For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Tilak Raj Kapoor's Comments

Comment Wall (36 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 9:31pm on September 8, 2011, अमिताभ त्रिपाठी ’अमित’ said…

जहाँ भी एक स्वर के साथ दो से अधिक व्यंजन जुड़े हों वहाँ संयुक्ताक्षर होता है। प्र, व्य, स्थ, ल्य, क्त, न्त, आदि सभी संयुक्ताक्षर हैं। हिन्दी मे कुछ संयुक्ताक्षर वर्णमाला में भी जोड़ दिये गये हैं लेखन की सुविधा के लिये। क्‌+ष= क्ष, ‍त्‌+र = त्र, ज्‌ + ञ = ज्ञ। ध्यान देने योग्य है इन संयुक्ताक्षरों में पहला वर्ण स्वर रहित या हलन्त युक्त है। एक से अधिक व्यंजन भी जुड़ते हैं जैसे उ+ ज्‌ + ज्‌ + व + ल = उज्ज्वल यहाँ भी ’ज्ज्व’ की मात्रा एक ही होगी - २११ क्योंकि एक ही स्वर (लघु) प्रयुक्त हुआ है।

At 7:19pm on September 8, 2011, अमिताभ त्रिपाठी ’अमित’ said…

आदरणीय तिलकराज जी, 

’ज़िन्दगी’ की हिन्दी में भी पाँच मात्रायें होंगी। यथा ऽ।ऽ या २१२। हिन्दी छन्द शास्त्र के अनुसार व्यंजन की आधी मात्रा होती और किसी व्यंजन का उच्चारण बिना स्वर के सम्मिलन के सम्भव नहीं है। यदि लघु वर्ण के बाद कोई संयुक्ताक्षर आता है तो संयुक्ताक्ष के पूर्व का वर्ण दीर्घ हो जाता है। अर्द्धाक्षर का लोप नहीं होता।किसी संयुक्ताक्षर की वही मात्रा होती है जो उसके मुख्य व्यंजन की होती है।

वीनस जी को एक अच्छी और ज्ञानवर्द्धक चर्चा प्रारम्भ करने के लिये धन्यवाद!

At 11:39am on July 26, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…

MANY MANY HAPPY RETURNS OF THE DAY TILAK SIR....

At 10:17am on July 26, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

At 6:34am on June 30, 2011, आवाज शर्मा said…
गुरु (212 212 12)x2 मेँ इक गजल बनी अब इसका बहर क्या होगा ?
ऐसे ही कई गजलेँ बनी हे ।
(2122 2122 21)x2,
(2212 2212 22)x2
122 22 122 22 122 आदि ।
सिखने के क्रम मे ही लिखा । बहर नाम पूछते मेरे दोस्त । मै तो हैरान हूँ । अब कैसे यिन बहर का नाम ढूँढूँ ?
At 5:37pm on June 3, 2011, nemichandpuniyachandan said…
Aadarniy shree Tijak Raj Jee Kapoor sahib,Aapke mahine ka sakriy sadasy chune jane par hardik badhaee.iske liye OBO.priwar khud ko gaurvanit mahsoos karta hai.
At 11:22am on June 3, 2011, Veerendra Jain said…
Tilak Sir , "Active Member of the Month"..chune jaane per aapko bahut bahut badhai ...
At 9:46am on June 3, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
OBO प्रबंधन द्वारा महीने के सक्रिय सदस्य चुने जाने पर बहुत बहुत बधाई.....आशा ही नही पूर्ण विस्वास है की आपका सहयोग हमलोगों को निरंतर इसी प्रकार मिलता रहेगा.....

बहुत बहुत बधाई हो....

CONGRATS TILAK SIR..........
At 12:08am on June 3, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
आदरणीय तिलक सर, ओपन बुक्स ऑनलाइन प्रबंधन द्वारा "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member
of the Month) चुने जाने पर आपको बहुत बहुत शुभकामना, बधाई हो बधाई,
At 12:07am on June 3, 2011, Admin said…
आदरणीय श्री तिलक राज कपूर जी,
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में
आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य"
(Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन
At 7:19pm on April 15, 2011, nemichandpuniyachandan said…
aadarniy Tilak Raj Ji Kapoor sahib,aapki sabhee classes ko  mein Dyanpoorvak padhata hoon,achcha lagta hai,kuchcha sikhane ko milta hi hai aapka sneh banaa rahe.aabhaar
At 2:03pm on January 26, 2011, Ratnesh Raman Pathak said…
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में तिलक राज कपूर जी का हार्दिक स्वागत है
At 6:38pm on January 24, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
At 11:35pm on January 23, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Rana Pratap Singh
said…

आदरणीय तिलक राज कपूर ji

OBO परिवार में आपका स्वागत है|

At 11:32pm on January 23, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 11:30pm on January 23, 2011, Admin said…

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
9 hours ago
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
18 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
18 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
yesterday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
yesterday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
yesterday
Shyam Narain Verma commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
yesterday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service