For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Afsos Ghazipuri's Discussions (17)

Discussions Replied To (15) Replies Latest Activity

"आज ओ.बी.ओ. पर अपनी कही बातों को दुहरा रहा था तो लगा आप से हुई बात अंजाम तक पहुचनी ही…"

Afsos Ghazipuri replied Dec 13, 2011 to क्या कवि या शायर गढ़े जा सकते है ?

11 Dec 13, 2011
Reply by Abhinav Arun

मुख्य प्रबंधक

"मैं क्या चैट्ट करूँ जब रात 12 से प्रातः 5 बजे किसी को मुझसे बात ही नही करनी हो. अब क…"

Afsos Ghazipuri replied Dec 13, 2011 to नया बीटा ओ बी ओ चैट बॉक्स

5 Dec 26, 2011
Reply by Neelam Upadhyaya

"बधाई हो !!! नगद पुरस्कारों की घोषणा की बाढ़ लगाते जा रहे हैं और मुझे लगाने लगा है की…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 30, 2011 to एक और घोषणा :- "महीने की सर्वश्रेष्ट रचना पुरस्कार"

10 Aug 23, 2012
Reply by PHOOL SINGH

"विंनस जी, ओ.बि.ओ. जब भी देखता हूँ आप छाए रहते हैं, अच्छी बात है की इतना वक्त निकाल प…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 30, 2011 to क्या कवि या शायर गढ़े जा सकते है ?

11 Dec 13, 2011
Reply by Abhinav Arun

"भाई साहब,"तरही" से "तौबा" कर चुका हूँ, अब आप से मुआफी ही माँग सकता हूँ, और क्या कहूँ…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 29, 2011 to क्या कवि या शायर गढ़े जा सकते है ?

11 Dec 13, 2011
Reply by Abhinav Arun

"माननीय,इस समझ का विरोध कहाँ है, लेकिन समझना यह है के लगाव की कीमत निरसता के भंवर मे…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 29, 2011 to क्या कवि या शायर गढ़े जा सकते है ?

11 Dec 13, 2011
Reply by Abhinav Arun

"आप सरीखे क़द्रदान से कुछ कहने का साहस करने लगा हूँ ? थोड़ी नज़रेइनायत इधर भी हो जाए…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 27, 2011 to BIG BOSS

3 Nov 27, 2011
Reply by Afsos Ghazipuri

"कहाँ बेकार की बातों मे उलझ गये मपतपुरी साहेब, बिग बॉस को छोड़िए उपर वाले के रहमोकरम…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 26, 2011 to BIG BOSS

3 Nov 27, 2011
Reply by Afsos Ghazipuri

""मैने सुना है.." और "मैं समझता हूँ.." कह कर अपने बता ही दिया की वास्तविक कवि की कितन…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 22, 2011 to वास्तविक कवि और शायर

19 Nov 22, 2011
Reply by Pallav Pancholi

सदस्य टीम प्रबंधन

"‘बागी’ जी, सहयोग की अपेक्षा मुझ जैसे तुच्छ साहित्य सेवी से क्यो करना चाह रहे है, मै…"

Afsos Ghazipuri replied Nov 17, 2011 to वाराणसी में ओबीओ सदस्यों की काव्य-गोष्ठी सम्पन्न

28 Nov 17, 2011
Reply by Saurabh Pandey

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Nilesh Shevgaonkar commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब,अच्छी ग़ज़ल हुई है ..बधाई स्वीकार करें ..सही को मैं तो सही लेना और पढना…"
6 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"मोहतरम अमीरुद्दीन अमीर बागपतवी साहिब, अच्छी ग़ज़ल हुई है, सादर बधाई"
11 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"आदरणीय सौरभ सर, हार्दिक आभार, मेरा लहजा ग़जलों वाला है, इसके अतिरिक्त मैं दौहा ही ठीक-ठाक पढ़ लिख…"
22 minutes ago
Sushil Sarna posted blog posts
2 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी posted a blog post

ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)

122 - 122 - 122 - 122 जो उठते धुएँ को ही पहचान लेतेतो क्यूँ हम सरों पे ये ख़लजान लेते*न तिनके जलाते…See More
2 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा षष्ठक. . . . आतंक
"ओह!  सहमत एवं संशोधित  सर हार्दिक आभार "
3 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-121
"जी, सहमत हूं रचना के संबंध में।"
3 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-121
"शुक्रिया। लेखनी जब चल जाती है तो 'भय' भूल जाती है, भावों को शाब्दिक करती जाती है‌।…"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी आदाब, नए अंदाज़ की ख़ूबसूरत ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद पेश करता हूँ।"
11 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आपके संकल्प और आपकी सहमति का स्वागत है, आदरणीय रवि भाईजी.  ओबीओ अपने पुराने वरिष्ठ सदस्यों की…"
11 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आपका साहित्यिक नजरिया, आदरणीय नीलेश जी, अत्यंत उदार है. आपके संकल्प का मैं अनुमोदन करता हूँ. मैं…"
11 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"जी, आदरणीय अशोक भाईजी अशोभनीय नहीं, ऐसे संवादों के लिए घिनौना शब्द सही होगा. "
11 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service