For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

एक-एक शून्य(लघुकथा)

"देखिये श्रीमान आपका बेटा फिर से हर विषय में फेल हो गया है, किसी में 5, किसी में 6, किसी में 7 नंबर, इसीलिए आपको बुलाना पड़ा I लीजिये आप खुद ही इसकी सारी कॉपी देख लीजिये I" "

"अरे गुरूजी ये लीजिये, अब लिफाफा पकड भी लीजिये, आपका ही बच्चा है ,बस एक-एक शून्य लगा दीजिये I"

.

© हरि प्रकाश दुबे

"मौलिक व अप्रकाशित"

Views: 622

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Hari Prakash Dubey on January 5, 2015 at 6:56pm

 लघुकथा  का मर्म जानकर प्रतिक्रिया देने , और उत्साहवर्धन के लिए आपका हार्दिक आभार ,आदरणीया प्रतिभा  त्रिपाठी जी !"

Comment by Hari Prakash Dubey on January 5, 2015 at 6:51pm

हार्दिक आभार , सोमेश भाई ,आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहती है ,सादर .

Comment by Hari Prakash Dubey on January 5, 2015 at 6:50pm

सार्थक प्रतिक्रिया  के लिए आपका धन्यवाद  श्री राम शिरोमणि पाठक जी !

Comment by somesh kumar on January 5, 2015 at 5:13pm

sndesh accha hai ,is lghuktha ka 

Comment by ram shiromani pathak on January 5, 2015 at 3:28pm

मैं लघुकथा के विषय में ज्यादा नहीं जानता लेकिन मुझे अच्छी लगी आदरणीय//हार्दिक बधाई आपको 

Comment by Hari Prakash Dubey on January 4, 2015 at 10:59pm

आपका हार्दिक आभार आदरणीय मिथिलेश जी ! सादर !

Comment by Hari Prakash Dubey on January 4, 2015 at 10:58pm

आदरणीय डॉo गोपाल नारायण सर , आपकी और आदरणीय इं. गणेश जी  "बागी" सर की बात सर आँखों पर , आपने सही कहा ..यह जल्दबाजी  का लेखन नहीं है ...आप लोगों का  स्नेह , और मार्गदर्शन हमेशा अपेक्षित रहेगा , रचना पर आपकी उपस्तिथी ही उत्साहवर्धक है ,आभार सादर।


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by मिथिलेश वामनकर on January 4, 2015 at 7:25pm
आदरणीय हरिप्रकाश जी गुणीजनों का आशीर्वाद आपको मिलता रहे। इस प्रयास पर बधाई प्रेषित है
Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on January 4, 2015 at 7:16pm

हरि प्रकाश जी

आ0  योगराज जी ने मेरी भी कई बार क्लास लगाई है i कोई संवाद  या कोई अनुभव  अपने आप में कथा  नही है  I  वर्णन में कथा-तत्व का होना भी आवश्यक हाँ i  आ० बागी जी का  संभवतः यही कथन है i यह जल्दबाजी  का लेखन नहीं है I  इधर कई कथाये  ऐसी आयी है जिन्हें लघुकथा कहने मे मुझे मन ही मन संकोच हुआ है I पर-- प्रयास तो प्रयास ही है I  आपसे तो सदा ही बेह्तर की उम्मीद करता हूँi मैं भी कोइ विशेषज्ञ नहीं हूँ i  सीख मैं भी रहा हूँ i सादर i

Comment by Hari Prakash Dubey on January 4, 2015 at 4:14pm

आदरणीय इं. गणेश जी  "बागी" सर , इसके माध्यम से सन्देश देना चाह रहा था की किस तरह आज के अभिभावक बच्चों को सही शिक्षा ना देकर सबकुछ पैसे से खरीद लेना चाहते है , बाकी आपकी टिप्पणी को हमेशा सकरात्मक रूप  से ही लेता हूँ , आपका सम्मान एक गुरु की तरह है , हमेशा आपके मार्ग दर्शन की अभिलाषा रहेगी , सीखने का प्रयास जारी रहेगा , सादर !

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"आदरणीय  उस्मानी जी डायरी शैली में परिंदों से जुड़े कुछ रोचक अनुभव आपने शाब्दिक किये…"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"सीख (लघुकथा): 25 जुलाई, 2025 आज फ़िर कबूतरों के जोड़ों ने मेरा दिल दुखाया। मेरा ही नहीं, उन…"
Wednesday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"स्वागतम"
Tuesday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

अस्थिपिंजर (लघुकविता)

लूटकर लोथड़े माँस के पीकर बूॅंद - बूॅंद रक्त डकारकर कतरा - कतरा मज्जाजब जानवर मना रहे होंगे…See More
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई ग़ज़ल की सराहना  के लिए आपका हार्दिक आभार "
Tuesday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Jul 27
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Jul 27
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
Jul 27
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
Jul 27
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
Jul 27
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
Jul 27

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service