For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

सब धर्मो का इक तीर्थ बनाएं भारत में

सब धर्मो का इक तीर्थ बनाएं भारत में
आओ ऐसा नव दीप जलाएं भारत में

अब छेड़ प्रेम की तान मिलाएं हाथ चलो 
रख याद वतन की आन मिलाएं हाथ चलो
अब आपस का ये द्वेष भुलाएँ भारत में

सब धर्मो का इक तीर्थ बनाएं भारत में
आओ ऐसा नव दीप जलाएं भारत में

गंगा यमुना भी भेद नहीं करती लोगो
है सबकी पावन गोद यही धरती लोगो
ये जाति-पाति का रोग मिटाएं भारत में

सब धर्मो का इक तीर्थ बनाएं भारत में
आओ ऐसा नव दीप जलाएं भारत में

क्या हवा नदी पर्वत सभी जाति बतलाते
क्या फूल वृक्ष पशु पक्षी जाति बतलाते
सब एक हैं ऐसा राग सुनाएँ भारत में

सब धर्मो का इक तीर्थ बनाएं भारत में
आओ ऐसा नव दीप जलाएं भारत में

कमजोरो को भी साथ में लाओ अब वीरो
खुद बढ़के अपना देश बढाओ अब वीरो
अब सारे सोते युवा जगाएं भारत में

सब धर्मो का इक तीर्थ बनाएं भारत में
आओ ऐसा नव दीप जलाएं भारत में

संदीप पटेल "दीप"

Views: 293

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Ashok Kumar Raktale on July 25, 2012 at 10:44pm

संदीप जी        

          सादर, सभी को एक साथ संजोने की कामना लिए. सुन्दर रचना. बधाई.

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on July 24, 2012 at 2:41pm

आदरणीया राजेश कुमारी जी आपका बहुत बहुत आभार वांछित सुधार के लिए एडिट कर रहा हूँ
इसी तरह मार्गदर्शन करते रहिये स्नेह बनाये रखिये अनुज पर


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on July 24, 2012 at 2:34pm

  बहुत सुन्दर भाव देश प्रेम में सराबोर कविता बहुत बढ़िया दो जगह जाति शब्द आया है छोटी इ की मात्र लगेगी ठीक कर लें 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
21 hours ago
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
yesterday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
yesterday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
yesterday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service