कुछ डोरियां 
 कच्चे धागों की होती हैं , 
 कुछ दृश्य होती हैं , 
 कुछ अदृश्य होती हैं , 
 कुछ , कुछ - कुछ 
 कसती , चुभती भी हैं , 
 पर बांधे रहती हैं। 
 कुछ रेशम की डोरियां , 
 कुछ साटन के फीते , 
 रंगीले-चमकीले ,फिसलते ,
 आकर्षित तो बहुत करते हैं , 
 उदघाट्न के मौके जो देते हैं , 
 पर काटे जाते हैं। 
 इस रेशम की डोरी 
 की लुभावनी दौड़ में , 
 ज़रा सी चूक , 
 बंधन की डोरियां 
 छूट गईं या टूट गईं , 
 रेशम की डोरियां …
Added by Dr. Vijai Shanker on January 4, 2018 at 9:30am — 10 Comments
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