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Vinay Kull's Comments

Comment Wall (201 comments)

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At 11:51am on September 25, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

आज का व्यंग चित्र भी ग़ज़ब का है सच में नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ता विरोध का शर्म उनके पास है ही नहीं जो कंही से आएगी 

At 7:58am on September 18, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

हाहाहा लकडहारे से शादी कराऊंगी पढ़कर बरबस हंसी आ गई परन्तु इसके पीछे छुपा सटीक व्यंग्य जबरदस्त है बहुत उन्नत दर्जे का कार्टून बनाया है विनय कुल जी हार्दिक   बधाई 

At 12:28pm on September 17, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आज का सबसे मुखर समाचार.. उस पर उतना ही प्रखर व्यंग्य.. . 

प्रशासकीय असंवेदनशीलता का अत्यंत संवेदनशील प्रस्तुतिकरण हुआ है, आदरणीय विनयजी.

सादर बधाई स्वीकार करें

At 12:21pm on September 17, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
said…

मज़ा आ गया आदरणीय विनय कुल जी, 

लकड़हारे से शादी करने का ये फायदा तो कभी सोचा ही नहीं था.....
विशेष बधाई इस कार्टून के लिए.
At 11:15am on September 17, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

वाह आदरणीय विनय कुल जी, गैस वाले मामले को लेकर बहुत ही नुकिला वार किया है आपने, क्या हौले से ठोका है पर चोट बहुत तगड़ी है | बधाई इस व्यंग चित्र पर |

At 10:20am on September 15, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
said…

बहुत सुन्दर कार्टून 

नेताजी के भाषण के साथ साथ उनका लुक भी हिंगलिश.... कुरता पायजामा, टाई और चश्मे के साथ, वाह मज़ा आ गया ऐसे नेताजी देख कर.
अआपकी कल्पना शीलता को हार्दिक अभिनन्दन. सादर 
At 10:09am on September 15, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

वाह आदरणीय विनय कुल जी, शानदार अभिव्यक्ति, आप अपने कार्टूनों के द्वारा बहुत कुछ ऐसा कह जाते है जिसे कहने में शब्द समर्थ नहीं हो पाते, चाहे बात कार्टूनिष्ट का हाथ कटवाने की हो या हिंदी स्पिकने की, बहुत ही दूरगामी गूंज सुनाई दे रही है, बहुत बहुत बधाई आदरणीय |

At 8:35am on September 15, 2012, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी said…
आदरणीय विनय कुल जी आपने क्या अद्भुत कार्टून रचा है।हिंग्लिशकरण-स्पीकना है।हा...........हा.......... हा.......... हा........... हा..........
At 9:52pm on September 4, 2012, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी said…
अद्भूत(भुत) सामंजस्य इंडिया साइन जरूर करेगा।क्योंकि दो चोर मिल रहें हैं।करारा व्यंग्य है।
At 4:03pm on August 30, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

मेला बजट आ गया.. .  अद्भुत तीर है ! आपकी दृष्टि को नमस्कार. इलाहाबादी होने के कारण हम इस व्यंग्य को विशेष रूप से समझ रहे हैं, आदरणीय विनय जी ..  :-))))

At 10:46am on August 21, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
said…

हाहाहा bechare पति mahoday  !!!!!!!!!

At 5:28pm on August 20, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

हहाहाहा आज मेरे पति के राशिफल में भी यही लिखा है विनय कुल जी 

At 3:13pm on August 20, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

चश्मे बदल गए ---हाहाहा बहुत मजेदार कार्टून 

At 4:35pm on August 17, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

तिरंगे झंडे पर भाषण -----इस पर बनाया कार्टून एक कडवी सच्चाई को दर्शा रहा है बहुत खूब बधाई विनय कुल जी 

At 11:55pm on August 8, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

टीम अन्ना को परिभाषित करता बुझा हुआ दीप.  इस विशुद्ध व्यंग्य के लिये सादर बधाई, आद. विनय भाईजी. 

At 12:46pm on August 4, 2012, UMASHANKER MISHRA said…

हंसते हंसते लोटपोट कर देने वाला कार्टून है

कलमाड़ी जी की तिड़ी बहुत बढ़िया लगी

At 12:56am on July 27, 2012, UMASHANKER MISHRA said…

क्या  बात है वाह भाई विनयजी गजब का  कार्टून बनाया मेघ मल्लार ...मेघ तो नहीं बरसे

मूत्र मलार हो  गया .........हा हा हा

At 9:44am on July 24, 2012,
सदस्य कार्यकारिणी
rajesh kumari
said…

बाढ़ में भी होंसलों से बढ़ते जाना है बहुत बढ़िया प्रयोग अच्छा आईडिया ...बहुत रोचक कार्टून सन्देश परक भी बधाई विनय कुल जी 

At 4:39pm on July 22, 2012, UMASHANKER MISHRA said…

बाढ़ का मंजर और ऊपर से बरसात आम आदमी के ये हालत बहुत सुन्दर कार्टून है मजा आगया

At 6:21pm on July 11, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आप विश्वास करें, भाई विनय कूलजी, मुख्य पृष्ठ पर चस्पां आपके कार्टून ओबीओ के मुख्य पृष्ठ पर सर्वश्रेष्ठ आकर्षण हुआ करते हैं.  आपकी सक्रियता हम सभी के लिये उपलब्धि है.

सधन्यवाद

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