For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

मैथिली साहित्य Discussions (35)

← Back to मैथिली साहित्य
Discussions Replies Latest Activity

Abhay Kant Jhaa Deepraaj ke Maithilee Ghazal - 2 -

                                   ग़ज़ल मोन  प्रपंच  पाप  सँ  दूषित,  भाषण   जन - समुदाय   के | कोना  एहन  नायक  समाज  में,  परचम  बनता न्य…

Started by Abhay Kant Jha Deepraaj

0 Mar 18, 2011

Maithilee Ghazal - 1 .................by Abhay Kant Jha Deepraaj

अभय कान्त झा दीपराज के मैथिली ग़ज़ल -                   मैथिली ग़ज़ल - १ कहू कोना ? जे, आम आदमी बनि कय की - की भोगलौं हम |खून - खुनामह भेल कर…

Started by Abhay Kant Jha Deepraaj

0 Mar 9, 2011

Abhay Kant Jha Deepraaj Ke Maithilee Geet .............................By Abhay Deepraaj

अभय कान्त झा दीपराज कृत - मैथिली गीत क्रमांक - ४       हम बेटी बनि जन्म जे लेलौं...........हम  बेटी  बनि  जन्म  जे  लेलौं ,   बड़ दुःख देखल…

Started by Abhay Kant Jha Deepraaj

0 Jan 11, 2011

बरसि रहल अछि नोर

हँसी क एक बूँद लेल सदिखन तरसि रहल अछि ठोर, लाख रोकै छी मुदा न रूकै बरसि रहल अछि नोर. की संs की भs गेलै दुनिया हम जहिना के तहिना. वक्त पडे…

Started by Manoj Kumar Jha

1 Jan 8, 2011
Reply by Abhay Kant Jha Deepraaj

Abhay Kant Jha Deepraaj Ke maithili Geet...... by Abhay Deepraaj

अभय कान्त झा दीपराज के मैथिली गीत क्रमांक - ३                    भगवती के गीतहे भगवती , जननी  जगत  के,कृपा के छाया दिअ |जाहि सँ हम  धन्य  ज…

Started by Abhay Kant Jha Deepraaj

0 Dec 23, 2010

Abhay Kant Jha Deepraaj Ke maithili Geet...... by Abhay Deepraaj

अभय कान्त झा दीपराज के मैथिली गीत क्रमांक - २                                  भगवती के गीत अवलम्ब  अहीं  हे  जगदम्बा,  माँ,  संतानक   दु…

Started by Abhay Kant Jha Deepraaj

0 Dec 18, 2010

Abhay Kant Jha Deepraaj ke maithilee Geet ...............................By Abhay Deepraaj

अभय कान्त झा दीपराज के मैथिली गीत क्रमांक - १                               भगवती के गीत जय  माँ  अम्बे ,  जय  जगदम्बे , हमरा  पर  उपकार…

Started by Abhay Kant Jha Deepraaj

0 Dec 17, 2010

लागत मौन आब चउके पर......

लागत मौन आब चउके पर...... आइब गेल भाई फेर चुनाव, मोछ पिजाऊ आर खेलु दाऊ, काका भैया आहू आऊ, पान सुपारी खूब दबाऊ, फाईर फाईर पुरिया के खाऊ, ला…

Started by pankaj jha

0 Oct 7, 2010

" RUPWAAN "

HAMMAR RACHNA MAITHLI MAIN. Subodh kumar (sharad)

Started by Subodh kumar

1 Sep 10, 2010
Reply by Subodh kumar

yo mithila wasi jagu yo

यो मिथिला वासी जगु यो आऊ आडंबर स आगू यो संकुचित विचार के त्यागु यो यो मिथिला वासी जगु यो अई राजनीत कंठक सासरी मइर रहल समाज लगा फसरी निर्ला…

Started by pankaj jha

1 Aug 28, 2010
Reply by Admin

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna posted blog posts
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Nov 2
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Nov 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Oct 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Oct 31
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Oct 31
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Oct 31

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service