For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

दादा जी अब कब आयेंगे ( बाल गीत )कान्ता राॅय

दादाजी अब कब आयेंगे (बाल गीत)


सोन परी हम कथा सुनेंगे
दादाजी की छड़ी पकड़ कर
हम उनको लाढ दिखायेंगे
दादाजी अब कब आयेंगे

अंगूली थामें बडी अकड़ से
पार्क जायेंगे बडे़ मजे
संग हम उनके धीरे चलेंगे
गोल गोल घुम मजे करेंगे

दादाजी अब कब आयेंगे


सोनू के दादाजी आते
रोज सैर को लेकर जाते
चाॅकलेट चिक्की भी दिलाते
कब मुझको भी दिलवायेंगे

दादाजी अब कब आयेंगे


सायकिल मेरी मुझे सताये
बार बार वो मुझे गिराये
सायकिल मुझे सिखलायेंगें
सायकिल की सैर करयेंगे

दादाजी अब कब आयेंगे

बातों ही बातों में मुझको
दुनिया की सैर करायेंगें
कौन सही और कौन गलत है
प्यार से मुझे बुझायेंगे

दादाजी अब कब आयेंगे

पोता हूँ मै उनका सूद भर
उनके लिए पापा बित्ते भर
उचक गोद में दादाजी के
पेट पकड़ कर कब सोयेंगें

दादाजी अब कब आयेंगे

कह गये थे कल ही आऊँगा
चाॅकलेट ढेरों दिलवाऊँगा
वो चाॅकलेट कब लायेंगे
गोदी में बैठ खिलायेंगे
दादाजी अब कब आयेंगे


कान्ता राॅय
भोपाल
मौलिक और अप्रकाशित

Views: 1759

Replies to This Discussion

बहुत प्यारा मासूम सा बाल गीत आ० कांता जी बहुत- बहुत बधाई. 

हृदय तल से आभार आपको आदरणीया राजेश कुमारी जी रचना पर मेरी कोशिश को हौसले का बल देने के लिए ।

आदरणीया कान्ताजी, बाल-कविता के माध्यम से कविता लेखन पर बहुत ही आश्वस्तिकारक प्रयास हुआ है. हार्दिक बधाई. कविता लेखन भी अन्य विधाओं की तरह समय धैर्य विधाजन्य अध्ययन और उत्साह की अपेक्षा करता है. अत्यंत प्रसन्नता की बात है, कि अब आप कविता लेखन के प्रति उत्सुक हो रही हैं. आपका स्वागत है.
सादर

कविता गजल छंद मेरे मन को बहुत भाते हैै लिखना नहीं आता हैै लेकिन मन को तरावट सदा इन्हीं से मिलती है । आपके प्रोत्साहन भरे शब्द मुझे बेहद अच्छे लगे । नमन आपको मेरा हौसला वर्धन के लिए आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी ।

कुबेर के ख़ज़ाने की चाभी है आपके हाथ अब. तो सिर्फ़ छेदहा एक-पैसहिया के फेर में क्या पड़े रहना ?  बहुत कुछ है इन पन्नों में ! अर्थात ओबीओ के पन्नों की बात कर रहा हूँ, आदरणीया कान्ताजी.
:-))

" छेदिया एक पैसहिया " ..... बहुत बडी़ बात कही है आपने सर जी । बिलकुल सही कहा आपने कि ओबीओ में साहित्य का सम्पूर्ण संसार है । साहित्य प्रेमियों के लिए यह किसी कुबेर के खजाने के समान ही है ॥ सादर नमन
प्यारे और मीठे बालगीत के लिए हार्दिक बधाई आद0 कान्ता जी ।
आदरणीया शशि बंसल जी हृदय तल से आभार आपको रचना पर मेरा हौसला बढाने के लिए ।

आदरणीया कांता जी  इस सुंदर बाल गीत के लिए मेरी बधाई स्वीकार करें सादर 

रचना पर हौसला वर्धन करने के लिए तहे दिल से आभार आपको आदरणीय डा. आशुतोष मिश्रा जी

आदरणीया कांता जी, बहुत सुन्दर बाल गीत लिखा है आपने.... इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई 

आपके कदम छंदों की बढ़ रहे है, देखकर एक सुखद अहसाह हो रहा है.... आप कविता में भी कमाल करेंगी...यकीनन...... हार्दिक शुभकामनाएँ 

पिछली बार इसी मंच पर ओबीओ लाइव महा उत्सव आयोजन में आप सभी सुधी जनों के द्वारा मुझे कई सुझाव मार्गदर्शन भरे मिले थे । आप सहित आदरणीय सौरभ सर जी ने भी कविता के गेयता के बारे में कुछ सुझाव दिये थे और उसी वक्त भारतीय छंद विधान कक्षा के आलेखों को पढने के सुझाव अत्यंत प्रभावशाली हुए मेरे लिये । आदरणीय गिरीराज भंडारी सर जी ने मात्राओं को गिनने के संबंध में भी बेहद सटीक मार्गदर्शन किये जिसको संज्ञान में लेकर जरा सी कोशिश मैने इस बाल कविता में की है । वैसे आज भी इस विधा से अनजान ही हूँ ।
आप सबके प्रोत्साहन मुझे आगे जरूर कुछ नई चीजों को जानने का अवसर प्रदान करेंगे । आभार ओबीओ परिवार का ।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
31 minutes ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
43 minutes ago
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Sunday
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Sunday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Saturday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service