For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

राखी आइल चल गईल ,
कही मस्ती छा गईल ,
चलल खूब मिठाई ,
बहिन भाईयन के ,
कलाई पर बांधली !!

कहीं इ ख़ुशी दे गईल ,
आउर कही गम के गुबार,
देकर चल गईल !!

अब एक दू रूपिया में ,
राखी मिलत नइखे ,
दुखहरण के बेटी बुधिया के लगे ,
चावल किनला के बाद,
पांच रुपिया के सिक्का बचल ,
दाल के जगे ,
उ राखी खरिदलास,
मिठाई के नाम पर ,
लेहलस बताशा ,
बाह रे दुनिया वाला ,
इ तोहर कईसन तमाशा ,
इ तहरे देन ,
कहीं हंसा गईल .
कहीं रुला गईल ,
राखी आईल चल गईल !!
कही मस्ती छा गईल ,
चलल खूब मिठाई ,
बहिन भाईयन के ,
कलाई पर बांधली !!

कहीं इ ख़ुशी दे गईल ,
आउर कही गम के गुबार,
देकर चल गईल !!

अब एक दू रूपिया में ,
राखी मिलत नइखे ,
दुखहरण के बेटी बुधिया के लगे ,
चावल किनला के बाद,
पांच रुपिया के सिक्का बचल ,
दाल के जगे ,
उ राखी खरिदलास,
मिठाई के नाम पर ,
लेहलस बताशा ,
बाह रे दुनिया वाला ,
इ तोहर कईसन तमाशा ,
इ तहरे देन ,
कहीं हंसा गईल .
कहीं रुला गईल ,
राखी आईल चल गईल !!

Views: 582

Replies to This Discussion

bahut sahi baat kahani guru jee, achchi rachna,
Hamesha ke tarah ego aur badhiya rachana. Bahut sahi.
wah re guru ji,
ketna sahi baat kahlin aap. ee kul t mahangaeeye ke kamaal nu ba. gaeel jamaana athanni chawanni ke. ab t rupiyo me kuchh na milat baate.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna posted blog posts
4 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 167 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है ।इस बार का…See More
19 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
Apr 30
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Apr 29
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Apr 28
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Apr 28
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Apr 27

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service