For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

नानी अब बुड्ढी हो गयी

दाँतों में खुड्डी हो गयी l

उसको तू प्यार कर ले

थोड़ी मनुहार कर ले

उँगली पे उसे घुमा के 

थोड़ी तकरार कर ले l 

उसकी तू नाक भींच ले  

चाहें तो कान खींच ले  

हँसके-मुस्काके उससे   

थोड़ा सा माल खींच ले l

गालों पे नाक पोंछ ले  

उसके तू बाल नोच ले

पर गंजी ना हो जाये  

उसका तू हाल सोच ले l

नानी अब बुड्ढी हो गयी

दाँतों में खुड्डी हो गयी l

-शन्नो अग्रवाल 

Views: 873

Replies to This Discussion

हाहाहा शन्नो जी बिलकुल ठीक लिखा है बच्चे नानी के साथ यही तो करते हैं फिर भी नानी उनकी बलाएँ लेती है,उनकी इन  बाल क्रीडाओं पर न्योछावर होती है | मैं भी नानी बन गई हूँ पर दांत अभी सलामत हैं पर बच्चों की हरकतें वही हैं ,मजा आ गया ये बाल रचना पढ़ के बधाई आपको 

राजेश कुमारी जी, आपको बाल रचना सराहने के लिये बहुत-बहुत धन्यबाद. इसमें कल्पना और वास्तविकता का मिश्रण है. मेरी पाँच महीने की नातिन है...यही सब कुछ करती है और लार भरी उँगलियों से नाक, कान, बाल खींचती रहती है. और आपने सही कहा कि नानी बनने पर जरूरी नहीं कि दांत भी टूट जायें...हा हा हा 

आदरणीया शन्नो जी,

बच्चों को नानी बहुत प्यारी लगती है, और बच्चों और नानी के अनोखे निश्छल प्यार जताने या जीने के ढंग को इस बाल गीत में बिलकुल वास्तविता के साथ आपने शब्दबद्ध किया है, हार्दिक बधाई इस गीत के लिए. सादर.

प्राची जी, मेरी बाल-रचना पसंद करने के लिये आपका हार्दिक धन्यबाद :)  

गालों पे नाक पोंछ ले
उसके तू बाल नोच ले
पर गंजी ना हो जाये
उसका तू हाल सोच ले l

शिशुओं की हरकतों को कितना बढिया शब्द रूप दिया आपने, आदरणीया शन्नोजी ! 

बाल रचनाएँ वस्तुतः बाल मनोविज्ञान के अनुरूप रचनाकर्म करने की प्रक्रिया है. आपकी इस रचना के लिए आपको सादर बधाई .. .

सौरभ जी, आपसे अपनी इस बाल रचना पर प्रशंसा पाकर बहुत ही खुशी हुई...आपका बहुत-बहुत धन्यबाद. 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय धामी जी स्नेहिल सलाह के लिए आपका अभिनन्दन और आभार....आपकी सलाह को ध्यान में रखते हुए…"
51 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय गिरिराज जी उत्साहवर्धन के लिए आपका बहुत-बहुत आभार और नमन करता हूँ...आपसे आदरणीय नीलेश…"
53 minutes ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय नीलेश जी सर्व प्रथम रचना पटल पे उपस्थिति के लिए आपका हार्दिक आभार....वैसे ये…"
1 hour ago
Admin posted discussions
11 hours ago
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ सड़सठवाँ आयोजन है।.…See More
12 hours ago
Ashok Kumar Raktale commented on Sushil Sarna's blog post दोहा दशम -. . . . . शाश्वत सत्य
" आदरणीय सुशील सरना जी सादर, जीवन के सत्य पर सुन्दर दोहावली रची है आपने. हार्दिक बधाई…"
14 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
14 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थित और मार्गदर्शन के लिए आभार। कुछ सुधार किया है…"
19 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
19 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
19 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई अमीरुद्दीन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
19 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थित और मार्गदर्शन के लिए आभार। कुछ सुधार किया है…"
19 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service