For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Dr. Shashibhushan
  • Male
  • Varanasi (U.P.)
  • India
Share on Facebook MySpace
  • Feature Blog Posts
  • Discussions
  • Events
  • Groups (1)
  • Photos
  • Photo Albums
  • Videos

Dr. Shashibhushan's Friends

  • कुमार गौरव अजीतेन्दु
  • ASHISH KUMAR DUBEY
  • SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR
  • RAJEEV KUMAR JHA
  • Chaatak
  • PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA
  • राकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'
  • minu jha
  • pardeep yadav
  • आशीष यादव

Dr. Shashibhushan's Groups

 

Dr. Shashibhushan's Page

Profile Information

Gender
Male
City State
Varanasi (U.P.)
Native Place
Varanasi (U.P.)
Profession
Graphic Designer
About me
A simple Indian

Comment Wall (13 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 10:54am on September 1, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…
डॉ. शशि भूषण जी, जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाए | इस्श्वर आपको परिवार,
समाज और राष्ट्र की सेवा करने, आपने लक्षों को हासिल करने की शक्ति और साहस
प्रदान करे | आपका हमारा साथ बना रहे-लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला,जयपुर  
At 10:40am on September 1, 2012, Pradeep Kumar Kesarwani said…

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें 

At 9:06am on May 19, 2012, डॉ. सूर्या बाली "सूरज" said…

डॉ साहब कैसे हैं? आजकल कहाँ हैं आप जो लोग इतना दहाड़े मार मार कर रो रहे हैं आप के लिए। अब आ भी जाइए और झलक भी दिखलायिए !! स्वागतम !

At 5:09pm on April 5, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

TUM NA JAANE IS JAHAN MAIN KHO GAYE 

IS BHARI DUNIA MAIN HAM AKELE HO GAYE

TUM CHALE AAO , TUM CHALE AAO

SUHANI RAAT DHAL CHUKI HAI AB NA JAANE TUM KAB AAOGE. 

CHODO KAL KI BAATEN KAL KI BAAT PURANI 

HAM SAB MIL KAR LIKHENGE FIR SE NAYII KAHANI

HAM HINDUSTAANI HAM HINDUSTAANI

AAVAJ DO KAHAN HO ..? YE LINE PURI KARIYE. BHAI KI PUKAR HAI.

At 10:45pm on April 2, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

sathi nirdayi kyon hai jawahar bhai.

At 10:17pm on April 2, 2012, JAWAHAR LAL SINGH said…
प्रदीप जी ने जो दर्द की मूर्ती गढ़ी थी आपने उसमे प्राण डाल दी!!!
इसे कहते है एक  कलाकार का दुसरे कलाकार को साथ देना!
At 7:47am on March 22, 2012, JAWAHAR LAL SINGH said…

adarneey shashi mahoday, 

ab dhartee kanpegee ambar ab dhdkega,

dushman kee chhatee par astra jab barsega!

the raam lakhan kafee rawan ko sadhan ko,

the khade wibheeshan, kapi, naag ko nathan ko!

karata hoo nity pranam gurujee darshan do!

mera man bhee taiyar bhuja bhee fadkan ko!

pun: pranam! 

At 6:05am on March 18, 2012, JAWAHAR LAL SINGH said…

आदरणीय डॉ. शशिभूषण साहब, नयी रचना कब आ रही है! आप और कुशवाहा जी की चुटकी पढ़ने का बड़ा मन कर रहा है.

At 5:23am on March 18, 2012, JAWAHAR LAL SINGH said…

'होरहा' तैयार हो रहा है. आइये मिल बाँट कर खाए और अब चैता का आनंद लें!

कोइली करेली पुकार हो राम चैत महीनवा......

At 10:45pm on March 16, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आदरणीय अमीरुद्दीन जी, किसी को किसी के प्रति कोई दुराग्रह नहीं है. दुराग्रह छोड़िए, दुराव तक नहीं…"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"अपने आपको विकट परिस्थितियों में ढाल कर आत्म मंथन के लिए सुप्रेरित करती इस गजल के लिए जितनी बार दाद…"
2 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"आदरणीय सौरभ सर, अवश्य इस बार चित्र से काव्य तक छंदोत्सव के लिए कुछ कहने की कोशिश करूँगा।"
2 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"शिज्जू भाई, आप चित्र से काव्य तक छंदोत्सव के आयोजन में शिरकत कीजिए. इस माह का छंद दोहा ही होने वाला…"
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"धन्यवाद आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब "
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"धन्यवाद आ. सौरभ सर,आप हमेशा वहीँ ऊँगली रखते हैं जहाँ मैं आपसे अपेक्षा करता हूँ.ग़ज़ल तक आने, पढने और…"
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. लक्ष्मण धामी जी,अच्छी ग़ज़ल हुई है ..दो तीन सुझाव हैं,.वह सियासत भी कभी निश्छल रही है.लाख…"
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब,अच्छी ग़ज़ल हुई है ..बधाई स्वीकार करें ..सही को मैं तो सही लेना और पढना…"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"मोहतरम अमीरुद्दीन अमीर बागपतवी साहिब, अच्छी ग़ज़ल हुई है, सादर बधाई"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"आदरणीय सौरभ सर, हार्दिक आभार, मेरा लहजा ग़जलों वाला है, इसके अतिरिक्त मैं दौहा ही ठीक-ठाक पढ़ लिख…"
3 hours ago
Sushil Sarna posted blog posts
5 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी posted a blog post

ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)

122 - 122 - 122 - 122 जो उठते धुएँ को ही पहचान लेतेतो क्यूँ हम सरों पे ये ख़लजान लेते*न तिनके जलाते…See More
5 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service