For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ओबीओ लखनऊ चैप्टर की बढ़ती गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुए आज सभी सदस्यों ने यह निर्णय किया कि ओबीओ लखनऊ चैप्टर के लिए एक संयोजक का चुनाव कर लिया जाये जिससे कि चैप्टर की गतिविधियों का सुचारू और अनुशासित ढंग से संचालन सुनिश्चित किया जा सके.

लखनऊ चैप्टर से सम्बंधित आधिकारिक वक्तव्य संयोजक द्वारा ही निर्गत किये जायेंगे. सभी सदस्यों के लिए संयोजक के निर्देशों का पालन आवश्यक होगा.

सभी सदस्यों की आम सहमति से श्री शरदिंदु मुखर्जी को ओबीओ लखनऊ चैप्टर का संयोजक चुना गया है. 

Views: 1822

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीय प्रिय बृजेश भाई जी एवं सम्मानित सदस्य गण आप सभी के द्वारा लिया गया निर्णय मेरे हिसाब से बिलकुल सही निर्णय है, जिस तरह से ओ बी ओ लखनऊ चैपटर को ख्याति मिल रही है इससे आप सभी की लग्नशीलता एवं मेहनत दीखती है. स्वतः स्वतः इसी भांति ओ बी ओ चैपटर हर शहर गाँव में शुरू हो यही ईच्छा है. ईश्वर मेरी मनोकामना पूर्ण करें. आदरणीय श्री शरदिंदु सर को संयोजक चुने जाने पर हृदयतल से ढेरों बधाई देता हूँ. आप सभी को शुभकामनाएं. सादर

आदरणीय अरुण भाई अनुमोदन हेतु आपका हार्दिक आभार!

 श्री शरदिंदु मुखर्जी  के साथ साथ आप सभी को बहुत बहुत बधाई  व् शुभकामनाएं। …… ईश्वर से यही  प्रार्थना  है इसी दृति गति  से  आप लोग  अनवरत  बढ़ते  रहें ... शुभ  शुभ 

आदरणीय राम भाई आपका हार्दिक आभार! इस यज्ञ में आपकी आहुति की प्रतीक्षा है.

सादर!

मै  स्वयं बहुत उत्सुक  हूँ आप साबके  साथ यज्ञ मे  आहुति देने  के लिए .......

आ0 राम शिरोमणि भाईजी, आपके स्नेह और उत्सुकता का सम्मान करते हुए। आपके शुभ आगमन का मुझे भी इंतजार है।  सादर,

ओबीओ के लखनऊ चैप्टर द्वारा यह एक सार्थक कदम उठाया गया है. इस कदम से गतिविधियों की सारी प्रक्रियाएँ न केवल सुचारू रूप से चलती लगेंगीं, समवेत अनुशासन की समझ भी बढ़ेगी.

आदरणीय शरदिन्दुजी को ओबीओ के लखनऊ चैप्टर के संयोजक के रूप में मनोनीत और चयनित होने पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ.  आपका प्रबन्धकीय अनुभव और तार्किक साहित्यानुराग चैप्टर द्वारा उठायी गयी समस्त कार्यवाहियों और गतिविधियों को आवश्यक गरिमा और उच्च-स्तर देने के काम आयेगा. 

शुभ-शुभ

इस कदम से गतिविधियों की सारी प्रक्रियाएँ न केवल सुचारू रूप से चलती लगेंगीं, समवेत अनुशासन की समझ भी बढ़ेगी.

 श्री शरदिंदु मुखर्जी  के साथ साथ आप सभी को बहुत बहुत बधाई  व् शुभकामनाएं। …आप सभी को शुभकामनाएं. सादर

आदरणीय बृजेश जी 

आप सभी साहित्यानुरागियों की कर्मठता का ही प्रतिफल है लखनऊ चैप्टर की साहित्यिक गतिविधियों का उत्तरोत्तर विस्तार.... ऐसे में संयोजक का निर्धारण बहुत ही आवश्यक है.... सर्वसहमति से आदरणीय डॉ० शरदिन्दु मुखर्जी जी को संयोजक के रूप में चुने जाने पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं.

विशवास है आदरणीय शरदिंदु जी के अनुभवी निर्देशन में ओबीओ लखनऊ चैप्टर की गतिविधियाँ अनुशासित, सुव्यस्थित रूप से आगे और आगे बढेंगी..

आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 

मैं पूरे ओ.बी.ओ. परिवार का और विशेष रूप से लखनऊ स्थित सभी सदस्यों का हृदय से आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे यह गुरुदायित्व वहन करने लायक समझा. आप सबके सम्मिलित सहयोग से ओ.बी.ओ. लखनऊ चैप्टर नयी ऊँचाईयों को छू सके यही प्रार्थना है. सादर, शरदिंदु.

bahut bahut badhai Shardindu Sir ko

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज जी इस बह्र की ग़ज़लें बहुत नहीं पढ़ी हैं और लिख पाना तो दूर की कौड़ी है। बहुत ही अच्छी…"
3 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. धामी जी ग़ज़ल अच्छी लगी और रदीफ़ तो कमल है...."
3 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"वाह आ. नीलेश जी बहुत ही खूब ग़ज़ल हुई...."
3 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय धामी जी सादर नमन करते हुए कहना चाहता हूँ कि रीत तो कृष्ण ने ही चलायी है। प्रेमी या तो…"
4 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"आदरणीय अजय जी सर्वप्रथम देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ।  मनुष्य द्वारा निर्मित, संसार…"
4 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय । हो सकता आपको लगता है मगर मैं अपने भाव…"
19 hours ago
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"अच्छे कहे जा सकते हैं, दोहे.किन्तु, पहला दोहा, अर्थ- भाव के साथ ही अन्याय कर रहा है।"
22 hours ago
Aazi Tamaam posted a blog post

तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

२१२२ २१२२ २१२२ २१२इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्यावैसे भी इस गुफ़्तगू से ज़ख़्म भर…See More
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"परम् आदरणीय सौरभ पांडे जी सदर प्रणाम! आपका मार्गदर्शन मेरे लिए संजीवनी समान है। हार्दिक आभार।"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . . विविध

दोहा सप्तक. . . . विविधमुश्किल है पहचानना, जीवन के सोपान ।मंजिल हर सोपान की, केवल है  अवसान…See More
Tuesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"ऐसी कविताओं के लिए लघु कविता की संज्ञा पहली बार सुन रहा हूँ। अलबत्ता विभिन्न नामों से ऐसी कविताएँ…"
Tuesday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

छन्न पकैया (सार छंद)

छन्न पकैया (सार छंद)-----------------------------छन्न पकैया - छन्न पकैया, तीन रंग का झंडा।लहराता अब…See More
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service