For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

भोजपुरी साहित्य Discussions (246)

← Back to भोजपुरी साहित्य
Discussions Replies Latest Activity

मुख्य प्रबंधक

हल्की फुल्की हँसी की बात (भाग-६ ) / गनेश जी "बागी"

गुरु जी आज कोलकत्ता से घरे आवत रहलन ह,त छपरा स्टेशन पर मुसाफिर खाना मे बईठ एकमा जाये वाली गाडी के ईन्तजार करत रहलन, बगल मे एक आदमी अउर बईठल…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

3 May 20, 2011
Reply by Raju

"चाहेनी तोहके केतना हम कह नइखी सकत"

चाहेनी तोहके केतना हम कह नइखी सकत दूर तोहसे एक पल हम रह नइखी सकत ज़िनगी में त होला बहुते गम मगर गम-ए-जुदाई हम सह नइखी सकत चाहेनी तोहके केतन…

Started by Raju

8 May 20, 2011
Reply by Raju

बतकही ( गपसप ) अंक १

बतकही ( गपसप ) मोड़ पर लछुमन भाई के चाय दुकान पर चार पाच गो लईका, अब लईका कहल ठीक ना कहाई, काहे से कि वो में से दू तीन गो के शादियों हो गइ…

Started by Rash Bihari Ravi

2 May 17, 2011
Reply by Shashi Ranjan Mishra

भोजपुरी के संग: दोहे के रंग -- संजीव 'सलिल'

भोजपुरी के संग: दोहे के रंग संजीव 'सलिल' भइल किनारे जिन्दगी, अब के से का आस? ढलते सूरज बर 'सलिल', कोउ न आवत पास.. * अबला जीवन पड़ गइल, के…

Started by sanjiv verma 'salil'

3 May 16, 2011
Reply by Saurabh Pandey

मिस्टर बिन्देसर अउर महुआ टीवी के परोगराम (भोजपुरी में रूपांतरित पहिला एनीमेशन फिलिम)

अंग्रेजी आ हिंदी में MR. BEAN के अनिमेशन कार्टून के लोग खूब पसंद करेला. एही सोच के हम एह एनीमेशन फिलिम के भोजपुरी भाषा में रूपांतरित कईले ब…

Started by R. K. PANDEY "RAJ"

1 May 14, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

भोजपुरी दोहे: -- संजीव 'सलिल'

भोजपुरी दोहे: संजीव 'सलिल' * नेह-छोह राखब सदा, आपन मन के जोश. सत्ता धन बल पाइ त, 'सलिल; न छाँड़ब होश.. * कइसे बिसरब नियति के, मन में लगल कच…

Started by sanjiv verma 'salil'

3 May 14, 2011
Reply by Sanjay Rajendraprasad Yadav

तनिका ठहर जा ए पथिक

Started by R. K. PANDEY "RAJ"

3 May 13, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

कोशिश

Started by R. K. PANDEY "RAJ"

3 May 13, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

बस तोहरे इन्तेजार में

दिन ढलल आ रात बीतल, दिन हमार कसहु कटल करवट बदल बदल के हमार रात बीतल. बस तोहरे इन्तेजार में. हमार जीवन बन गईल एक अजीब उलझन  तोहर मीत सबका ख…

Started by R. K. PANDEY "RAJ"

2 May 11, 2011
Reply by Rash Bihari Ravi

विधी के विधान (भोजपुरी कहानी )

बरसात के दिन , भादो के अन्हरिया घेरले रहे,  बहरी आकाश मे बदरी लागल रहे | रात भर रामधनी  के उन्घाई ना लागल | करवट बदलत कईसहु समय बितवलन, होत…

Started by Brij bhushan choubey

5 May 2, 2011
Reply by Brij bhushan choubey

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज जी इस बह्र की ग़ज़लें बहुत नहीं पढ़ी हैं और लिख पाना तो दूर की कौड़ी है। बहुत ही अच्छी…"
27 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. धामी जी ग़ज़ल अच्छी लगी और रदीफ़ तो कमल है...."
33 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"वाह आ. नीलेश जी बहुत ही खूब ग़ज़ल हुई...."
36 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय धामी जी सादर नमन करते हुए कहना चाहता हूँ कि रीत तो कृष्ण ने ही चलायी है। प्रेमी या तो…"
49 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय अजय जी सर्वप्रथम देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ।  मनुष्य द्वारा निर्मित, संसार…"
56 minutes ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । हो सकता आपको लगता है मगर मैं अपने भाव…"
16 hours ago
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"अच्छे कहे जा सकते हैं, दोहे.किन्तु, पहला दोहा, अर्थ- भाव के साथ ही अन्याय कर रहा है।"
19 hours ago
Aazi Tamaam posted a blog post

तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

२१२२ २१२२ २१२२ २१२इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्यावैसे भी इस गुफ़्तगू से ज़ख़्म भर…See More
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"परम् आदरणीय सौरभ पांडे जी सदर प्रणाम! आपका मार्गदर्शन मेरे लिए संजीवनी समान है। हार्दिक आभार।"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . . विविध

दोहा सप्तक. . . . विविधमुश्किल है पहचानना, जीवन के सोपान ।मंजिल हर सोपान की, केवल है  अवसान…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"ऐसी कविताओं के लिए लघु कविता की संज्ञा पहली बार सुन रहा हूँ। अलबत्ता विभिन्न नामों से ऐसी कविताएँ…"
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

छन्न पकैया (सार छंद)

छन्न पकैया (सार छंद)-----------------------------छन्न पकैया - छन्न पकैया, तीन रंग का झंडा।लहराता अब…See More
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service