कौन कहता हैं सी बी आई का दुरूपयोग होता हैं,
1984 के दंगों के आरोपी को छोडती हैं ,
जनता के मांग पर फिर केस चलता हैं ,
उसके बाद दोबारा सज्जन कुमार अंदर जाता हैं ,
कौन कहता हैं सी बी आई का दुरूपयोग होता हैं,
टाइटलर हैं किस्मत वाले दोबारा क्लीन चिट मिली ,
अमित शाह को लेकर भाजपा ने जो बक्तब्य दिया ,
आम आदमी सोचने पर मजबूर हो जाता हैं ,
कौन कहता हैं सी बी आई का दुरूपयोग होता हैं,
Added by Rash Bihari Ravi on July 27, 2010 at 1:30pm —
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कमर तोड़ दी ये बेदर्द महंगाई ,
जीने नहीं देती हैं बेशर्म महंगाई ,
गेहू जो आज कल राशन में आता हैं ,
तीन दिन तक भोजन चल पाता हैं ,
सत्ताईस की हर दम रहती है जोहाई,
कमर तोड़ दी ये बेदर्द महंगाई ,
चीनी के दाम बढे आलू रुलाता हैं ,
चावल लेने में आसू आ जाता हैं ,
नौकरी नहीं हैं करता खेती बारी ,
बारिश ना होती हैं जाती जान हमारी ,
बचालो जीवन मेरा सरकार दुहाई ,
कमर तोड़ दी ये बेदर्द महंगाई ,
Added by Rash Bihari Ravi on July 16, 2010 at 5:30pm —
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किस पे करू भरोसा मन ये मेरा पूछे ,
जिसको भी दिल से चाह वो मुझसे रूठे ,
मैंने तो जिन्दगी में सबकुछ उनको माना ,
कब हुए पराये ये दिल जान ना पाया ,
जिनके लिए ये जीवन ओ बोलते हैं झूठे ,
किस पे करू भरोसा मन ये मेरा पूछे ,
उनको बसाया दिल में देवी बना के पूजा ,
केसे बताऊ क्या हुआ की उनके संग दूजा ,
हस हस के बात करे ओ जैसे ना देखे हो ,
जलता हुआ देख हसे औरो से पूछे ओ ,
हैं अभी ओ यहा या की दुनिया अब छूटे ,
किस पे करू भरोसा मन ये मेरा पूछे…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 15, 2010 at 6:13pm —
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सत्य दिखता नही ,
या सच्चाई से परहेज हैं ,
सच्चाई स्वीकारते नहीं ,
इसी बात का खेद हैं ,
सच्चाई न स्वीकारना ,
कितना महंगा पड़ता है ,
आप ही देखिये ,
महाभारत गवाह हैं ,
रामायण ही लीजिये ,
रावण की लंका जली ,
सत्य दिखा तुलसी को ,
तो तुलसी दास बने ,
सत्य दिखा बाल्मीकि को ,
तो उत्तम प्रकाश बने ,
सत्य दिखा अर्जुन को ,
कितनो का कल्याण किये ,
सत्य दिखा सिद्धार्थ को ,
तो गौतम महान बने ,
सत्य दिखा हरिश्चंद्र को…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 15, 2010 at 3:00pm —
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सिंध में हिन्दुओ पर हो रहा है हमला ,
पर हम क्यों बोले ये उनके घर का है मामला ,
मगर मानवता के नाते हमारी सरकार को ,
साथ में हिंद के नहीं बिस्व के मानवा अधिकार को ,
आना चाहिए था इनके तरफ से जुमला ,
सिंध में हिन्दुओ पर हो रहा है हमला ,
हमारे नेता कुछ नहीं बोलेंगे ,
उन्हें भोट का चिंता है ,
ये क्यों पूछे ओ मर गया या जिन्दा है ,
पानी पिने पर इतना बिबाद हो रहा है ,
लाखो लोग हिंद में आने के लिए रो रहा हैं ,
पर ये तो बन रहा है ,
बीजा और पासपोट…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 13, 2010 at 6:46pm —
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मेरा क्या होगा ,
कभी एक गब्बर हुआ करता था ,
अब गब्बर ही गब्बर हैं ,
कालिया तो एक बार सुना ,
तेरा क्या होगा ,
और हालात देख कर ,
मेरा दिल बार बार सोचता हैं ,
मेरा क्या होगा ,
हर गली में ,
मिल जाते हैं ,
डराने वाले ,
बीरू जय कम ,
ज्यादा समभा ,
कहलाने वाले ,
जिसे हम ठाकुर समझाते हैं ,
अक्सर ओ गब्बर का बाप होता हैं ,
जिस कुनबा को देखना हैं ,
उसी को लुटता हैं ,
बसंती को छोरिये ,
अब धन्नू का इज्जत…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 12, 2010 at 3:14pm —
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हिंद के लिए
भाई मेरे जो सोचते हो ,
खुद के लिए ,
उसका सौआ सोचो ,
हिंद के लिए ,
हिंद के तस्वीर बदल जायेगा ,
भाई मेरे जितना करते हो ,
खुद के लिए ,
उसका सौआ करो ,
हिंद के लिए ,
हिंद के तस्वीर बदल जायेगा ,
Added by Rash Bihari Ravi on July 12, 2010 at 3:02pm —
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श्री सूर्य नमस्कार मन्त्र
~~
ॐ मित्राय नम:॥1॥
ॐ रवये नम:॥2॥
ॐ सूर्याय नम:॥3॥
ॐ भानवे नम:॥4॥
ॐ खगाय नम:॥5॥
ॐ पूष्णे नम:॥6॥
ॐ हिरण्यगर्भाय नम:॥7॥
ॐ मरीचये नम:॥8॥
ॐ आदित्याय नम:॥9॥
ॐ सवित्रे नम:॥10॥
ॐ अर्काय नम:॥11॥
ॐ भास्कराय नम:॥12॥
-:##############:-
श्री गायत्री मन्त्र
~~
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यम्
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 9, 2010 at 3:16pm —
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॥ दोहा ॥
जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल ।
दीनन के दुःख दूर करि , कीजै नाथ निहाल ॥1॥
जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज ।
करहु कृपा हे रवि तनय , राखहु जन की लाज ॥2॥
जयति जयति शनिदेव दयाला । करत सदा भक्तन प्रतिपाला ॥
चारि भुजा, तनु श्याम विराजै । माथे रतन मुकुट छवि छाजै ॥
परम विशाल मनोहर भाला । टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला ॥
कुण्डल श्रवन चमाचम चमके । हिये माल मुक्तन मणि दमकै ॥
कर में गदा त्रिशूल कुठारा । पल बिच करैं…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 9, 2010 at 2:13pm —
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आज फैसन का जमाना हैं ,
सारा जग माना हैं ,
हम सब अब ये भूल गए हैं ,
सच्चाई से दूर गए हैं ,
जिसको छुपाना हैं ,
उसकी नुमाइस होती हैं ,
जिसको दिखाना हैं ,
उसको छुपाई जाती हैं,
मैं नहीं ये तो ,
सारा जग माना हैं ,
आज फैसन का जमाना हैं ,
खाने में भी इसकी ,
अब होती नुमाइस हैं ,
भुट्टे को भूलने लगे ,
पापकोन की चोवाइस हैं ,
थोड़े में पेट भर जाये ,
खर्चा भी कम आये ,
मगर रोटी चावल नहीं ,
रेडी फॉर इट लाना हैं ,
आज…
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Added by Rash Bihari Ravi on July 9, 2010 at 1:42pm —
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बंद ,
कितना छोटा शब्द ,
कितना बड़ा असर ,
मगर ,
इसकी पुकार पर ही ,
कितनो की .
धड़कन बढ़ जाती हैं ,
कितनो की ,
सांसे रुक जाती हैं ,
कितने
ये सोच कर परेशान,
कहा से कल ,
रोटी आयेगे ,
बच्चे क्या खायेंगे ,
लेकिन ,
कुछ को मिलती हैं ,
छुट्टी का आनंद ,
तो कुछ को ,
मिलता हैं ,
तांडव करने में आनंद ,
Added by Rash Bihari Ravi on July 8, 2010 at 2:00pm —
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क्या प्यार इसको कहते हैं ,
पार्क में बेपरवाह बेसर्म सा ,
या बाइक पे भद्दा नुमाइस ,
या बुजुर्गो के सामने भी ,
बेसर्मो सा बेवहार करते हैं ,
क्या प्यार इसको कहते हैं ,
ना मैं तो इसे प्यार ना कहू ,
हमें तो लगता हैं ये हवास ,
यारो इस हवास को आप ,
प्यार का नाम मत दो ,
सोचो आपसे गुजारिस करते हैं ,
क्या प्यार इसको कहते हैं ?
Added by Rash Bihari Ravi on July 3, 2010 at 7:12pm —
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प्यार तो मैं भी करता हूँ ,
पर कहने से डरता हूँ ,
कारण जग विदित हैं ,
उन्हें आरक्षण जो मिला हैं
इसी से डरता हूँ ,
शादी हम से करे ,
आरक्षण का फायदा ,
कही और उठायें ,
कारण यही हैं ,
कदम उठाने से डरता हूँ,
प्यार तो मैं भी करता हूँ ,
Added by Rash Bihari Ravi on July 3, 2010 at 3:30pm —
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