह के शेर…"
22 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आ. तिलकराज सर, मैंने ग़ज़ल की बारीकियां इसी मंच से और आप की कक्षा से ही सीखीं हैं। बहुत विनम्रता के…"
2 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post पूनम की रात (दोहा गज़ल )
"परम आदरणीय सौरभ पांडे जी व गिरिराज भंडारी जी आप लोगों का मार्गदर्शन मिलता रहे इसी आशा के…"
4 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आ. भाई तिलकराज जी, सादर अभिवादन। 'मिलना' को लेकर मेरे मन में भी प्रश्न था, आपके…"
5 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"2122 2122 2122 212 दोस्तों के वास्ते घर से निकलना चाहिए सिलसिला यूँ ही मुलाक़ातों का चलना चाहिए…"
6 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय तिलक जी नमस्कार  बहुत बहुत आभार आपका ,ये प्रश्न मेरे मन में भी थे  सादर "
6 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"इस बार के तरही मिसरे को लेकर एम प्रश्न यह आया कि ग़ज़ल के मत्ले को देखें तो क़ाफ़िया…"
7 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post सुखों को तराजू में मत तोल सिक्के-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति औल स्ने के लिए आभार।"
9 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार। 6 शेर के लिए आपका सुझाव अच्छा…"
9 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. प्राची बहन, सादर अभिवादन।गजल आपको अच्छी लगी, लेखन सफल हुआ। स्नेह के लिए आभार।"
9 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"2122 2122 2122 212 **** रात से मिलने को  दिन  तो यार ढलना चाहिए खुशनुमा हो चाँद को फिर से…"
9 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service