For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

घोषणा :- ओ बी ओ प्रबंधन दल और कार्यकारिणी दल का गठन शीघ्र

प्रिय सदस्यगण !

 

                         बड़े हर्ष के साथ सूचित किया जाता है कि ओ बी ओ परिवार शीघ्र ही एक प्रबंधन दल और कार्यकारिणी दल का गठन करने जा रहा है जो अर्धवार्षिक कालावधि अर्थात १ अक्टूबर - २०११ से ३१ मार्च २०१२ तक के लिए प्रभावी होगा ! १ अप्रैल से ३० सितम्बर २०१२ तक के लिए पुन: नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा ! प्रबंधन दल व कार्यकारिणी के गठन का उद्देश्य ओपन बुक्स ऑनलाइन की कार्यशैली को और कार्यकुशल एवं पारदर्शी बनाना है ताकि हम सभी मिलकर ओ बी ओ एवं साहित्य समृद्धि में और बेहतर तरीके से योगदान कर सकें !

 

                        प्रबंधन दल और कार्यकारिणी का गठन पूरी तरह से मनोनयन के आधार पर किया जायेगा जिसका अधिकार ओपन बुक्स ऑनलाइन के संस्थापक गणेश जी "बागी" और प्रधान संपादक श्री योगराज प्रभाकर जी के पास सुरक्षित होगा, जबकि कार्यकारिणी दल का मनोनयन/गठन प्रबंधन दल की सहमति से हो सकेगा |

 

                                                                                                                                                  आप सबका

                                                                                                                                              गणेश जी "बागी"

                                                                                                                                                   संस्थापक

                                                                                                                                  ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार

Views: 2006

Reply to This

Replies to This Discussion

इस महत्वपूर्ण कदम के लिए मेरी बधाई स्वीकार करें।

धर्मेन्द्र भाई, धन्यवाद आपका, आप सभी का सहयोग आपेक्षित है,

बहुत ही बेहतर कदम मशविरे में हमेशा खैर होती है। अनेकानेक शुभकामनायें।

आभार, इमरान भाई |

This is a good decision.

स्वागत योग्य कदम !

 
ओ बी ओ की साहित्यिक गतिविधियों से हर सदस्य वाकिफ है |  और इसका सञ्चालन भी आदरणीय संपादक और प्रबंधक \ संस्थापक महोदय द्वारा बखूबी किया जा रहा है | मैं विगत करीब एक वर्ष से इस मंच से जुड़ा हूँ और यहाँ आकर मेरे लेखन को गति mili और निखार आया | इस साईट और इसके सदस्यों को haardik शुभकामनाएं | इसके द्वारा हम hindi साहित्य के कुछ छिपे हुए नक्षत्रों से रूबरू हो पा रहे हैं | आज प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक माध्यम में साहित्य हाशिये पर है यहाँ कम से कम हम अपनी उपस्थिति प्रभावशाली ढंग से बनाये हुए हैं | हां ओ बी ओ को नए सक्रीय साथिओं साहित्य प्रेमिओं का अधिक से अधिक सहयोग चाहिए यह परस्पर प्रसार प्रचार से अवश्य ही संभव है | कुछ उपयोगी नियमित आयोजन हो रहे हैं जिनमें प्रतिभागिता बढ़ी है | ओ बी ओ को हमें अपने जीवन और सोच का एक अंग बनाना है | यह एक मुहीम है इसमें हर बागी हर योगी का हाथ हम सबको मज़बूत करना है |जय ओ बी ओ !!!!

बहुत बहुत आभार अरुण कुमार अभिनव जी ! एक चना भाड़ नहीं फोड़ता, आप सब का सहयोग निरंतर आवश्यक है |

बहुत ही बढ़िया कदम हे गणेश जी इससे ओबीओ नई उड़ान भरेगा.शुभकामना स्वीकार करे.

धन्यवाद मोनिका जी, ओ बी ओ परिवार को आप लोग अपना प्यार यू ही देते रहे !

वन्दे मातरम बागी जी,
जुड़ने और अच्छा लिखने के लिए एक बेहतरीन प्रयास ........ साधुवाद

धन्यवाद राकेश जी, पर आपकी गैरहाजिरी पर हम लोग अनशन कर देंगे ध्यान रखिये :-)

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय शिज्जु भाई , क्या बात है , बहुत अरसे बाद आपकी ग़ज़ल पढ़ा रहा हूँ , आपने खूब उन्नति की है …"
1 hour ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" posted a blog post

ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है

1212 1122 1212 22/112मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना हैमगर सँभल के रह-ए-ज़ीस्त से गुज़रना हैमैं…See More
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी posted a blog post

ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)

122 - 122 - 122 - 122 जो उठते धुएँ को ही पहचान लेतेतो क्यूँ हम सरों पे ये ख़लजान लेते*न तिनके जलाते…See More
3 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . विविध

दोहा सप्तक. . . . विविधकह दूँ मन की बात या, सुनूँ तुम्हारी बात ।क्या जाने कल वक्त के, कैसे हों…See More
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on Mayank Kumar Dwivedi's blog post ग़ज़ल
""रोज़ कहता हूँ जिसे मान लूँ मुर्दा कैसे" "
4 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on Mayank Kumar Dwivedi's blog post ग़ज़ल
"जनाब मयंक जी ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, गुणीजनों की बातों का संज्ञान…"
4 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"आदरणीय अशोक भाई , प्रवाहमय सुन्दर छंद रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई "
5 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post एक धरती जो सदा से जल रही है [ गज़ल ]
"आदरणीय बागपतवी  भाई , ग़ज़ल पर उपस्थित हो उत्साह वर्धन करने के लिए आपका हार्दिक  आभार "
5 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on गिरिराज भंडारी's blog post एक धरती जो सदा से जल रही है [ गज़ल ]
"आदरणीय गिरिराज भंडारी जी आदाब, ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाएँ, गुणीजनों की इस्लाह से ग़ज़ल…"
5 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय शिज्जु "शकूर" साहिब आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से…"
13 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद, इस्लाह और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से…"
13 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी आदाब,  ग़ज़ल पर आपकी आमद बाइस-ए-शरफ़ है और आपकी तारीफें वो ए'ज़ाज़…"
14 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service