For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

OBO सदस्य डॉ सूर्या बाली को “अनस्टापेबल इंडियन” पुरस्कार

साथियों बड़े हर्ष के साथ सूचित करना है कि ओ बी ओ सदस्य डॉ सूर्या बाली "सूरज" को विगत दिनों होटल ताज नई दिल्ली में भारत के उप राष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी द्वारा पुरुस्कृत किया गया | यह पुरस्कार डॉ बाली की एक डाक्टर के तौर पर की गयी सामाजिक सेवाओं के लिए है जिसे आप विषम परिस्थितियों के बावजूद पिछले 10 सालों से कर रहे हैं | आपका उद्देद्श्य समाज के हर व्यक्ति तक सस्ती, अच्छी, जरूरत के अनुरूप, स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना है ।

अमेजिंग इंडियन पुरस्कार की 6 श्रेणियों में आप “अनस्टापेबल इंडियन” श्रेणी में प्रथम रहे और इस पुरस्कार का हकदार बने । पुरस्कार के समय संसद के दोनों सदनों के माननीय सदस्य गण भी उपस्थित रहे और उत्साहवर्धन किया ।

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार आपके इस उपलब्धि पर गौरवान्वित है और आपको बहुत बहुत शुभकामनायें प्रेषित करता है |

Views: 998

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by ram shiromani pathak on February 25, 2013 at 8:58pm

आदरणीय डॉ० सूर्या बाली जी,

अनस्टोपेबल इन्डियन का सम्मान मिलने पर आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं.

सादर.


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on February 25, 2013 at 8:53pm

डॉ. सूर्य बाली साहब के दैदिप्यमान गुणों से देश के जन लाभान्वित हों. आपके पास उदार हृदय और उर्वर मनस का अद्भुत संगम है.  हम सभी का अहोभाग्य कि आप कवि-हृदय हैं, अपने-अपने जैसे हैं, अपने साथ हैं.

आपको इन गौरवमय क्षणों के लिए अतिशय बधाइयाँ और हार्दिक शुभकामनाएँ.

सादर

Comment by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी on February 25, 2013 at 8:22pm
आदरणीय डॉ.सूर्या बाली जी पुरस्कार प्राप्ति पर हार्दिक शुभकामनायें।ईश्वर से प्रार्थना है आप निरंतर उन्नति,प्रगति करते हैं।
Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on February 25, 2013 at 8:11pm

जय हो सर जी .................अनुज की ओर से भी ढेरों बधाइयां और आगे ऐसे सुन्दर कार्यों हेतु शुभकामनाएं स्वीकार कीजिये


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on February 25, 2013 at 6:15pm

आदरणीय डॉ० सूर्या बाली जी,

अनस्टोपेबल इन्डियन का सम्मान मिलने पर आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं.

सादर.

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on February 25, 2013 at 5:52pm
सेवा का क्या मोल है, सेवा तो अनमोल,
पुरस्कार  छोटा रहे, सेवा को नहि तोल ।
अनस्टापेबल का भी, तमगा लगा दोस्त,
सूर्या बाली सदा रहे, हार्दिक बधाई मस्त। 
Comment by बृजेश नीरज on February 25, 2013 at 5:13pm

आदरणीय बाली जी को हार्दिक शुभकामनाएं!

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

आशीष यादव added a discussion to the group भोजपुरी साहित्य
Thumbnail

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला

दियनवा जरा के बुझावल ना जाला पिरितिया बढ़ा के घटावल ना जाला नजरिया मिलावल भइल आज माहुर खटाई भइल आज…See More
18 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service