For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बधू चाहिए, बधू चाहिए

अपने लल्ला के लिए एक बधू चाहिए

सुंदर सुशील पढ़ी लिखी गृह कार्य में दक्ष

सीता गीता रीता या मधु चाहिए

दहेज़ चाहिए न दान चाहिए

आपका प्यार व सम्मान चाहिए

लल्ला हमारा है गुणों की खान

देखने में लगता है सलमान खान

बी ई की पढ़ाई करी है 

हमने लाखों में फीस भरी है 

अच्छे पैकेज का वो कर रहा वेट

शादी में इसलिए वो हो गया लेट

उसको भी बेरोजगारी खल रही है 

मित्तल अम्बानी से बात चल रही है 

शीघ्र ही मिल जाएगी जॉब

आपकी बेटी का होगा उचित रखरखाव

आप भी सही से देख भाल लीजिये

रिश्ता भाये तो मिस्काल कीजिये

Dr.Ajay Khare

Views: 957

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Dr.Ajay Khare on February 4, 2013 at 2:42pm

sabhi adarniyo ko sadhubaad

Comment by Meena Pathak on February 1, 2013 at 5:44pm

बहुत खूब ... बधाई 

Comment by Aarti Sharma on January 31, 2013 at 10:06pm

बहुत खूब सर..बधाई स्वीकारें

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on January 31, 2013 at 8:37pm

जय हो सर जी रिश्ता भये तो मिस्काल कीजिये

क्या बात है बहुत बहुत बधाई आपको

Comment by Dr.Ajay Khare on January 31, 2013 at 1:55pm

aap sabhi ko bahut bahut sadhubaad

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on January 31, 2013 at 1:44pm

अच्छे पैकेज का वो कर रहा वेट

शादी में इसलिए वो हो गया लेट------------विज्ञापन की इसलिए भेंट 

आप भी सही से देख भाल लीजिये            अब और न हो जाए लेट ।            

रिश्ता भाये तो मिस्काल कीजिये---- यह तो बताए यह धंधा कितना पुराना, 

                                              रिश्तों का आपके पास कितना खजाना 

सुन्दर हास्य व्यंग पर बधाई डॉ अजय खरे जी 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on January 31, 2013 at 9:06am

वाह वाह क्या जबरदस्त सही कटाक्ष किया है दहेज़ के लोभियों का यही तो होता है आपकी हास्य व्यंग्य रचना कमाल की है हार्दिक बधाई 

Comment by Ashok Kumar Raktale on January 31, 2013 at 9:00am

उसको भी बेरोजगारी खल रही है 

मित्तल अम्बानी से बात चल रही है 

शीघ्र ही मिल जाएगी जॉब.....................वाह क्या बात है.

सुन्दर रचना. आदरणीय डॉ. अजय खरे साहब सादर, आपकी रचनाएँ सदैव ही दिल खुश कर देती हैं. बहुत बहुत बधाई.

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186

ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 186 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा आज के दौर के…See More
yesterday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"  क्या खोया क्या पाया हमने बीता  वर्ष  सहेजा  हमने ! बस इक चहरा खोया हमने चहरा…"
yesterday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"सप्रेम वंदेमातरम, आदरणीय  !"
yesterday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

Re'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 174

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Saturday
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"स्वागतम"
Friday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय रवि भाईजी, आपके सचेत करने से एक बात् आवश्य हुई, मैं ’किंकर्तव्यविमूढ़’ शब्द के…"
Friday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Wednesday
anwar suhail updated their profile
Dec 6
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

न पावन हुए जब मनों के लिए -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

१२२/१२२/१२२/१२****सदा बँट के जग में जमातों में हम रहे खून  लिखते  किताबों में हम।१। * हमें मौत …See More
Dec 5
ajay sharma shared a profile on Facebook
Dec 4
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"शुक्रिया आदरणीय।"
Dec 1
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, पोस्ट पर आने एवं अपने विचारों से मार्ग दर्शन के लिए हार्दिक आभार।"
Nov 30

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service