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शिक्षक दिवस - कुण्डलिया छंद // सौरभ

मिट्टी के लोंदे सभी, अनगढ़ था बर्ताव
हमें सिखा कर ककहरा, शिक्षित किया स्वभाव
शिक्षित किया स्वभाव, सभी का योगदान था
निर्मल नेह-दुलार, परस्पर भाव-मान था
कड़क किंतु व्यवहार, सटकती सिट्टी-पिट्टी
शिक्षक थे सब योग्य, सभी ने गढ़ दी मिट्टी
***
सौरभ

(मौलिक और अप्रकाशित) 

Views: 161

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Comment by Shyam Narain Verma on September 15, 2023 at 5:35pm
नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर
Comment by Dr. Vijai Shanker on September 13, 2023 at 8:18am

बहुत सुन्दर , बधाई , आदरणीय सौरभ जी , सादर.

Comment by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on September 8, 2023 at 7:16am

आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। शिक्षक दिवस पर उत्तम छन्द हुए हैं। हार्दिक बधाई।

Comment by Sushil Sarna on September 7, 2023 at 4:04pm
वाहहहहहह आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी शिक्षक दिवस पर बेहतरीन 👌 और सार्थक प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई सर

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