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साथियों ! नूतन वर्ष आप सबके जीवन मे अपार खुशियाँ लेकर आये, आप सब भी अपना शुभकामना सन्देश यहाँ लिख सकते है ...

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मान्यवर,
वर्ष नया मंगलमय हो, सुलझें गुल्थियाँ वरष दस की
जन जन में सद्भाव बढे, घटे बिषमता आपस की
सादर
श्रीप्रकाश शुक्ल
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभी सम्मानित सदस्यों को हमारे तरफ से नव वर्ष की हार्दिक सुभकामनाएँ

new year ki sab ko dher sari subhkamna. Bhagwan kare ki aap sab ko har wo khusiya mile jiski kabhi aap sab ne khawahis ki ho.......

                                                                                   HAPPY NEW YEAR 2011

ओपन बुक के सभी को

गुड्डोदादी का आशीर्वाद

विदा २०१० दशक का साल

२०११ स्वागत है धमाल के साथ

 

आप सभी को मेरी तरफ से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।

विदा हुआ हुआ दशक २०१० का साल

स्वागत है २०११ का धामाल के साथ

शुभ मंगल कामनाएँ

गुड्डो दादी चिकागो अमरीका से

 नववर्ष पर आप सभी को मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनायें ....
सबसे पहले नमस्कार दो हजार दस साल को ,
हम नहीं भूल पाएंगे जो हुए हाल बेहाल को
फिर स्वागत करता हु साल दो हजार ग्यारह ,
आशा नहीं बिस्वास हैं रहेंगे सबका पाव बारह ,
कसम से खुसी का दिन हैं नया साल आया  ,
और इस खुसी को दोस्तों ने दो गुण बढाया ,
मुबारकवाद उन को जिनका जनम दिन हैं ,
बबिता जी भारत कुमार संग में बिजय जी ,
धनेश जी , ब्रजेश जी और गयासुदीन शेख ,
गोपाल जी इन्द्रजीत जी और नव सोही ,
प्रभाकर पाण्डेय ,रवि प्रभाकर के संग संजय जी ,
स्वामी मृगेंद ,आभा जी और भैया बबन जी ,
देवेन्द्र जी , कोनिका जी और मोईन समसी ,
राम थापा , सुभाशीष सबको गुरु के तरफ से ,
जन्म दिन के संग नए साल की शुभकामना ,
आपके जीवन में दिन दूना रत चौगुना बढे ,
भगवन से यही निवेदन आप सभो को खुश रखे ,
आप सबो से निवेदन कही भी रहे हमे याद रखे ,

 

"मिले

शब्दों को संसार

रचनाकार को प्यार !

ले  

भावना आकार

सुखमय और समृद्धिमय

हो ओ.बी.ओ. परिवार !!!!"

 

आंधी तूफानों जैसे महंगाई और न बाढ़ें..
बेरोज़गारी -गरीबी की सुरसा अब और मुह न फाड़े   
न लीले अब  कोई जीवन बढती ज़िम्मेदारी .
नव वर्ष सुखमय बने सभी का ,अब सुधार की बारी..
भेदभाव और निरक्षरता दूर हमें है करना..
वन्य जीव और वृक्षों की देखभाल है करना..
नहीं देखना है सहना है अत्याचार या अत्याचारी..
नव वर्ष सुखमय बने सभी का ,अब सुधार की बारी..
प्रेम प्रीत की डोर में न हो कोई चटख या टूटन..
अपनत्व में छद्म रहे न जीवन में ही घुटन..
सच की चमक सजा दे अबसे जीवन और दोस्ती -यारी
नव वर्ष सुखमय हो सभी का ,अब सुधार की बारी.

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