For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Rajendra Swarnkar
  • Male
  • BIKANER (Raj.)
  • India
Share on Facebook MySpace

Rajendra Swarnkar's Friends

  • AK Rajput
  • Atendra Kumar Singh "Ravi"
  • Hilal Badayuni
  • Deepak Sharma Kuluvi
  • Saurabh Pandey
  • Er. Ganesh Jee "Bagi"

Rajendra Swarnkar's Groups

 

Rajendra Swarnkar's Page

Profile Information

Gender
Male
City State
BIKANER 334001 (Raj.)
Native Place
BIKANER 334001 (Raj.)
Profession
स्वर्णकार / गीतकार-शायर-कवि
About me
संक्षिप्त परिचय नाम : राजेन्द्र स्वर्णकार जन्म : 21 सितंबर पिता का नाम : स्वर्गीय श्री शंकरलालजी माता का नाम : श्रीमती भंवरीदेवी स्थायी पता : गिराणी सोनारों का मौहल्ला , बीकानेर 334001 ( राजस्थान ) मोबाइल नं : 9314682626 फोन नं : 0151 2203369 ईमेल : swarnkarrajendra@gmail.com ब्लॉग : शस्वरं ब्लॉग लिंक : http://shabdswarrang.blogspot.com सृजन : --- काव्य की सभी विधाओं , रंगों-रसों में राजस्थानी, हिंदी और उर्दू में ( ब्रज, भोजपुरी और अंग्रेजी में भी ) मुख्यतः छंदबद्ध काव्य- सृजन --- लगभग तीन हज़ार से अधिक ग़ज़ल, गीत, नवगीत , कवित्त, सवैयों, कुंडलियों सहित दोहों, सोरठों, कविताओं का सृजन… सरस्वती की अनवरत कृपा --- लगभग ढाईसौ से भी अधिक स्वयं की मौलिक धुनों का निर्माण --- मंच के मीठे गीतकार और लोकप्रिय ग़ज़लकार के रूप में लगभग चालीस शहरों, कस्बों, गावों में कवि सम्मेलन, मुशायरों में ससम्मान काव्यपाठ और मान-सम्मान --- आकाशवाणी से भी निरंतर रचनाओं का प्रसारण --- देश भर में लगभग सवा सौ पत्र-पत्रिकाओं में एक हज़ार से अधिक रचनाएं ससम्मान प्रकाशित --- अनेक महत्वपूर्ण संकलनों में परिचय और रचनाएं संकलित --- गीत ग़ज़ल के शीर्षस्थ हस्ताक्षरों द्वारा मेरे कृतित्व की प्रशंसा --- अब तक दो पुस्तकें प्रकाशित 1 रूई मांयी सूई { राजस्थानी ग़ज़ल संग्रह/ प्रकाशन वर्ष 2002 } 2 आईनों में देखिए { हिंदी ग़ज़ल संग्रह/ प्रकाशन वर्ष 2004 } --- राजस्थानी भाषा में दो पद्य नाटकों सहित, राजस्थानी और हिंदी में दो-दो ग़ज़ल संग्रह और गीत-नवगीत संग्रह, दोहा संग्रह और बाल कविता संग्रह प्रकाशनार्थ तैयार --- स्वयं के गीत ग़ज़ल , स्वयं की धुन, स्वयं के स्वर में ध्वन्यांकन का वृहद् विराट कार्य प्रगति पर --- चित्रकारी, रंगकर्म, संगीत, गायन और मीनाकारी में भी श्रेष्ठ कार्य --- DXing और Short Wave Listening करते हुए अनेक देशों से निबंध लेखन, संगीत, चित्रकला और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं में लगभग सौ बार पुरस्कृत होकर बीकानेर और समूचे राजस्थान के यश, मान और गौरव वृद्धि में तुच्छ सहयोग / डॉयट्शे वैले पर दो बार मेरे निबंध एशिया में प्रथम स्थान पर रहे / चीनी दूतावास, नई दिल्ली में CRI China द्वारा पुरस्कृत-सम्मानित --- अभी सफ़र जारी है …

Comment Wall (8 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 6:22pm on January 29, 2011, Ratnesh Raman Pathak said…
At 8:02pm on January 26, 2011, Admin said…

आदरणीय राजेंद्र स्वर्णकार जी, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार को और अच्छी तरह जानने हेतु कृपया नीचे दिये लिंक पर जाकर नियम से अवश्य परिचित हो जाये |

धन्यवाद |

http://www.openbooksonline.com/page/5170231:Page:12658

At 4:22pm on January 25, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
नमस्कार राजेंद्र साहब....आपके रिप्लाइ से खुशी हुई.....मेरा कोई ब्लॉग नही है...अभी तो बस आप लोगों से सीख रहा हूँ..जल्द ही लिखना प्रारंभ करूँगा.....वैसे मैने 2 लिखा है अभी तक....लिंक मैं दूँगा....और मैं इस नेटवर्क par ADMINISTRATIVE TEAM MEMBER हूँ.....कोई भी परेशानी या सुझाव हो तो बेझिझक हमें बताएन या सुझाव या शिकायत ग्रूप मे पोस्ट करें...हम लोग जल्द से जल्द अमल करेंगे उसपर....
At 6:36pm on January 24, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
At 1:08am on January 24, 2011, वीनस केसरी said…
susvagatam
At 12:13am on January 24, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 12:12am on January 24, 2011, Admin said…
At 10:04pm on January 23, 2011, Raju said…
 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
13 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा
"अच्छी रचना हुई है ब्रजेश भाई। बधाई। अन्य सभी की तरह मुझे भी “आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा”…"
14 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"बेहतरीन अशआर हुए हैं आदरणीय रवि जी। सभी एक से बढ़कर एक।"
14 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"अच्छी ग़ज़ल हुई है नीलेश नूर भाई। बहुत बधाई "
14 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आभार रक्षितासिंह जी    "
19 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"अच्छे दोहे हुए हैं भाई लक्ष्मण धामी जी। एक ही भाव को आपने इतने रूप में प्रकट किया है जो दोहे में…"
19 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आ. रक्षिता जी, दोहों पर उपस्थिति, और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
19 hours ago
रक्षिता सिंह replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"सधन्यवाद आदरणीय !"
20 hours ago
रक्षिता सिंह replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"बहुत खूब आदरणीय,  "करो नहीं विश्वास पर, भूले से भी चोट।  देता है …"
21 hours ago
रक्षिता सिंह replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"सधन्यवाद आदरणीय,  सत्य कहा आपने । निरंतर मनुष्य जाति की संवेदनशीलता कम होती जा रही है, आज के…"
21 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-175
"आ. रक्षिता जी, एक सार्वभौमिक और मार्मिक रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
21 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service