For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"OBO लाइव तरही मुशायरे"/"OBO लाइव महा उत्सव"/"चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता के सम्बन्ध मे पूछताछ

"OBO लाइव तरही मुशायरे"/"OBO लाइव महा उत्सव"/"चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता के सम्बन्ध मे यदि किसी तरह की जानकारी चाहिए तो आप यहाँ पूछताछ कर सकते है !

Views: 12376

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीय, ओ बी ओ लाईव महा उत्सव अंक-71 की रचनाओं को चिन्हित किया जा चुका है या नहीं? सादर ।

           सितारे  ओ /ढ़े हुए मा /हताब पह /ने हुए 

           1222         2122     1212        22

          मुफाईलुन फाइलातुन   मुफायलुन फइलुन/फेलुन 

 पर तरही  गजल होना चाहिए ।कृपया  मार्ग दर्शन  करें।सादर।

आ० प्रमोद श्रीवास्तव जी, जिस मिसरे का उल्लेख आपने किया है उसे मिसरा-ए-तरह या तरही मिसरा कहा जाता हैI. तरही मुशायरे में इसी तरह दिए हुए मिसरे के वज्न और बह्र में ग़ज़ल कहनी होती हैI. तरही ग़ज़ल कहते हुए दो बातों का ध्यान रखना होता है:

 

1. तरही मिसरा ग़ज़ल में अवश्य शामिल होI

2. तरही मिसरे को मतले में न लिया जाएI

महोदय ग़ज़ल पोस्ट कहाँ से होगी?

Am new..
जनाब अशफ़ाक़ रशीद साहिब आदाब,तरही मुशायरे में तो आप ग़ज़ल पहले पोस्ट कर ही चुके हैं,लेकिन इसके अलावा ग़ज़ल पोस्ट करना है तो,मुख्य पृष्ठ पर ब्लाग्स पर पोस्ट कर सकते हैं ।
जी आदरणीय फरवरी माह के आयोजन का कलेंडर भेज दे जी मेहरबानी कर जी।
जनाब सुरेन्द्र इंसान जी आदाब,आयोजन कैलन्डर हर माह की 7 तारीख़ तक आता है,फ़िलहाल 'लाइव महाउत्सव'का शीर्षक मुख्य पृष्ठ पर देख सकते हैं ।
आदाब मोहतरम। बेहद शुक्रिया जी।
ओ बी ओ और ओ बी ओ के सभी सदस्सयों को प्रणाम..मैं पिछले कुछ महीनों से ओ बी ओ के तरही ग़ज़ल मुशायरे से जुड़ा हूँ..और यहाँ आकर मैने ग़ज़ल के बारे में बहुत कुछ सीखा है...जिसके लिए मैं ओ बी ओ क सदा शुक्रगुजार रहूंगा....लेकिन कुछ हैं जो मैं यहाँ पर कहना चाहता हूँ...
-जिस ग़ज़ल का मिसरा हमें तरही ग़ज़ल के लिए दिया जाता है..अगर वह अस्ल ग़ज़ल भी पोस्ट मंच पर पोस्ट कर दी जाए तो मुझे लगता है बहुत अच्छा होगा...(चाहे मुशायरे कि समाप्ति के बाद ही किया जाए)हम जैसे सीखने वाले जान पाएँगे कि उस्ताद शायरों ने उसी काफीआ रदीफ में कैसे काम किया है..
-दूसरा यह कि मुशायरे कि अवधि दो दिन रखी गई है...जिस वजह से रचनओं पर टिप्पणिया भी मात्र दो दिन तक ही कि जा सकती हैं..यह बहुत कम समय है क्योंकि..
1-मुशायरे का आयोजन वीकेंड में होता है..इन दिनों में अक्सर सोशियल इवेंट्स होती हैं और हम उनमें व्यस्त हुए रहते हैं.समय कम निकाल पाते हैं..और रचनाओं पर टिप्पणियाँ नही कर पाते है..
2-जो रचनायें आयोजन के अंतिम भाग में प्रकशित होती हैं उन्हे समय कम रह जाने के कारण कई बार पूरी टिप्पणियाँ प्राप्त नही हो पाती..
3-यह बहुत महत्वपूर्ण है...कई बार किसी रचना पर कोई बहुत ही अहम चर्चा चल रही होती है...जिस से हमें बहुत सीखने को मिलता है..लेकिन मुशायरे का समय ख़त्म हो जाने के कारण चर्चा किसी निर्कर्ष पर पहुँचे बिना बीच में ही रह जाती है..
मेरा निवेदन है कि अगर ऐसा मुमकिन हो कि रचना पोस्ट करने का समय बेशक दो दिन ही रहे..लेकिन उस पर टिप्पणी एक हफ्ते तक कर सकें तो बहुत अच्छा होगा...
बहुत बहुत धन्यवाद

अगर आप चाहें तो आयोजन के बाद अपनी टिप्पणियां संकलन पर दे सकते हैं भाई गुरप्रीत जी। क्योंकि यह आयोजन समय सीमा से बंधे होते है तो निश्चित समय पर इन्हें बन्द करना लाज़मी होता है। प्रयास करें कि अधिकाधिक टिप्पणियां आयोजन के दौरान ही दें।

जी समझ गया Sir...यही कोशिश रहेगी....
बहुत बहुत शुक्रिया
आदरणीय इस बार का तरही मिसरा क्या है जी। मुझे कैलेलेंडर नही मिला जी इस बार भी जी।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय मिथिलेश भाई, रचनाओं पर आपकी आमद रचनाकर्म के प्रति आश्वस्त करती है.  लिखा-कहा समीचीन और…"
10 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय सौरभ सर, गाली की रदीफ और ये काफिया। क्या ही खूब ग़ज़ल कही है। इस शानदार प्रस्तुति हेतु…"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .इसरार

दोहा पंचक. . . .  इसरारलब से लब का फासला, दिल को नहीं कबूल ।उल्फत में चलते नहीं, अश्कों भरे उसूल…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सौरभ सर, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। आयोजन में सहभागिता को प्राथमिकता देते…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सुशील सरना जी इस भावपूर्ण प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। प्रदत्त विषय को सार्थक करती बहुत…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त विषय अनुरूप इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। गीत के स्थायी…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय सुशील सरनाजी, आपकी भाव-विह्वल करती प्रस्तुति ने नम कर दिया. यह सच है, संततियों की अस्मिता…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आधुनिक जीवन के परिप्रेक्ष्य में माता के दायित्व और उसके ममत्व का बखान प्रस्तुत रचना में ऊभर करा…"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"आदरणीय मिथिलेश भाई, पटल के आयोजनों में आपकी शारद सहभागिता सदा ही प्रभावी हुआ करती…"
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"माँ   .... बताओ नतुम कहाँ होमाँ दीवारों मेंस्याह रातों मेंअकेली बातों मेंआंसूओं…"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-178
"माँ की नहीं धरा कोई तुलना है  माँ तो माँ है, देवी होती है ! माँ जननी है सब कुछ देती…"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service