आदरणीय योगराज प्रभाकर भाई जी को जन्म दिन की हार्दिक बधाई एवम शुभ कामनायें।प्रभु आपकी समस्त मनोकामनायें पूर्ण करें।माता रानी का सदैव आशीर्वाद मिले। जीवन में सुख, शाँति,समृद्धि और सेहत से मालामाल रहें।सदैव उन्नति के पथ पर अग्रसर रहें।
आ० अनुज . आशा है ई स्वस्थ और सानान्न्द होंगे . अवगत कराना है कि मोबाईल पर चार बार असफल कोशिश के बाद यहाँ सन्देश निवेदित कर रहा हूँ . सूची है कि ओ बी ओ लखनऊ-चैप्टर , प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष माह नवम्बर 2018 में वार्षिक कार्यक्रम करने हेतु परिकरबद्ध है और तदनुसार डॉ. शरदिंदु मुकर्जी के संरक्षण में वार्षिक पत्रिका ‘सिसृक्षा’ के अगले अंक का प्रकाशन भी होना है . इसके लिए शुभकामना सन्देश के साथ साथ रचनायें भी अपेक्षित हैं . कृपया अपनी रचना / शुभकामना सदेश 25 सितम्बर तक srivastavagopalnarain @gmail.com पर अवश्य भेज दें , कार्यक्रम तिथि की सूचना शीघ्र ही दी जायेगी . सादर . सानुरोध---------------------- गोपाल नारायण श्रीवास्तव
प्रतिष्ठित ई-साहित्यिक-पत्रिका "ओपन बुक्स ऑनलाइन" के विख्यात प्रधान संपादक वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय गुरुजी श्री योगराज प्रभाकर जी के जन्मदिन की वर्षगाँठ पर मेरी तरफ से हृदयतल से बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ ।
जीवन में धन व् सुख ही पर्याप्त नहीं है i जीवन में शांति और संतुष्टि अधिक आवश्यक है i मैं आपके इस पुण्य जन्म दिवस पर आपके लिए ईश्वर से यही कामना करता हूँ i ईश्वर आपको चिरायु बनाये और यावज्जीवन स्वस्थ रखे i सादर i
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
योगराज प्रभाकर's Comments
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ओ बी ओ महोत्सव अंक ११९ के लिए
"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-119
विषय - "वो भी क्या दिन थे"
स्वरचित - मौलिक - अप्रकाशित
अतुकांत आधुनिक कविता
विषय - वो भी क्या दिन थे
वो भी क्या दिन थे ,
महज १३ साल
का ही तो था मैं
जिन्दगी की पहली कक्षा
ठीक से खड़े
होने का ढंग
सीख रहा था
आठवीं की परीक्षा
और शारीरिक परिवर्तन
विज्ञान की कार्यशाला
वनस्पति विज्ञान पादप
संकलन हेतु
पर्वतीय प्रदेश
का भ्रमण
चेहरे पर मासूमियत
स्त्री पुरुष के अंतर
ज्ञान का कोतुहल
तिसपर संगीता जैसे
सहपाठी का सानिध्य
न जाने वो भी क्या दिन थे
सब कुछ सुहाना था
घर में मन कहाँ लगता था
माँ पापा से आँखे मिलाते
एक झिझक , जैसे कोई
अपराध करते हुए
रंगे हाँथ पकडे जाने का डर
सभी कुछ उलटा पुल्टा
लेकिन मन था के
अपनी ही बांचे जा रहा था
सुनता कहाँ था
बेर बेर उसी पगडण्डी पर
लाके पटक देता था
वनस्पति विज्ञान पादप
संकलन हेतु
पर्वतीय प्रदेश
का भ्रमण
मुहं मांगी मुराद बन गया
तिस पर संगीता जैसे
सहपाठी का सानिध्य
न जाने वो भी क्या दिन थे
सब कुछ सुहाना था
सुभह शाम सब कुछ
जल्दी जल्दी बीत रहा था
मैं भीतर भीतर रीत रहा था
मास्टर जी ने बारह टोलियाँ
बनाई एक लड़का एक लड़की
एक टोली मेरी और संगीता की
उस दिन न जाने जो भी मांगता
भोले बाबा ने वही दे देना था
हमारी टोली को सबसे अच्छे
संकलन का सम्मान मिला
संगीता की विदुषितत्व
का परिणाम मुझे भी मिला
हम दोनों को एक दुसरे
का साथ समझ उसदिन
के एक एक पल में
सौगात स्वरूप मिली
न जाने वो भी क्या दिन थे
सब कुछ सुहाना था
असला में नारीत्व की
महिमा को सही से
मैंने उसी दिन जाना था
आदरणीय योगराज प्रभाकर भाई जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवम शुभ कामनांयें।
आदरणीय मंच संचालक महोदय श्री योगराज प्रभाकर साहिब जन्मदिन की सालगिरह पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।
आदरणीय योगराज प्रभाकर साहब, जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ. ईश्वर आपको स्वस्थ एवं ख़ुशहाल रखे. सादर.
आदरणीय योगराज प्रभाकर भाई जी को जन्म दिन की हार्दिक बधाई एवम शुभ कामनायें।प्रभु आपकी समस्त मनोकामनायें पूर्ण करें।माता रानी का सदैव आशीर्वाद मिले। जीवन में सुख, शाँति,समृद्धि और सेहत से मालामाल रहें।सदैव उन्नति के पथ पर अग्रसर रहें।
आ० अनुज . आशा है ई स्वस्थ और सानान्न्द होंगे . अवगत कराना है कि मोबाईल पर चार बार असफल कोशिश के बाद यहाँ सन्देश निवेदित कर रहा हूँ . सूची है कि ओ बी ओ लखनऊ-चैप्टर , प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष माह नवम्बर 2018 में वार्षिक कार्यक्रम करने हेतु परिकरबद्ध है और तदनुसार डॉ. शरदिंदु मुकर्जी के संरक्षण में वार्षिक पत्रिका ‘सिसृक्षा’ के अगले अंक का प्रकाशन भी होना है . इसके लिए शुभकामना सन्देश के साथ साथ रचनायें भी अपेक्षित हैं . कृपया अपनी रचना / शुभकामना सदेश 25 सितम्बर तक srivastavagopalnarain @gmail.com पर अवश्य भेज दें , कार्यक्रम तिथि की सूचना शीघ्र ही दी जायेगी . सादर . सानुरोध---------------------- गोपाल नारायण श्रीवास्तव
यॊगराज जी,
आपकी लघुकथा-अधूरी कथा के पात्र- पंजाब के आतंकवाद की याद ताजा कर गई. सुंदर रचना के लीये बधाई.
Shukriya sir
जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएँ आदरणीय
सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर said…
परम आदरणीय योगराज प्रभाकर सर, आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...
नए वर्ष में नए हर्ष में
सुधियों का मकरंद i
जीवन का परिमल बन जाए
महकाये हर छंद I
-गोपाल नारायन श्रीवास्तव
Thank you so much Yograj ji for adding me..
राहत इन्दौरी जी के इस अशआर में भी काफिया समझाने का कष्ट करे!
3
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे
शाख़ों से टूट जायें वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
आदरणीय
जन्म दिवस की ढेरो बधाई
प्रिय अनुज
जीवन में धन व् सुख ही पर्याप्त नहीं है i जीवन में शांति और संतुष्टि अधिक आवश्यक है i मैं आपके इस पुण्य जन्म दिवस पर आपके लिए ईश्वर से यही कामना करता हूँ i ईश्वर आपको चिरायु बनाये और यावज्जीवन स्वस्थ रखे i सादर i
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