इस दुनिया में 
 हर आदमी की 
 अपनी एक दुनिया होती है। 
 वह इस दुनिया में 
 रहते हुए भी अपनी 
 उस दुनिया में रहता है। 
 उसी में रह कर रहता है , 
 उसी में सोचता है , 
 उसी में जीता है। 
 ************************** 
 वो बेहद खुशनसीब हैं 
 जो रिश्तों को जी लेते हैं , 
 वफ़ा के लिए जी लेते हैं , 
 वफ़ा के लिए मर जाते हैं , 
 बाकी तो सिर्फ ,इन्हें 
 निभाते-निभाते मर जाते हैं।
मौलिक एवं अप्रकाशित 
Added by Dr. Vijai Shanker on June 15, 2020 at 9:30am — 9 Comments
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