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जब हवा पागल बनती है

पागल किसे कहते है
मैं नहीं जानता
मगर इतना जानता हू कि
अगर आप पर
पागलपन सवार है
तो हिमालय लांघना
कौन सी बड़ी बात है ॥


दोस्तों ,....
हवा जब पागल बनती है
उसे तूफ़ान कहते है
और ....
तूफ़ान घंटे भर में
वह कर देता है जो
हवा वर्षों से नहीं कर सकती ॥


मेरे युवा दोस्तों ....
आइये हमलोग भी तूफ़ान बने
छतविहीन घरों को छत देने के लिए
वृक्षों को नई जड़ देने के लिए
आईये ....
तूफ़ान बन फसलों के साथ उग आई
खर -पतवारों को साफ़ कर दें॥

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Comment

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Comment by PREETAM TIWARY(PREET) on July 31, 2010 at 9:15pm
बहुत ही बढ़िया बबन भैया....यहाँ हर कोई पागल है...बाकी मैं गणेश भाई की बात से ११०% सहमत हूँ....
जय हो.....ऐसे ही लिखते रहे बबन भैया......

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on July 31, 2010 at 1:31pm
बढ़िया है बब्बन भैया , अच्छा लिखे है , जहा तक मैं समझता हूँ जो नियम और दायरे का पालन ना करे वही पागल है , जय हो,

कृपया ध्यान दे...

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