For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २३ के सम्बन्ध में एक सूचना

साथियों, इलाहाबाद से प्रकाशित होने वाली प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका "गुफ़्तगू" द्वारा यह सूचित किया गया है कि ओ बी ओ पर आयोजित होने वाले "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २३ में भाग लेने वाले शायर अपनी प्रस्तुत ग़ज़ल गुफ़्तगू पत्रिका को भी भेज सकते है, प्राप्त कुल ग़ज़लों में से सर्वश्रेष्ठ दो ग़ज़लों को पुरुस्कृत किया जायेगा और पुरूस्कार स्वरूप गुफ़्तगू पत्रिका की 5 साल की सदस्यता प्रदान की जायेगी यदि पुरुस्कृत शायर पहले से गुफ़्तगू पत्रिका के सदस्य होंगे तो गुफ्तगू पब्लिकेशन से प्रकाशित 200 रु मूल्य की साहित्यिक पुस्तक भेंट की जायेगी तथा पत्रिका के अगले अंक में दोनों पुरुस्कृत ग़ज़लें तथा 10 अन्य श्रेष्ठ ग़ज़लों को शायर के नाम के साथ प्रकाशित किया जायेगा | गुफ्तगू के इस योजना में गैर ओ बी ओ सदस्य भी भाग ले सकते हैं ।

ग़ज़ल भेजने की अंतिम तिथि 30 जून 2012 है 

ग़ज़ल भेजने हेतु नियम व शर्तें -

१- ग़ज़ल"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २३ में दिए गये मिसरा -ए- तरह के अनुरूप हो |
२- ग़ज़ल अरूजानुसार दुरुस्त हो तथा अन्य दोष से भी मुक्त हो |
३- कम से कम 5 तथा अधिकाधिक 7 शेर हों (अर्थात "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २३ में प्रस्तुत अपनी ग़ज़ल से सर्वोतम ५ या ७ शेर मतला सहित गुफ्तगू को भेज दें )
४- ग़ज़ल में मक्ता न हो अर्थात अंतिम शेर में तखल्लुस (उपनाम) का प्रयोग न किया गया हो |
५- ग़ज़ल में मिसरा-ए-तरह पर गिरह का शेर अवश्य हो, यह ध्यान रहे कि मिसरे की गिरह मतला या हुस्ने मतला में न बांधी गयी हो ।
६- प्राप्त कुल ग़ज़लों में से 12 ग़ज़लों का चयन अरूज के जानकार उस्ताद शायर द्वारा किया जायेगा जिनको ग़ज़लकार का नाम पता नहीं बताया जायेगा ।
७-  एक शायर द्वारा अधिकतम ७ शेर की एक ग़ज़ल ही स्वीकार्य है | ग़ज़ल में ७ शेर से अधिक या एक से अधिक ग़ज़ल भेजने पर उस शायर की किसी ग़ज़ल पर विचार नहीं किया जायेगा ।
८- ग़ज़ल के नीचे रचनाकार का पूरा नाम, पूरा पता, पिन कोड, मोबाईल नंबर अंकित रहना अतिआवश्यक है ।
९- पत्रिका के अगले अंक (अंक-३५) में मात्र १२ ग़ज़लें प्रकाशित होंगी, बाकी ग़ज़लों की वापसी संभव नहीं होगी |
१०-उपरोक्त शर्तों का पालन न करने वाली ग़ज़ल पर विचार नहीं किया जायेगा तथा जिन श्रेष्ठ ग़ज़लों को पत्रिका में प्रकाशित "गुफ्तगू तरही मुशायरा" स्तंभ में स्थान नहीं मिल पायेगा उन ग़ज़लों को गुफ्तगू के आगामी अंक में प्रकाशित किया जा सकता है ।

ग़ज़ल  भेजने का पता -

सम्पादकीय कार्यालय गुफ़्तगू पत्रिका
१२३ ए /१, हरवारा
धूमनगंज, इलाहाबाद
पिन -211011
मो. - 09889316790 (इम्तियाज़ अहमद गाज़ी), 9453004398 (वीनस केसरी)
ग़ज़ल ई-मेल से भी भेज सकते हैं -
guftgu007@rediffmail.com

Views: 1603

Reply to This

Replies to This Discussion

प्रोत्साहन हेतु सराहनीय घोषणा आभार एड मिन जी 

Admin ! Thanks for this information. I really appreciate this nice step to promote new shayars........

Thanks Dr Surya Baali "Suraj" jee for appreciating our small  step.

सराहना हेतु आभार आदरणीया राजेश  कुमारी जी, ओ  बी ओ  सदैव अपने  सदस्यों को मंच उपलब्ध कराने हेतु प्रयत्नशील  रहता है ।

एडमिन  महोदय जी बहुत सुंदर प्रयास इससे प्रोत्साहन मिलेगा और नए लोग और रूचि लेंगे गुणवत्ता भी बढ़ेगी ..आभार  -भ्रमर ५ 

sir mein ye jan na chahta hoon ki jo ghaal tarahi mushayra 23 me OBO par post ki jayegi kya wahi ghazal guftgu ke liye bheji ja sakti hai ya uske liye alag se ghazal kehni hogi 

//३- कम से कम 5 तथा अधिकाधिक 7 शेर हों (अर्थात "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २३ में प्रस्तुत अपनी ग़ज़ल से सर्वोतम ५ या ७ शेर मतला सहित गुफ्तगू को भेज दें )//


आदरणीय  हसरत साहब कृपया इस पोस्ट को एक बार पुनः पढ़ जाये , आप  ओ  बी ओ  लाइव तरही मुशायरा अंक 23 में प्रस्तुत ग़ज़ल  को नियमानुसार गुफ्तगू   को भेज सकते हैं ।

ji sir bahut bahut shqriya 

राष्ट्र को श्रेष्ठ साहित्यकार और उत्तम साहित्य उपलब्ध कराने की दिशा में ओबीओ मंच कारगर साबित हो रहा है. सतत नवोंमेषित विचार तथा विविध क्रियाकलाप एक स्वस्थ वातावरण पैदा कर रहे हैं.साहित्य - मंदिर जैसे अपने पावन मंच को शत-शत नमन.

अत्यंत  सुन्दर स्वागत योग्य अवसर | गुफ्तगू पत्रिका और ओ बी ओ एडमिन को साधुवाद !!

bahut hi subhkaamnaayen is aayojan ke liye sabhi badon aur doston ko

aasha karta hoon ki bahut sikhne aur samajhne ka mauka milega hame

sabhi ko bahut badhaai is aayojan ke liye

सभी मित्रों से निवेदन है कि ग़ज़ल जल्द से जल्द भेज दें ...

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service