*जीवन
 उलझन ।
 
 * सूने
 आँगन ।
 
 * घर-घर
 अनबन ।
 
 * उजड़े
 गुलशन ।
 
 * खोया
 बचपन ।
 
 *भटका
 यौवन ।
 
 * झूठे
 अनशन ।
 
 * ख़ाली
 बरतन ।
 
 * सहमी
 धड़कन ।
.
 मौलिक और अप्रकाशित ।
Comment
जनाब मोहम्मद आरिफ जी आदाब , बहुत शानदार ग़ज़ल |गागर में सागर ||बहुत बहुत बधाई आपको |सादर मामन
आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी, इस शानदार उपलब्धि पर हार्दिक बधाई।सादर
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