For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

मौज कोई सागर के किनारों से मिली

मौज कोई सागर के किनारों से मिली  

 साँसे अपनी दिल के इशारों से मिली  

सोंधी सी महक बारिश का इल्म देती है 

गुलशन की खबर ऐसे बहारों से मिली 

आंधी ने नोच डाले हैं दरख्तों से पत्ते 

जुदाई की भनक आती बयारों से मिली 

चाँद खुश है रोशन करेगा बज्मे- जानाँ   

आस नभ में चमकते सितारों से मिली 

हरेक  लब उसे अकेले में गुनगुनायेंगे   

ऐसी कोई नज्म संगीतकारों से मिली 

पंहुच गई है परदेश में निशा की डोली 

खबर भोर में आते हुए कहारों से मिली

चल हम भी जुड़ जाएँ अब इस हुजूम में 

ये सनक आसमाँ में गूंजते नारों से मिली 

जनतंत्र गिरा देगा भ्रष्टाचार की ईमारत   

ये खबर आज ही  के अखबारों से मिली

                *******  

Views: 751

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 24, 2012 at 11:32am

योगी सारस्वत जी आपकी इस सुन्दर प्रतिक्रिया  से दिल बाग़ बाग़ हो गया हार्दिक आभार 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 24, 2012 at 11:30am

योगेश शिवारे जी हार्दिक आभार 

Comment by Yogi Saraswat on June 12, 2012 at 10:18am

चल हम भी जुड़ जाएँ अब इस हुजूम में 

ये सनक आसमाँ में गूंजते नारों से मिली 

जनतंत्र गिरा देगा भ्रष्टाचार की ईमारत   

ये खबर आज ही  के अखबारों से मिली

इतनी सुन्दर ग़ज़ल हमें आपके शाह्कारों में मिली
ये हमारी किस्मत , की आप हमें इस मंच के गुलाबों में मिली
बहुत खूब , आदरणीय राजेश कुमारी जी ! अति सुन्दर ग़ज़ल !

Comment by yogesh shivhare on June 8, 2012 at 4:22pm

bahut sundar


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 7, 2012 at 8:32am

बहुत बहुत हार्दिक आभार डा.    सूर्या बाली  जी  

Comment by डॉ. सूर्या बाली "सूरज" on June 6, 2012 at 11:19pm

राजेश कुमारी जी सादर नमस्कार ! सुंदर ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई!


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 9:33pm

रेखा जोशी जी हार्दिक आभार 

Comment by Rekha Joshi on June 4, 2012 at 7:13pm

rajesh ji ,

जनतंत्र गिरा देगा भ्रष्टाचार की ईमारत   

ये खबर आज ही  के अखबारों से मिली,bahut badhiya ,badhai 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 5:23pm

चन्दन राय जी तहे दिल से आभार कबूल कीजिये 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 4, 2012 at 5:22pm

योगराज   जी  बहुत बहुत बहुत शुक्रिया 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186

ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 186 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा आज के दौर के…See More
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"  क्या खोया क्या पाया हमने बीता  वर्ष  सहेजा  हमने ! बस इक चहरा खोया हमने चहरा…"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"सप्रेम वंदेमातरम, आदरणीय  !"
Sunday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

Re'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 174

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Saturday
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"स्वागतम"
Friday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय रवि भाईजी, आपके सचेत करने से एक बात् आवश्य हुई, मैं ’किंकर्तव्यविमूढ़’ शब्द के…"
Friday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Dec 10
anwar suhail updated their profile
Dec 6
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

न पावन हुए जब मनों के लिए -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

१२२/१२२/१२२/१२****सदा बँट के जग में जमातों में हम रहे खून  लिखते  किताबों में हम।१। * हमें मौत …See More
Dec 5
ajay sharma shared a profile on Facebook
Dec 4
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"शुक्रिया आदरणीय।"
Dec 1
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, पोस्ट पर आने एवं अपने विचारों से मार्ग दर्शन के लिए हार्दिक आभार।"
Nov 30

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service